रायगढ़। राम राज्याभिषेक के साथ बापूजी के जन्मोत्सव को मानते हुए हुआ श्री राम कथा का समापन श्री रामलीला मैदान में चल रही श्री राम कथा के सप्तम दिवस में मुख्य रूप से बापूजी ने भरत चरित्र और सुंदरकांड की कथा का रसपान कराया और साथ ही कहा की धरती पर हर संभव चीज संभव हो सकती है लेकिन भारत जैसा भाई मिलना इस धरती पर असंभव है सुंदरकांड की कथा की शुरुआत में उन्होंने कहा की सुंदरकांड में सबसे सुंदर बात यह है की जामवंत की बात हनुमान जी को अच्छी लगी सुंदरकांड में जामवंत वृद्ध है और हनुमान जी नौजवान हैं जिस घर में वृद्ध की बात नौजवानों को अच्छी लगने लगे उसे घर की हर कांड सुंदर हो सकते हैं बापूजी ने कहा कि आज का युवान भटका हुआ है गलत रास्ते की ओर जा रहा है लेकिन राम कथा हमें यह सिखाती है कि हम अपने जीवन को संभाले और प्रभु राम के जीवन के समस्त पद पर चलते हुए उनके आदर्शों का पालन करें कथा के विराम पर बापूजी का जन्मोत्सव धूमधाम से रायगढ़ वासियों ने बनाया जिसमें भारत की धारा के सुप्रसिद्ध कवि दिनेश बाबरा सुदीप भोला कविता तिवारी अमन अक्षर बहुत सारे कवियों ने अपनी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए बापूजी को जन्मोत्सव की शुभकामनाएं दी कथा में श्री इंद्रपाल सिंह भाटिया शिव अग्रवाल डब्बू राजेश शुक्ला गोकुल पटनायक गोकुल पटनायक आदि उपस्थित रहे।
राम राज्याभिषेक के साथ राम कथा का समापन
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lochan Gupta