रायगढ़। रायगढ़ पूर्वी अंचल की जीवनदायिनी सपनाइ बैराज की बात तो छोडि़ए वह कब बनेगा ? यह भी सपना है।लेकिन सपनाई डायवर्सन योजना के तहत बनी नहर भी सुखा हो गया है ।हाल ही मे पिछले गर्मी में इसकी 15 लाख रुपए की लागत से साफ सफाई की गई थी। कुछ दिन ठीक ठाक पानी आया और अब जब फसल चौपट होने की स्थिति में है तो नहर में पानी नहीं आ रहा है। किसानों ने बताया कि अभी डीपा खार खेत में लगी धान की फसल को एक सिंचाई की जरूरत है।
पिछले बीस दिन से बारिश नही हुई है जिसके कारण धान की बालियां आने की स्थिति वाली फसलों को पानी की जरूरत है। किसानों की आशा सपनई नहर पर टिकी हुई है लेकिन डेम डेमेज होने के कारण पर्याप्त पानी नहीं आ रहा है। डेम की डेमेज होने और उसके मरम्मत कार्य नहीं कराना भी जल संसाधन विभाग के गलत क्रिया कलापों को दर्शाता है। ऐसे में किसानों को चुनाव के समय सिर्फ समस्या बता कर उसके निदान करने वाले कोरे आश्वाशन देने वाले जन नेताओ को प्रचार में आने पर किसान सवाल उठाएगी। आपको बता दे कि सपनाइ नहर का पानी महापल्ली , लोईग साल्हेओना,बनोरा और खैरपाली के सैकड़ों एकड़ खेतो के सिंचाई के लिए बनी हुई थी जो अब सही मरम्मत कार्य के अभाव में दम तोड रही है भूपेश बघेल सरकार ने भी सपनाई बैराज या फिर सपनाई डायवर्सन योजना से बनी नहर के लिए ध्यान नही दिया।