रायगढ़। छत्तीसगढ़ में रविवार को नई सरकार के मुखिया का भाजपा ने चयन कर लिया। जशपुर जिले के आदिवासी नेता रायगढ़ के पूर्व सांसद और कुनकुरी के विधायक विष्णु देव साय को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने आदिवासी समाज को नेतृत्व करने का संदेश दिया है। बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ में 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली प्रचंड जीत का सेहरा आदिवासी समाज के माथे पर बांधकर केंद्रीय नेतृत्व में 2024 की राह आसान कर ली है। रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से चार बार सांसद रहे विष्णु देव साय के मुख्यमंत्री बनने पर प्रदेश सहित सरगुजा संभाग और रायगढ़ जिले में अपार उत्साह का संचार हुआ है। रायगढ़ जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के तौर पर विष्णु देव साय के नाम की घोषणा से भाजपा कार्यकर्ताओं ने जहां जमकर आतिशबाजी की वहीं मिठाइयां बांटकर खुशियां मनाई। रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद और प्रदेश के नए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय करीब 34 वर्ष की आयु में पहली बार वर्ष 1999 में सांसद निर्वाचित हुए और लगातार चार बार उन्होंने रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। जशुपर जिले के कांसाबेल ब्लॉक के बगिया के आदिवासी किसान परिवार के विष्णु देव साय महज 21 वर्ष की उम्र में निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुए और 26 वर्ष की आयु में उन्हें प्रथम बार विधायक बनने का अवसर मिला। जशुपर जिले के तपकरा विधानसभा क्षेत्र से 1990 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए। इसके बाद 1993 में दूसरी बार विधायक बने। उसके बाद उन्हें वर्ष 1999 में लोकसभा क्षेत्र के प्रतिनिधित्व का अवसर मिला और लगातार चार बार सांसद रहे। इस दौरान 27 मई 2014 से 9 नवंबर 2014 तक श्री साय के केंद्रीय राज्य मंत्री, खान इस्पात और श्रम रोजगार मंत्री रहे। साथ ही 9 नवंबर 2014 से 5 जुलाई 2016 तक वह केंद्रीय राज्य मंत्री, खान मंत्रालय और इस्पात मंत्रालय रहे। इसके अलावा 5 जुलाई 2016 से वे 2019 तक केंद्रीय राज्य मंत्री इस्पात मंत्रालय के पद पर रहे।
छत्तीसगढ़ के पहले आदिवासी सीएम चुने गए विष्णुदेव साय
भ्रष्टाचार-विवादों से दूर, संघ के करीबी, आदिवासी सीटों पर पार्टी को सबसे बड़ी जीत दिलाई
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रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय होंगे। वह प्रदेश के पहले निर्विवादित आदिवासी सीएम का चेहरा हैं। रविवार को रायपुर में हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी। राजनीति में विष्णुदेव साय साफ-सुथरी छवि और लंबी राजनीतिक पारी खेलने वाले बड़े आदिवासी चेहरा हैं।
विष्णुदेव साय के नाम को बंद लिफाफे में लेकर पर्यवेक्षक झारखंड के पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और दुष्यंत कुमार गौतम आए थे। साय ने कुनकुरी विधानसभा सीट से चुनाव जीता है। चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जनता से कहा था- आप इन्हें विधायक बनाओ, हम बड़ा आदमी बना देंगे।
विष्णुदेव के नाम पर ही मुहर क्यों?
भाजपा ने छत्तीसगढ़ में मिली ऐतिहासिक जीत में आदिवासी बहुल क्षेत्र सरगुजा और बस्तर संभागों में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। पार्टी ने सरगुजा की सभी 14 सीटों व बस्तर संभाग की 12 में से 8 सीटों पर कब्जा किया है। ऐसे में लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने आदिवासी कार्ड खेला है। छत्तीसगढ़ में हमेशा से स्थानीय और आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग होती रही है। प्रदेश की सियासत में विष्णुदेव साय कथित तौर पर रमन सिंह के खेमे के ही माने जाते हैं। साय को संघ का करीबी भी कहा जाता है। उनको करीब 35 साल का राजनीतिक और प्रदेश अध्यक्ष रहते संगठन चलाने का अनुभव भी है।
सीएम चुने जाने के बाद 2 बड़ी घोषणाएं
मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद विष्णुदेव साय ने कहा- सबसे पहले मैं बीजेपी को धन्यवाद देता हूं। मैं मोदी की गारंटी को पूरा करने का शत प्रतिशत काम करूंगा। इसके बाद उन्होंने 2 बड़ी घोषणाएं कीं। आवास योजना के तहत 18 लाख आवास बनाने का काम सबसे पहले करूंगा। 25 दिसंबर को ही सबसे पहले किसानों को 2 साल का बकाया बोनस दिया जाएगा।
साय के मुख्यमंत्री बनाने के बाद दिग्गजों की प्रतिक्रिया
बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि-अनुभवी कार्यकर्ता, अटल जी के कार्यकाल में मंत्री रहे कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाया गया है इससे अच्छा और क्या हो सकता है।
रायपुर दक्षिण सीट से विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें चुनकर देश की अनुसूचित जनजाति को सम्मान दिया है। उप मुख्यमंत्री को लेकर केंद्रीय नेतृत्व ही जानकारी देगा। विधायक केदार कश्यप ने कहा कि- वरिष्ठ नेता और सांसद के रूप में उन्होंने जिम्मेदारी को संभाला है। अब वे मुख्यमंत्री के रूप में अपना दायित्व संभालेंगे।
बीजेपी नेता धरमलाल कौशिक- ने कहा कि सर्वसम्मति से नाम प्रस्तावित हुआ। डॉ. रमन सिंह ने नाम रखा, जिसका सभी विधायकों ने समर्थन किया।
केदार कश्यप ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता की योग्यता और क्षमता को देखते हुए विधायक दल का नेता चुना गया।
अमित जोगी ने कहा- विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ को एक नई दिशा मिलेगी। जो सपना छत्तीसगढ़ के लिए 23 साल पहले अजीत जोगी ने देखा था वो पूरा होगा।
सांसद सरोज पांडेय ने दी बधाई
राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने कहा कि विष्णुदेव साय को भाजपा विधायक दल की बैठक में छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री मनोनीत किए जाने पर हार्दिक बधाई और उज्ज्वल कार्यकाल की शुभकामनाएं। हमें पूर्ण विश्वास है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के यशस्वी मार्गदर्शन और आपके नेतृत्व में निश्चित ही छत्तीसगढ विकास के नए आयाम स्थापित करेगा और आदिवासी समाज का उत्थान सुनिश्चित होगा।
रेणुका सिंह ने दी बधाई
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रेणुका सिंह ने कहा कि मुझे बहुत खुशी है कि विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बनेंगे। छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार किसी किसान परिवार से आने वाले आदिवासी समुदाय के कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया है।
रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी ने दी बधाई
रायगढ़। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कुनकुरी विधायक विष्णु देव साय जी को सर्वसम्मति से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री चुने जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए विधायक ओपी चौधरी ने कहा साय जी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ विकास और सुशासन के पथ पर पुन: आगे बढक़र नये कीर्तिमान स्थापित करेगा।
कुनकुरी में ही पढ़ाई की, फिर छूटा स्कूल
विष्णुदेव साय की प्रारंभिक शिक्षा कुनकुरी में ही हुई। इसके बाद उन्होंने वहीं से 12वीं तक की पढ़ाई की, लेकिन फिर उनका स्कूल छूट गया। पिता के साथ खेती-किसानी में हाथ बंटाने वाले साय ने 25 साल की उम्र में राजनीति में कदम रखा। उनके परिवार के अन्य लोग शुरू से ही जनसंघ से जुड़ रहे।
सरपंच से शुरू हुआ राजनीतिक करियर
विष्णुदेव साय ने अपना राजनीतिक करियर गांव की राजनीति से शुरू किया। वह 1989-1990 में अविभाजित मध्य प्रदेश में तपकरा की ग्राम पंचायत बगिया से निर्विरोध सरपंच चुने गए। इसके बाद पहली बार भाजपा के टिकट पर 1990 में तपकरा सीट से ही विधायक बने। 8 साल विधायक रहने के बाद 2004 में रायगढ़ से सांसद चुने गए।
लोकसभा का यह सफर 2014 तक जारी रहा। सांसद रहने के दौरान मोदी सरकार में इस्पात मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाए गए। इस बीच 2011 और फिर 2020 में पार्टी ने साय को छत्तीसगढ़ भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया। 2022 में भाजपा की राष्ट्रीय कार्य समिति के सदस्य बनाए गए।
परिवार से मिला राजनीतिक अनुभव
साय खुद किसान परिवार से थे, लेकिन उनके बड़े पिताजी स्व. नरहरि प्रसाद साय और दादा स्व. बुधनाथ साय जनसंघ के समय से ही राजनीति में रहे। नरहरि प्रसाद तपकरा से विधायक थे, फिर लैलूंगा से विधायक और बाद में सांसद चुने गए। केंद्र में संचार राज्यमंत्री बने। वहीं दादा भी 1947-1952 तक विधायक रहे।
प्रदेश में प्रगतिशील परिवर्तन लाने में सफल होंगे- रमन सिंह
उन्होंने लिखा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपके नेतृत्व में हम सभी पूर्ण निष्ठा से भाजपा के संकल्प पत्र (मोदी की गारंटी) के वादों को पूरा करते हुए प्रदेश में प्रगतिशील परिवर्तन लाने में सफल होंगे। भाजपा के डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ दोगुनी रफ़्तार से विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।
भूपेश बघेल ने दी बधाई
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने लिखा कि कुनकुरी विधायक, वरिष्ठ भाजपा नेता विष्णु देव साय को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई और शुभकामनाएं। नवा छत्तीसगढ़ की न्याय और प्रगति यात्रा को आप मुख्यमंत्री के रूप में आगे बढ़ाएं, ऐसी कामना करता हूं।