धरमजयगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल क्षेत्र में हाथियों से होने वाले नुकसान के मामले लगातार सामने आ रहे हैं साथ ही बड़ी संख्या में हाथियों की मौजूदगी से कई अप्रत्याशित घटनाएं भी हो रही हैं। बीती रात छाल रेंज के एडु इलाके में एक ऐसा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया जिसने एकबारगी वन विभाग सहित स्थानीय लोगों को भी सकते में डाल दिया। जानकारी के मुताबिक बीती रात रायगढ़ से अम्बिकापुर लौट रहे तीन युवाओं का सामना 67 हाथियों के सबसे बड़े समूह से हो गया। जिसके बाद दो लोग वहां से निकलने में कामयाब हो गए लेकिन तीसरा व्यक्ति भयभीत होकर जंगल की ओर चला गया। जिसके बाद वह सुरक्षित जगह पर जाकर थरथराती धीमी आवाज में ‘हेल्प मी’ कहते हुए मदद मांगता रहा। इस घटना की सूचना पर छाल रेंजर एम एस मर्सकोले के नेतृत्व में वन विभाग व हाथी मित्र दल की टीम तत्काल वहां पहुंची और उस शख्स का रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला।
इस संबंध में विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार की रात करीब दस बजे तीन लोगों का सामना हाथियों से हो गया। जिसके बाद आशीष राजवाड़े नामक एक व्यक्ति डरकर जंगल की ओर भाग गया। जिसके बाद उसके साथियों ने इस बात की जानकारी वन विभाग को दी। अधिकारी ने बताया कि रात करीब दस बजे काफी मशक्कत के बाद आशीष तक पहुँच पाए। रेस्क्यू टीम में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि आशीष एक मचान पर चढ़ा हुआ था और डरे सहमे हुए बार बार हेल्प मी कह मदद मांग रहा था। जिसके बाद वन विभाग द्वारा उसे वहां से सुरक्षित स्थान पर लाया गया।