रायगढ़। धरमजयगढ़ वन मंडल की छाल रेंज में एक माह से 67 हाथियों ने डेरा डाला हुआ है। बोजिया के बड़ा तालाब के आसपास ही हाथी एक साथ रहते हैं। दिन ढलते ही हाथी अलग-अलग झुंड में इधर-उधर विचरण करने लगते हैं। ज्यादातर हाथी पुसल्दा एडू में ही घूम रहे हैं। यहां कोल ट्रांसपोर्टिंग के लिए रेल लाइन भी है। हाथियों को दुर्घटना से बचाने के लिए कई बार रात को ट्रेनें रोकनी पड़ रही हैं। वन विभाग हालांकि मुनादी करा कर लोगों को सचेत कर रहा है लेकिन धान कटाई का मौसम होने के कारण ग्रामीण बाहर जाते हैं। काम के बाद आसपास से लौटने वाले दहशत में हैं। बड़ी संख्या में हाथियों के डेरा जमाने के कारण उन्हें खदेडऩा भी मुश्किल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खेदापाली से पुसल्दा मार्ग लोगों के आने-जाने का मुख्य मार्ग है। एडू से खेदापाली भी मुख्य मार्ग है। जहाँ लोगों का आना-जाना लगा रहता है। अभी छाल से खरसिया मुख्य मार्ग खराब होने एवं धूल से बचने के कारण स्थानीय ग्रामीण छाल से खरसिया के लिए नवापारा, खेदापाली, पुसल्दा, बरभौना, गुरदा मार्ग का उपयोग कर रहे हैं। हाथियों का विचरण हो रहा है वन विभाग एक माह से लगातार हाथी कई सुरक्षा एवं ग्रामीणों कई सुरक्षा के लिए प्रयास कर रहे हैं। इतने सारे हाथी एक साथ होने से इनका मूवमेंट भी कहीं नही हो रहा है। अभी धान कई फसल कुछ बाकी है। अनुमान लगा रहे हैं कि फसल खत्म होने के बाद इस ओर से रवाना हो सकते हैं।
भीड़ लगा रहे ग्रामीण सुबह-दोपहर को बड़ा तालाब के पास हाथियों के झुंड के पहुंचने पर ग्रामीणों की भीड़ लग रही है। वन कर्मियों के मुताबिक ग्रामीणों को सचेत किया जा रहा है लेकिन लोगो मान नहीं रहे हैं। लोगों की भीड़ देखकर हाथी कभी भी उग्र हो सकते हैं। वन विभाग कर्मी लोगों को शोर न करने और हाथियों के आसपास न जाने की लगातार सलाह दे रहे हैं।