रायगढ़. जिले में विगत तीन-चार दिनों से पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव होने के कारण ठंड कम हो गया था, लेकिन मौसम साफ होने के बाद तापमान में गिरावट आने की संभावना जताई जा रही है, ऐसे में ठंड बढऩे से बच्चों व बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा।
गौरतलब हो कि जिले में विगत माहभर कभी ठंड तो कभी गर्मी का अहसास हो रहा है, जिससे अभी तक कड़ाके की ठंड शुरू नहीं हो सका है। वहीं दीपावली त्यौहार के समय हल्की ठंड शुरू होने से ऐसा लग रहा था कि इस बार अच्छा-खासा ठंड पड़ेगा, लेकिन बीच-बीच में बादल होने के कारण ठंड का अहसास नहीं हो रहा है। वहीं विगत तीन-चार दिन से पश्चिमी विक्षोभ राजस्थान के ऊपर 3.1 किलोमीटर से ऊपरी क्षोभ मंडल तक स्थित है, जिसकेि चलते एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण राजस्थान और उससे लगे पश्चिम मध्य प्रदेश के ऊपर 1.5 किलोमीटर ऊंचाई पर बना है। जिसका रायगढ़ जिला में भी देखने को मिल रहा है। वहीं कभी बादल तो कभी धूप होने के कारण लोगों के सेहत पर भी असर पड़ रहा है। साथ ही बादल के चलते ठंड भी काफी कम हो गया है, लेकिन मौसम साफ होने के बाद ठंड बढऩे की बात कही जा रही है। वहीं मौसम वैज्ञानिकों की मानें विक्षोभ के कारण बुधवार को जिले में गरज-चमक के साथ बुंदा-बांदी होने की संभावना बन रही है। ऐसे में अब अधिकतम तापमान में वृद्धि तथा न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है।
बच्चों-बुजुर्गों की रखें ध्यान
इस संबंध मेंडाक्टरों की मानें तो लगातार मौसम में उतार-चढ़ाव होने के चलते इसका असर बच्चों व बुजुर्गों पर पड़ेगा, जिससे इस मौसम में ज्यादा ध्यान रखनेे की जरूरत है। वहीं इन दिनों सर्द-गर्म के चलते ज्यादातर लोगों को सर्दी-खांसी की शिकायत आ रही है, जिसके चलते अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
किसानों की बढ़ी चिंता
गौरतलब हो कि इन दिनों धान कटाई के साथ मिसाई भी जोरों पर चल रहा है, साथ ही कई किसान मिसाई कर मंडी तक धान पहुंचा दिए हैैं तो कई किसानों अभी कटाई में लगे हुए हैं। ऐसे में विगत तीन-चार दिनों बादल होने के कारण इनकी चिंताएं और बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि अगर हल्की बारिश भी होती है तो काफी धान के लिए काफी नुकसानदायक होगा। साथ ही इन दिनों कुछ किसान कटाई-मिसाई कर रहे हैं तो कई किसान बुआई कार्य में भी जुट गए हैं, ऐसे में मौसम साफ होना बेहद जरूरी है।