रायगढ़। रेलवे स्टेशन के सफाई ठेकेदार के अडिय़ल रवैया के चलते मंगलवार को सुबह से ही सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे, जिससे प्लेटफार्म में चारों तरफ कचरा ही कचरा नजर आ रहा था, ऐसे में दोपहर बाद ठेकेदार द्वारा इनकी मांगे पूरी करने के बाद काम शुरू हो सका।
उल्लेखनीय है कि रेलवे स्टेशन की साफ-सफाई का मंगलवार से बदल गया है, ऐसे में नया ठेकेदार को मंगलवार से यहां काम शुरू करना था, जिससे तीन दिन पहले से ही स्टेशन के सफाई कर्मचारियों के साथ बैठक कर यह कहा जा रहा था कि इस बार जितना काम होगा, उसी के हिसाब से पैसा मिलेगा, जिसके चलते जहां तीन शिफ्ट में 36 कर्मचारी काम कर रहे हैं, उसमें से 10 कर्मचारियों को कम करना है, साथ ही जो 25 कर्मचारी काम करेंगे उनको भी पहले से कम वेतन दिया जाएगा। जिसको लेकर सफाई कर्मचारी पहले से ही रेलवे विभाग को सूचित कर दिया था कि उनको जितना पहले वेतन मिलता था, उसमें कुछ कम नहीं करेंगे, साथ ही सभी कर्मचारी काम करेंगे, जिसको लेकर मंगलवार सुबह से ही स्टेशन के बाहर बैठकर आंदोलन शुरू कर दिए थे। जिससे स्टेशन परिसर व प्लेटफार्म में गंदगी का अंबार हो गया था। इस दौरान ठेकेदार द्वारा कर्मचारियों को मनाने में लगा रहा, लेकिन एक भी कर्मचारी काम पर आने को तैयार नहीं हुए। ऐसे में यात्रियों की परेशानी को देखते हुए रेलवे अधिकारियों द्वारा भी सफाई को लेकर दबाव बनाने के बाद ठेकेदार संदीप राय दोपहर में सफाई कर्मचारियों से चर्चा कर कहा कि वे काम शुरू करें, उनकी सभी मांगे पूरी की जाएगी, इसके बाद सफाई कर्मचारियों ने स्टेशन के बाहर नारियल फोडकऱ काम चालू किया, तब जाकर यात्रियों ने राहत की सांस ली।
गंदगी व बदबू से परेशान थे यात्री
गौरतलब हो कि मंगलवार को काम बंद होने के कारण सुबह से न तो प्लेटफार्म की सफाई हो पाई थी और न ही टायलेट की सफाई हुई थी, ऐसे में स्टेशन आने वाले यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं प्लेटफार्म में जगह-जगह गंदगी फैले होने के कारण यात्री न तो प्रतिक्षालय में बैठ पा रहे थे और नही प्लेटफार्म में, जिससे इधर-उधर घूम कर अपनी ट्रेनेां की प्रतिक्षा करते नजर आए।
क्या कहते हैं सफाई कर्मचारी
इस संबंध में सफाई कर्मचारियोंं ने बताया कि रेलवे स्टेशन की साफ-सफाई का कार्य विगत 10 सालों से यहां 36 कर्मचारी काम कर रहे हैं, लेकिन नया ठेकेदार द्वारा यह बोला जा रहा था कि इसमें से 10 कर्मचारियों को कम करेगा, साथ ही पीएम काटकर मात्र 7 हजार 500 रुपए ही देगा। जिसको लेकर मंगलवार को कामबंद हड़ताल किया गया, वहीं दोपहर बाद ठेकेदार द्वारा इनकी सभी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिए जाने के बाद दोपहर बाद प्लेटफार्म की साफ-सफाई शुरू की गई है।
क्या कहता है ठेकेदार
इस संबंध में नया ठेकेदार संदीप राय से बात की गई तो उनका कहना था कि इस बार जो ठेका हुआ है, इसमें रेलवे को कोई मतलब नहीं है कि सफाई कार्य में कितने लोग काम कर रहे है। स्टेशन में जितना सफाई होगा, उतना पैसा दिया जाएगा, जिसके चलते कर्मचारियों को कम किया जा रहा था, लेकिन अब इनके काम बंद कर दिए जाने के कारण अब सभी कर्मचारियों को वापस काम में रखा गया है, जिनको अब कलेक्टर दर पर हर माह वेतन दिया जाएगा।
कर्मचारियों के हड़ताल के चलते स्टेशन में दोपहर तक नहीं हुई सफाई
चारों तरफ कचरा व गंदगी के चलते यात्री हुए परेशान, दोपहर बाद ठेकेदार द्वारा मांग पूरी करने पर शुरू हुआ काम
