रायगढ़। शासकीय डाक्टर की नर्सिंग की पढ़ाई कर रही बेटी ने आज सुबह अपने कमरे में फांसी लागाकर खुदकुशी कर ली है। घटना की सूचना पर पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार चक्रधरनगर थाना क्षेत्र के ग्राम बनोरा निवासी डॉ. यू.आर मौधिया बंगुरसिया पीएचसी केंद्र में पदस्थ है। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी 22 वर्षीय बेटी श्वेता रानी मौधिया नर्सिंग की थर्ड इयर की छात्रा है, जो रोज सुबह चिटकाकानी कालेज पढऩे के लिए जाती है। ऐसे में रोज की तरह शनिवार को भी सुबह करीब सात बजे सोकर उठी और अपनी मां से बोली कि वह आटा गुथ कर कीचन में रख दी है उसके लिए रोटी पका दो, और वह कालेज जाने के लिए तैयार होने जा रही है। ऐसे में उसकी मां कीचन में रोटी पकाने लगी, कुछ देर बाद जब रोटी पक गया तो उसकी मां श्वेता को आवाज लगाई, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर उसने दरवाजे को खटखटाई, लेकिन दरवाजा नहीं खुला, जिससे अनहोनी की आशंका पर डाक्टर परिवार ने दरवाजा को जोर से धकेला तो खुल गया, जिससे देखा तो श्वेता कमरे में लगे पंखा में अपनी चुन्नी से फांसी लगा ली थी, जिससे आनन-फानन में उसे उताकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डाक्टरों ने प्राथमिक जांच में ही उसे मृत घोषित कर दिया। ऐसे में घटना की सूचना पर चक्रधरनगर पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है। वहीं पुलिस का कहना है कि मृतिका के पास अभी तक कोई सुसाईड नोट भी बरामद नहीं हुआ हैं, जिससे अब मर्ग जांच के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा।