रायपुर। विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं मिलने पर राजनीतिक दलों में बगावत जारी है। इसमें विधायक तक शामिल हैं, जो दूसरे दलों में टिकट मिलने की आस से पहुंच रहे हैं। अब सराईपाली से कांग्रेस विधायक किस्मत लाल नंद ने जेसीसीजे ज्वाइन कर ली है। जेसीसीजे ने उन्हें सराईपाली से अपना उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है। वहीं बलौदाबाजार से जेसीसीजे के विधायक प्रमोद शर्मा ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है।
दरअसल, इस बार कांग्रेस ने अपने 22 विधायकों का टिकट काटा है। इसके बाद पार्टी मे नाराजगी बढ़ गई है। सभी 90 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा होने के बाद अब दूसरे दलों से उम्मीद लेकर विधायक पहुंच रहे हैं। बालोद के गुंडरदेही से पूर्व विधायक राजेंद्र कुमार राय भी बीजेपी से इस्तीफा देकर जेसीसीजे में शामिल हो गए है। पार्टी ने उन्हें दूसरी बार गुंडरदेही से उम्मीदवार भी बना दिया है। इनके साथ ही 2018 में मरवाही विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे गुलाब राज ने भी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़-जे (जेसीसीजे) का दामन थाम लिया है। पार्टी की सुप्रिमो रेणु जोगी और प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने पार्टी में शामिल होने वाले सभी लोगों का गुलाबी गमछा पहनाकर स्वागत किया। विधायक किस्मत लाल नंद ने कहा कि टिकट नही मिलने पर मैं और मेरे समर्थक नाराज हैं। उन्होंने कहा कि, जब ढाई साल मुख्यमंत्री के फार्मूले की बात चल रही थी, उस दौरान भूपेश बघेल के समर्थन में हम सभी दिल्ली गए थे। जितने भी विधायक दिल्ली गए थे उनमें से 75 प्रतिशत टिकट काट दिए गए। जिन्हें बचाने के लिए हम दिल्ली गए थे, आज वो हमें नहीं बचा पाए।
डीएसपी की नौकरी छोडक़र लड़ा था चुनाव
किस्मत लाल नंद ने बताया कि 2018 में उन्होंने डीएसपी की नौकरी छोडक़र कांग्रेस से चुनाव लड़ा। तब भाजपा प्रत्याशी को 52000 वोटों से हराया था। 5 सालों में मेरा कार्यकाल अच्छा रहा और लोगों से जनसंपर्क भी अच्छा था। क्षेत्र में बहुत से विकास कार्य किए गए, लेकिन 2023 के विधानसभा चुनाव में जब टिकट वितरण हुआ, तब मेरा टिकट काट दिया गया।
कांग्रेस से इन विधायकों ने फूंका बगावत का बिगुल
अंतागढ़ विधायक ने दाखिल किया निर्दलीय नामांकन : टिकट कटने में बाद कांग्रेसी विधायक अनूप नाग ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया। अनूप नाग के साथ कोयलीबेड़ा ब्लॉक अध्यक्ष पंकज साहा भी मौजूद थे, जिससे साफ है कि अनूप नाग के बागी होने से कांग्रेस में बड़ी फूट पड़ गई है। जिस ब्लॉक अध्यक्ष ने विधायक के लिए कांग्रेस के मंगाए गए आवेदन स्वीकार किए थे वो अब खुद बागी अनूप नाग के साथ हो गए हैं। अनूप नाग ने जिला मुख्यलाय में नामांकन रैली निकालकर शक्ति प्रदर्शन भी किया था। अनूप नाग ने इस दौरान कांग्रेस पार्टी की ओर से अन्याय करने की बात कहते हुए अंतागढ़ विधानसभा की जनता के आशीर्वाद से जीत का दावा भी किया।
मैंने लोगो को तोड़ा नही जोड़ा है-अमित जोगी
जेसीसीजे प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा कि मैंने किसी को तोडऩे का काम नहीं किया है, जोडऩे का काम किया है। हमारी लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ नहीं है। मेरी लड़ाई केवल गरीबी के खिलाफ है। हमें गरीबी खत्म करना है और यही हमारा चुनाव का मुद्दा भी है। खुद के चुनाव लडऩे को लेकर कहा कि वे 90 सीटों पर भाजपा-कांग्रेस से लड़ रहे हैं।
सराईपाली विधायक ने बदला दल
सराईपाली से कांग्रेस के विधायक किस्मत लाल नंद टिकट कटने से इतने ज्यादा खफा हुए कि गुरुवार को उन्होंने जेसीसीजे ज्वाइन कर ली। इस दौरान पार्टी ने भी उन्हें चुनाव लड़ाने का मन बनाया और सराईपाली से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है।
भाजपा में भी बगावत के सुर
पूर्व सांसद कमला पाटले की बेटी और जिला पंचायत सदस्य चांदनी भारद्वाज भाजपा को छोडक़र जेसीसीजे में शामिल हुई हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा में पूछ-परख नहीं होने से उन्हें घुटन महसूस हो रही थी। जिस कारण उन्होंने पार्टी छोडऩा मुनासिब समझा। अब वह मस्तूरी सीट से चुनाव लड़ सकती हैं। इसके बाद जेसीसीजे ने उन्हें वहां से प्रत्याशी भी बना दिया है।
भाजपा ने मेरी उपेक्षा की
बालोद जिले के गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राजेंद्र कुमार राय बीजेपी से इस्तीफा देकर दूसरी बार जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) पार्टी में शामिल हो गए हैं। उन्होंने बीजेपी पर आदिवासी नेता की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए बुधवार को ही अपना इस्तीफा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को सौंपा था।
बालोद जिले के गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राजेंद्र कुमार राय बीजेपी से इस्तीफा देकर दूसरी बार जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) पार्टी में शामिल हो गए हैं। जेसीसीजे ने उन्हें दूसरी बार पार्टी से उम्मीदवार भी बनाया है। कांग्रेस से लेकर जेसीसीजे और भाजपा तक का सफर तय कर चुके पूर्व विधायक राजेंद्र कुमार राय अब फिर से जोगी कांग्रेसी हो चुके हैं।