रायगढ़। आगामी एक-दो दिन में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने की संभावना है जिसे देखते हुए रायगढ़ सहित छत्तीसगढ़ का व्यापार जगत चिंतित है। क्योंकि पिछले कुछ चुनाव में यह देखा गया है कि आचार संहिता की आड़ में कई विभाग व्यापारियों के माल के साथ-साथ उनके आवागमन के समय उनकी निजी गाडिय़ों की भी जांच करते है।
प्रदेश चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रियल एसोसिएशन छत्तीसगढ़ की रायगढ़ इकाई के पदाधिकारी हीरा मोटवानी एवं राजेश अग्रवाल ने कहा कि व्यापार जगत हमेशा से ही कानून की पालना में प्रशासन के साथ सहयोग करता रहा है। परंतु हर बार आचार संहिता की आड़ में छोटे एवं मध्यम दर्जे के व्यापारी को ही जांच के दायरे में लाकर परेशान किया जाता रहा है।
यह सही है कि प्रशासन को और अन्य एजेंसियों को अपना काम करना चाहिए निश्चित रूप से उनकी जांच मनी लॉन्ड्रिंग और चुनाव में लगने वाले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए उचित कदम है। परंतु इसकी आड़ में छोटे व्यापारियों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए छोटा व्यापारी छोटी-छोटी रकम लेकर अपना माल खरीदने के लिए बड़े शहरों की तरफ रुख करता है परंतु रेलवे स्टेशन,बस स्टैंड या फिर सडक़ मार्ग पर उन्हें रोक कर भयादोहन किया जाना उचित नहीं है। जबकि जो लोग चुनाव में भ्रष्टाचार करते हैं और बड़ी-बड़ी रकम की मनी लॉन्ड्रिंग करते हैं वह इस जांच के दायरे में नहीं फंस पाते हैं क्योंकि उनके रसूख और पैसे की ताकत उन्हें बचा लेती है परंतु छोटा व्यापारी इन दो तीन महीनों में जांच के नाम पर प्रताडि़त होता रहता है। चेंबर ने जिला प्रशासन से अपील की है कि वह संबंधित एजेंसियों को यह निर्देश दें की जांच के नाम पर छोटे एवं मध्यम दर्जे के व्यापारियों को परेशान ना किया जाए।
आने वाले दिनों में त्यौहार का सीजन है और साल भर मंदी की मार झेल रहा व्यापार जगत इस सीजन को खोना नहीं चाहता है।यदि उसका माल बेवजह रोका जाता है या फिर जांच के नाम पर उसका छोटा-छोटा पैसा भी जब्त कर लिया जाता है तो उसकी कमर टूट जाती है। आगामी दिनों में त्योहार के सीजन को देखते हुए तथा नव वर्ष की तैयारी को देखते हुए छोटे व्यापारियों पर बेवजह कार्रवाई न की जावे।