रायगढ़। जिले के घरघोड़ा क्षेत्र के ग्राम जुनाडीह में शिक्षा के मंदिर में जाम छलकाने वाले प्रधानपाठक धर्मेंद्र सिंह भाटिया को अंतत: जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ ने सस्पेंड कर दिया है।
अपने आदेश में जिला शिक्षा अधिकारी ने डॉ मुलाहिजा में शराब पीने की पुष्टि सम्बन्धी रिपोर्ट थाना प्रभारी घरघोड़ा द्वारा दिये जाने के साथ संकुल प्रभारी एवं शालाविकास समिति जुनाडीह द्वारा दिए प्रतिवेदन के आधार पर विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी घरघोड़ा द्वारा दिये गए प्रस्ताव के आधार पर शराब सेवन कर स्कूल आने के आरोप को प्रमाणित मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय तमनार अटैच कर दिया है। नियमानुसार उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
शराबखोरी के मामले में पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
सहायक शिक्षक से प्रमोशन पाकर प्रधान पाठक बने धर्मेंद्र सिंह भाटिया आदतन शराबखोरी में संलिप्त रहते है पूर्व में भी शराब पीकर स्कूल आने के मामले में इन्हें विभाग ने सस्पेंड किया था मगर दिखावे की कार्यवाही के चंद दिनों में भाटिया की बहाली हो गयी और तो और उन्हें प्रमोशन भी दे दिया गया। प्रमोशन के बाद भी मयकशी की आदत न छूटने और ग्रामीणों द्वारा लगातार शिकायतों के बाद अब कही जाकर फिर सस्पेंशन की कार्यवाही हो पाई है।
पुलिस की सूचना का संस्पेंशन ऑर्डर में जिक्र,तो मामला क्यों नही हुआ दर्ज
जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी सन्सपेशन आर्डर में थाना घरघोड़ा द्वारा कराए गए डॉ मुलाहिजे में शराब सेवन करने की पुष्टि की रिपोर्ट का जिक्र है। इसका मतलब घरघोड़ा पुलिस ने ग्रामीणों की शिकायत पर जब प्रधानपाठक को स्कूल से उठाया तो उसका शासकीय अस्पताल में मुलाहिजा भी करवाया जिसमे नशे की पुष्टि हुई ऐसे में घरघोड़ा पुलिस ने मामला दर्ज करने के बजाय केवल विभाग को सूचना देकर अपने कर्तव्यों की इति श्री क्यों मान लिया गया ये भी विचारणीय प्रश्न है।