बरमकेला। बरमकेला से महज मे 12 कि.मी. दुर ग्राम पिक्रीपाली संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन दिनांक 3 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक कथा वाचक पं मनोज तिवारी चित्रोत्पला गंगा किनारे साराडीह डभरा वाला द्वारा व्यासत्व मे सुमधुर स्वरों से गीत संगीत के साथ श्रीमद्भागवत कथा का अमृतमय रसास्वादन श्रद्धालुजनों को कराया गया कथा स्थल में प्रतिदिन बरमकेला व पिक्रीपाली एवं साहू परिवार के श्रद्धालु महिला पुरुषों की वृहद उपस्थिति के साथ साथ आस पास से हजारों की संख्या में कथा प्रेमी भक्तजन पहुंचकर श्रीमद्भागवत कथा का पुण्यलाभ प्राप्त किये।
कथा वाचक द्वारा जब अपने मधुर स्वर के माध्यम से भागवत कथा एवं भक्तिगीतों को संगीत के साथ गाया जाता तो उपस्थित महिला व पुरुष भक्तगण झूमकर नाचने के लिए विवश हो जाते थे। कथा के अंतिम दिवस व्यास पीठ द्वारा अत्यंत भावपूर्ण वातावारण में भागवत कथा के सार सुदामा चरित्र व सुखदेव विदाई, राजा परिक्षित मोक्ष का वर्णन किया। कथा में सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े, गनपत जांगड़े, ,किशोर पटेल उपाध्यक्ष जनपद पंचायत, कन्हैया सारथी, विशिकेशन चौहान, भूपेन्द्र साहू, भुतनाथ पटेल, रामकृष्ण नायक, मोहन पटेल, चौधरी सहित कथा का रसपान करने के लिए पहुंचे हुए थे। श्रद्धालुओं ने एकाग्रता से कथा सुना।
कथा प्रसंग के अनुरूप झांकियां भी निकाली गई
कथा के बीच-बीच में भजनों पर श्रद्धालुओं ने नृत्य भी किया। इस दौरान बड़ी संख्या में महिला पुरुष श्रोता मौजूद थे। कथा वाचक पं मनोज तिवारी ने बताया कि भागवत कथा का श्रवण से मन आत्मा को परम सुख की प्राप्ति होती है।पुण्य लाभ को बताया तथा जीवन और मृत्यु के सनातन सत्य को संसार सागर का दो तट बताकर कथा को विराम दिया आयोजन करता सुभाष साहू, श्रीमती कविता साहू एवं साहू परिवार द्वारा किया गया।