रायगढ़। रेलवे कालोनी में निवासरत एक युवक ने रेल मंत्री को ट्यूट किया कि वह रसोई गैस सिलेंडर से मकान उड़ाने जा रहा है, जिसकी जानकारी मिलते ही रेलवे पुलिस सहित जिला पुलिस में हडक़ंप मच गया और कुछ ही देर में जवानों के साथ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए, जिसे काफी मशक्कत के बाद युवक को पकडकऱ थाना लाया गया।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रेलवे विभााग के इंजीनियरिंग विभाग में कार्यरत विश्वनाथ चौहान अपने परिवार के साथ रेलवे के सरकारी क्वाटर में रहता है। जिससे बुधवार की सुबह उसका 36 वर्षीय पुत्र देवचरण चौहान अपने मोबाइल फोन से रेल मंत्री को ट्यूट किया कि वह अपने मकान को रेसाई गैस सिलेंडर से उड़ाने जा रहा है, ऐसे में इसकी सूचना तत्काल आरपीएप को दी गई, जिससे रायगढ़ आरपीएफ पोस्ट प्रभारी राजेश वर्मा अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और कोतवाली पुलिस को भी जानकारी दी, जिससे थाना प्रभारी ने उच्चाधिकारियों को सूचना देते हुए एंबुलेंस व फायर ब्रिगेड लेकर पहुंचे जहां मानसिक रूप से कमजोर देवचरण चौहान अपने क्वाटर के रसोई रूम में गैस से भरे सिलेंडर पर बैठकर बीड़ी पी रहा था, साथ ही कमरे को अंदर से लाक कर दिया दिया। ऐसे में पुलिस जवानों ने मकान के चारों तरफ से घेरते हुए उसे बाहर निकलाने का प्रयास करते रहे, लेकिन उसने दरवाजा खोलने को तैयार नहीं था, ऐसे में बड़ी अनहोनी को देखते हुए उसके क्वाटर के अगल-बगल के सभी क्वार्टर को खाली कराया गया, इसके बाद पुलिस जवान खुद को खतरे में डालते हुए देवचरण से बात करते हुए दरवाजा खोलवाने का प्रयास करने लगे, जिससे उसने दरवाजा खोलने की बजाया कभी गैस खोलता था तो कभी बंद कर देता था। साथ ही दोनों हाथ में लाईटर भी पकड़ा था, ऐसे में करीब आधा घंटा तक हाई वोल्टेज ड्राम चलने के बाद एसडीओपी दीपक मिश्रा सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने उससे पानी मांगने लगे, जिसके कुछ देर बाद उसने पानी देने के लिए जैसे ही दरवाजा खोला तो उसे पकड़ लिया गया और कोतवाली थाना लाया गया।
क्या कहते हैं परिजन
इस संबंध में परिजनों का कहना था कि देवचरण आईटीआई, एलएलबी, व बी-काम तक पढ़ाई किया है, साथ ही शादी शुदा भी है, जिससे उसके तीन बच्चे हैं, लेकिन विगत कुछ दिनों से मानसिक स्थित सही नहीं है। जिससे कुछ दिनों पहले ही रांची अस्पताल में उपचार कराया गया था।
भी आदी हो गया है। जिसके चलते इस तरह के हरकरत करते रहता है। वहीं विगत कुछ दिनों से उसकी पत्नी अपने बच्चो के साथ मायके चली गई है, जिसके बाद से इसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, जिसके चलते इस तरह की हरकत किया है।
आसपास में हडक़ंप की स्थिति
बुधवार को सुबह करीब 9.30 बजे जब अचानक पुलिस अधिकारियों के साथ फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां व एंबुलेंस पहुंची तो लोगों में हडक़ंप मच गया है। ऐसे में पुलिस अधिकारियों ने तत्काल आसपास के लोगों को क्र्वाटर खाली करने के निर्देश दिया, ताकि कोई अनहोनी होने पर लोगों की जान बच सके। लेकिन अधिकारियों की सुझबुझ से आज बड़ा हादसा टल गया।