रायपुर। छत्तीसगढ़ में रविवार तक नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो जाएगा। सूत्रों के मुताबिक तीनों ऑब्जर्वर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और पार्टी महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम शनिवार को रायपुर पहुंचने की जानकारी मिली है। फिर 10 दिसंबर रविवार को विधायक दल की बैठक के बाद सीएम का ऐलान किया जा सकता है।
पर्यवेक्षकों की नियुक्ति के साथ ही चर्चा है कि छत्तीसगढ़ का भावी सीएम आदिवासी नहीं बल्कि सामान्य या ओबीसी वर्ग से हो सकता है। इसी के साथ आदिवासी सीएम की दावेदारी खत्म मानी जा रही है। कहा जा रहा है कि तीनों पर्यवेक्षक राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से फाइनल नाम लेकर आएंगे। रायपुर में विधायकों से रायशुमारी करेंगे और नाम का ऐलान कर देंगे।
बीजेपी में विधायक दल तय करता है कि कौन मुख्यमंत्री बनेगा। इस हिसाब से पर्यवेक्षकों का काम ये है कि वो यहां विधायकों के साथ मीटिंग करेंगे। इस दौरान सीएम पद के लिए जो भी नाम आएगा उस पर विधायकों की राय लेंगे। जिसके पक्ष में ज्यादा विधायक होंगे उसका नाम मुख्यमंत्री के लिए ऐलान कर दिया जाएगा। खास बात ये है कि इसमें राष्ट्रीय नेतृत्व की भूमिका कहीं नहीं है। पर्यवेक्षकों की भी भूमिका केवल विधायकों से राय लेने की है। इस प्रक्रिया में राष्ट्रीय नेतृत्व पर नाम थोपने का आरोप नहीं लगता।
विधायक दल की बैठक में रखा जाएगा नाम
दिल्ली से आ रहे पर्यवेक्षक अपने साथ राष्ट्रीय नेतृत्व की तरफ से फाइनल नाम लेकर आएंगे। यहां विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें पर्यवेक्षक बताएंगे कि, राष्ट्रीय नेतृत्व ने किसे मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। इसके बाद नाम सार्वजनिक कर दिया जाएगा। पर्यवेक्षकों की नियुक्ति में ही आदिवासी सीएम की दावेदारी खत्म होने का जवाब भी है।
जानकारों की मानें तो पर्यवेक्षक दल का नेतृत्व आदिवासी नेता को सौंपा गया है। ऐसे में अगर किसी गैर आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो जनता में यही संदेश जाएगा कि प्रदेश के सभी विधायकों ने मिलकर नाम तय किया है। आदिवासी पर्यवेक्षक ने ही गैर आदिवासी मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की है।
डिप्टी सीएम भी बना सकती है बीजेपी
पूर्व सीएम रमन सिंह ने मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से कहा है कि बीजेपी ने जिन राज्यों में जीत हासिल की है वहां डिप्टी सीएम भी बनाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि शनिवार या रविवार को पर्यवेक्षकों का कार्यक्रम तय होगा। विधायक दल की बैठक में राय मशवरा कर नाम तय किया जाएगा।
शपथ ग्रहण में आ सकते हैं प्रधानमंत्री
भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर बैठक कर रही है। पर्यवेक्षक घोषित होने के बाद विधायकों से चर्चा करेंगे, इसके बाद तीनों राज्यों में शपथ ग्रहण का कार्यक्रम होना है। इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह समेत संगठन के तमाम बड़े नेता पहुंचेंगे। शपथ ग्रहण समारोह तीनों राज्यों में होना है इसलिए इसकी तारीख को लेकर चर्चा की जा रही है, क्योंकि तीनों ही जगह बड़े नेताओं की मौजूदगी रहेगी। दिसंबर के दूसरे हफ्ते में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री की दौड़ में आगे चल रहे चेहरे
छत्तीसगढ़ में सीएम पद को लेकर कई नामों पर चर्चा है. छत्तीसगढ़ में जिन नामों की चर्चा खूब रही है, वो विष्णुदेव साय, गोमती साय, डॉक्टर रमन सिंह, ओपी चौधरी, अरुण साव और रेणुका सिंह हैं. इन सबके अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस और आरएसएस से जुड़े नेता डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना का नाम भी सीएम की दौड़ में शामिल हो गया है. अब बीजेपी आलाकमान ही तय करेगा कि इन सभी में से किसे सीएम की कुर्सी में बिठाया जाएगा.