धरमजयगढ़। जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल अंतर्गत वर्तमान समय में कुल 123 हाथियों की मौजूदगी दर्ज की गई है। इतनी बड़ी तादाद में हाथियों के विचरण करने से प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ समय से क्षेत्र में हाथियों से होने वाले नुकसान की खबरें लगातार आ रही हैं। हाल ही में छाल रेंज में हाथियों के बड़े समूह के द्वारा मकान व फसलों को नुकसान पहुंचाया था। वहीं एक स्थिति ऐसी भी आ गई थी जिसमें सुरक्षा के लिहाज से एक दंपति को उनके घर से अलग जगह पर शिफ्ट करना पड़ गया था। अब धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र के गेरसा क्षेत्र में हाथियों के एक दल के कारण वन विभाग द्वारा रोपित करीब 6 हजार से अधिक पौधों को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा कुछ किसानों की फसलों की भी क्षति हुई है। इस इलाके में 9 हाथियों का एक ग्रुप पिछले कुछ समय से वहीं डटा हुआ है। इस संबंध में विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 419 आरएफ के 90 हेक्टेयर क्षेत्र में रोपे गए पौधों व फेंसिंग को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है। इस संबंध में क्षेत्र के वन रक्षक ने बताया कि लगभग 6 से 7 हजार पौधों के नुकसान का अनुमान है। उन्होंने बताया कि कुल क्षति का आंकलन किया जा रहा है। बता दें कि वर्तमान स्थिति में छाल रेंज के एडु क्षेत्र में 67, बोरो वन परिक्षेत्र के जमरगी डी इलाके में 26, कापू रेंज के पुसउडेरा परिसर में 13 व धरमजयगढ़ रेंज के गेरसा क्षेत्र में 9 हाथियों का बड़ा समूह विचरण कर रहा है। वहीं, वन विभाग द्वारा प्रभावित इलाकों में लगातार सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है।