रायगढ़। जिले में 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने के बाद लोगों में प्रत्याशियों को मिलने वाले वोटों को लेकर बेहद उत्सुकता है। हांलाकि मतदान के प्रतिशत को लेकर लोग अलग-अलग कयास भी लगा रहे हैं, लेकिन किसी भी प्रत्याशी के हिस्से में आए वोट के आंकड़ों की सही जानकारी तो मतगणना के बाद मिल पाएगी। मतगणना आने वाले 3 दिसंबर को होगी, जिससे लोगों में सभी अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों को मिलने वाले संभावित आंकड़ों की खूब चर्चा छिड़ी है।
रायगढ़ जिले के इस चुनाव में मतदान के आंकड़ों की बात की जाए तो प्राप्त मौजूदा आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले विधानसभा चुनाव में मतदान इस साल के मुकाबले 1 प्रतिशत कम रहा। मसलन इस चुनाव में मतदान का प्रतिशत पिछले विधानसभा चुनाव से एक प्रतिशत अधिक है। इस बार जिले के चारों विधानसभा सीट पर 83.97 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। जबकि 2018 के विधानसभा चुनाव में 82.96 प्रतिशत मतदान हुआ था। विधानसभा क्षेत्रवार पिछले चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में तीन क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत बढ़ा है, जबकि एक विधानसभा क्षेत्र में कम दर्ज किया गया है। रायगढ़ जिला मुख्यालय की सामान्य सीट पर जहां सबसे अधिक 19 प्रत्याशी है वहां सबसे कम 78.78 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। जबकि खरसिया क्षेत्र में सबसे अधिक 86.67 प्रतिशत मतदान होने की बात सामने आई है, लेकिन मतदान का यह प्रतिशत पिछले विधानसभा चुनाव से कम है। 2018 के विधानसभा चुनाव में खरसिया में मतदान का प्रतिशत 86.81 था।
उधर धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र में इस चुनाव में 86 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ है। जबकि 2018 के चुनाव में 85.67 प्रतिशत मतदान हुआ था। मतलब इस चुनाव में मतदान का प्रतिशत थोड़ा ज्यादा रहा। लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र में इस चुनाव में मतदान में बढ़ोतरी हुई है। आंकड़ों के मुताबिक 2018 के चुनाव में मतदान के मुकाबले इस चुनाव में एक प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। इस चुनाव में 85.52 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है, जबकि 2018 के चुनाव में 84.47 प्रतिशत मतदान हुआ था। गौर करने वाली बात यह भी है कि 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान में जिले की चारों क्षेत्र में कुल 8 लाख 41 हजार 255 मतदाता रहे। जबकि 2023 के विधानसभा चुनाव में कुल मतदाता 8 लाख 43 हजार 154 है। इस चुनाव में मतदाताओं की संख्या ज्यादा रही, लेकिन मतदान के प्रतिशत में खास वृद्धि दर्ज नहीं हो सकी है। मतदान के बाद अब जिले के सभी सीटों पर कयास लगाए जा रहे हैं कि राजनीतिक दलों के अलावा निर्दलीय प्रत्याशियों को लेकर दिखे रुझान की आंकड़ों को छू पाएंगे। रायगढ़ जिले में जिस तरह से मतदान को लेकर रुझान सामने आया, उसी तरह की रिजल्ट आने की संभावना बढ़ गई है। अब देखना यह है कि रुझान किस तरह वोट में तब्दील होकर परिणाम दर्शाते हैं।
खरसिया वोट कटवा दल कितना करेेगे नुकसान!
रायगढ़ जिले के खरसिया सीट से इस बार 8 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। जिसमें कांग्रेस से उमेश पटेल, भाजपा से महेश साहू, आम आदमी पार्टी से प्रवीण विजय जायसवाल, हमर राज पार्टी से भवानी सिंह सिदार, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी से यशवंत निषाद और निर्दलीय विनोद चंद्र राठौर है। इस सीट पर भी सीधा मुकाबला भाजपा-कांग्रेस के बीच होने के रुझान सामने आ रहे हैं। लेकिन अन्य प्रत्याशियों के मिलने वाले वोटों से निर्णायक स्थिति सामने आने के कयास भी लगाये जा रहे हैं। राजनीति के जानकारों की माने तो दोनों बड़ी पार्टियों के जहां परंपरागत वोट है, उनमें बढ़ोतरी और कमी आने पर किसको नफा और नुकसान हुआ यह स्थिति स्पष्ट होगी। जिससे अन्य राजनीतिक दलों और निर्दलीय के संभावित वोट को लेकर कयास का दौर शुरू हो गया है। बताया जाता है कि वोट कटवा दल इस चुनाव परिणाम को कितना प्रभावित कर पाते हैं, यह मतगणना के दिन ही पता चल पाएगा।
रायगढ़ में वोटिंग कम पर सीधा मुकाबला
रायगढ़ सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प मोड़ पर है, इस सीट पर जहां सर्वाधिक 19 प्रत्याशी है। जिसमें भाजपा से पूर्व आईएएस ओपी चौधरी, कांग्रेस से प्रकाश नायक, निर्दलीय गोपिका गुप्ता, निर्दलीय नारायण दास, निर्दलीय बृजमोहन अग्रवाल, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से मधु बाई किन्नर, आप पार्टी से गोपाल प्रसाद अग्रवाल, निर्दलीय शंकर लाल अग्रवाल, जवाहर छत्तीसगढ़ से सुनील मिंज, निर्दलीय इबरार अहमद, निर्दलीय सुरेंद्र सिदार, निर्दलीय गुरवारी जिनत परवीन, छत्तीसगढ़ समाज पार्टी से भूवन लाल पटेल, निर्दलीय अशोक गार्डिया, आजाद जनता पार्टी से कांति साहू, हमार राज पार्टी से भवानी सिंह सिदार, निर्दलीय राधेश्याम शर्मा, समाजवादी पार्टी से नजीर अहमद और बसपा से पुष्पलता टंडन है। खास बात यह है कि इतने अधिक प्रत्याशी होने के बाद भी चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर की तरफ रुझान रहा। मामला त्रिकोणीय भी नहीं बन सका, लेकिन मतदान के बाद भाजपा-कांग्रेस के वोट बैंक में किसने ज्यादा सेंधमारी की इसे लेकर कयास लगाया जा रहा है। मसलन किसका नफा और किसको नुकसान होगा इस पर बहस छिड़ गई है। परंतु मतदान के दौर जिस तरह से रुझान सामने आए उसे तो स्पष्ट हो गया कि रायगढ़ में त्रिकोणीय स्थिति की संभावना दूर-दूर तक नहीं है। बताया जाता है कि शहरी क्षेत्र होने के बाद भी रायगढ़ सीट पर मतदान का प्रतिशत कम होना क्या गुल खिलाएगा इस पर भी सबकी नजऱें है।
धरमजयगढ़-लैलूंगा में किसके कटेंगे वोट
जिले के धरमजयगढ़ सीट पर इस बार जहां 7 प्रत्याशी है। वहीं लैलूंगा विधानसभा क्षेत्र में आठ प्रत्याशी है। दोनों ही सीट पर मतदान के बाद सीधा मुकाबला होने की बात सामने आ रही है। जिसमें भाजपा-कांग्रेस के बीच टक्कर बताई जा रही है। धरमजयगढ़ सीट से कांग्रेस प्रत्याशी लालजीत सिंह राठिया, भाजपा से हरिश्चंद्र राठिया के अलावा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से योगेंद्र एक्का, बसपा से सत्यवती राठिया, बहुजन मुक्ति पार्टी से अनूप बरवा, हमर राज पार्टी से महेंद्र कुमार सिदार, निर्दलीय सुनील खेस्स हैं। इस सीट पर भी मुकाबला त्रिकोणीय नहीं हो सका, जिससे भाजपा-कांग्रेस को कितना नुकसान हो सकता है, इसे लेकर निर्दलीय और अन्य राजनीतिक दलों के वोटों का आकलन शुरू हो गया है। ऐसी ही स्थिति लैलूंगा सीट पर है जहां भाजपा से सुनीति राठिया कांग्रेस से विद्यापति सिदार सहित 8 प्रत्याशी हैं। जिसमें जनता कांग्रेस से मनीषा गोंड़, हमर राज पार्टी से अजय कुमार पंकज, बहुजन मुक्ति पार्टी से श्रवण भगत, निर्दलीय भजन सिदार, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से रघुवीर राठिया और निर्दलीय महेंद्र कुमार सिदार हैं। इस सीट पर भी सीधा मुकाबला भाजपा-कांग्रेस के बीच होने के रुझान मतदान के दौरान सामने आए। ऐसी स्थिति में अन्य राजनीतिक दलों एवं निर्दलीय प्रत्याशी निर्णायक की भूमिका में हो सकते हैं, ऐसा माना जा रहा है। बताया जाता है कि किस पार्टी को कितना नफा और नुकसान हो सकता है, इसे लेकर कयास लग रहे हैं, और वोट कटवा चुनावी गणित को बिगाड़ सकते हैं।
रायगढ़ में मतदाताओं ने की बंपर वोटिंग
90 विधानसभाओं में रायगढ़ की तीन विधानसभा टॉप टेन में, खरसिया तीसरे, धरमजयगढ़ पांचवें और लैलूंगा है छठे स्थान पर
रायगढ़। 17 नवंबर को रायगढ़ जिले में हुए वोटिंग में मतदाताओं ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया। रायगढ़ जिले की सभी विधानसभाओं में लोगों ने मतदान के प्रति जागरूकता और सजगता का परिचय देते हुए बंपर वोटिंग की। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्रदेश के 90 विधानसभाओं के जारी आंकड़े के मुताबिक रायगढ़ जिले की तीन विधानसभाओं ने वोटिंग परसेंटेज के मामले में टॉप टेन में जगह बनाई है।
जारी आंकड़ों के अनुसार जिले की खरसिया विधानसभा 86.67 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर रहा। वहीं धरमजयगढ़ 86 प्रतिशत के साथ पांचवें और लैलूंगा 85.52 प्रतिशत के साथ छठवें स्थान पर रहा।जिलों के आंकड़े देखें तो प्रदेश के 33 जिलों में रायगढ़ ओवर ऑल वोटिंग में दूसरे स्थान पर रहा। रायगढ़ जिले की चार विधानसभाओं को मिलाकर कुल 83.97 प्रतिशत वोटिंग परसेंटेज रहा। यह प्रदेश के औसत मतदान 76.31 प्रतिशत से 7.66 प्रतिशत अधिक है।