रायगढ़। आज शहर में व्हीव्हीआई आगमन को लेकर काफी भीड़ थी। इसी दरमियान शाम करीब 6:30 बजे घरघोड़ा से रायगढ़ प्रसूति के लिए निजी वाहन में केजीएच अस्पताल जा रही वाहन भीड़ में फंस गई।
जानकारी के मुताबिक ग्राम कुडूमकेला की गर्भवती महिला श्रीमती मोहरमति सीएचसी घरघोड़ा में प्रसव के लिये भर्ती थी जिसे रायगढ़ अस्पताल रिफर किया गया। महिला का परिवार उसे निजी वाहन में लेकर केजीएच अस्पताल आ रहे थे। जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचने को लेकर वे आज प्रतिबंधित किए गए मार्ग में प्रवेश कर एसपी ऑफिस के समीप भीड़ में फंस गए और आगे नहीं बढ़ पा रहे थे। निजी वाहन होने के कारण किसी का ध्यान वाहन में प्रसव पीड़ा में तड़प रही महिला की ओर नहीं गया। तभी ड्यूटी पर तैनात थाना कोतवाली के प्रधान आरक्षक हेमंत पात्रे और साइबर सेल के स्टाफ नवीन शुक्ला रोड़ क्लीयर कराने वाहन के पास पहुंचे। तब उन्हें वाहन में गर्भवती महिला के होने की जानकारी मिली, महिला की स्थिति बेहद गंभीर थी, वाहन में ही शिशु जन्म देने वाला था।
पुलिसकर्मियों ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुये मार्ग पर व्यवस्था में लगे पुलिस अधिकारियों और जवानों को वाहन में सीरियस मरीज होने की जानकारी देकर मार्ग के दोनों और मानव श्रृंखला बनाते हुए पूरा रोड क्लियर करते हुए वाहन को ज्ञळभ् अस्पताल तक पहुंचाए, जहां कुछ देर बाद श्रीमती मोहरमति ने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दी जिन्हें उचित उपचार हेतु मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। प्रसूता के परिवारजनों ने पुलिस के जवानों का आभार व्यक्त किया गया है। वाहन को भीड़ से निकाल कर अस्पताल तक पहुंचने में थाना कोतवाली के प्रधान आरक्षक हेमंत पात्रे साइबर सेल के आरक्षक नवीन शुक्ला, धनंजय कश्यप और पुष्पेंद्र जाटव का विवेकपूर्ण सराहनीय भूमिका रही है।
भीड़ में फंसी गर्भवती महिला के वाहन को पुलिसकर्मियों ने मानव श्रृंखला बनाकर पहुंचाया अस्पताल
अस्पताल पहुंचने के तुरंत बाद महिला दी स्वस्थ शिशु को जन्म, जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ, परिवार ने पुलिसकर्मियों का किया आभार
