रायगढ़। क्या रायगढ़ शहर धीरे-धीरे अपराध गढ़ बनने की ओर अग्रसर हो रहा है। पिछले कुछ दिनों के दौरान शहर के भीड़ भाड़ वाले सार्वजनिक स्थलों पर असामाजिक तत्वों व गुंडा तत्वों द्वारा सरेराह गुंडागर्दी और आतंक मचाने की घटनाएं तो कम से कम इसी ओर ईशारा कर रही है। इसी क्रम में आज शनिवार को एक बार फिर चक्रधर नगर क्षेत्र स्थित पालिटेनिक कालेज के पास ट्यूशन जा रहे स्कूली छात्र से गुंडातत्वों द्वारा लूट का प्रयास व मारपीट का मामला सामने आया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चक्रधर नगर चैक स्थित जयराज स्टोर के संचालक का पुत्र अमन केशरवानी 13 वर्ष ओपी जिंदल स्कूल में कक्षा 7वीं का छात्र है। शनिवार की शाम को वह हमेशा की तरह अपने घर से ट्यूशन जाने के निकला था और पॉलिटेनिक कालेज के पीछे स्थित तालाब के पार से होकर ट्यूशन जा रहा था इसी दौरान तालाब के किनारे रूमाल व गमछे से चेहरा ढके चार युवकों ने उसे रोक लिया और रूपये की मांग करने लगे। अमन के द्वारा ट्यूशन जाने और रूपये नही होनें की बात कहने पर पहले तो इन युवकों ने उसे पकडक़र उसकी जेबे टटोली और पैसा नही मिलने पर उसके साथ मारपीट करने लगे। एक साथ चार युवकों को अपने उपर हावी होता देखकर अमन चिल्लाने लगा और किसी तरह जान बचाकर वहां से भागा। घर पहुंचकर उसने परिजनों को घटना से अवगत कराया जिसके बाद स्कूली छात्र के पिता ने चक्रधर नगर थाने पहुंचकर उक्ताशय की लिखित शिकायत दर्ज कराई है। समाचार लिखे जाने तक इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नही हो सकी थी।
शाम ढले लगता है नशेडियों व असामाजिक तत्वों का जमावड़ा
मोहल्लेवासियों ने बताया कि शहर के पॉलिटेनिक कालेज के पीछे स्थित तालाब के पास पचरी में और तालाब के किनारे मेड पर शाम ढले असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होनें लगता है और शराबखोरी, गांजे की लत व जुआ खेलने वाले युवाओं की टोली यहां पर जुटती है। बताया जा रहा है कि इनके बीच भी आपस में कई बार मारपीट की घटनाएं सामने आ चुकी है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ये असामाजिक तत्व यहां से गुजरने वाले महिलाओं व युवतियों पर भी अश्लील फब्बती कसते हैं जिसके कारण मोहल्ले की महिलाओं व युवतियों का इस मार्ग से गुजरना दुभर हो गया है। शाम के बाद यहां से कोई जाना पसंद नही करता। वहीं आसपास के क्षेत्र में हमेशा अंधेरे का साम्राज्य रहता है और कोई भी स्ट्रीट लाईट नही जलती जिसके कारण इस संवेदनशील स्थल पर कभी भी कोई बड़ी घटना घटित हो सकती है। पुलिस प्रशासन को इस मामले में तत्काल संज्ञान लेने की जरूरत है।
फिर हुआ स्कूली छात्र से लूट का प्रयास व मारपीट
गौरतलब रहे कि शहर में पिछले कुछ दिनों के दौरान लगातार अपराधिक घटनाएं घटित हो रही है। शुक्रवार को ही सत्तीगुड़ी चैक में सरेराह एक युवक की पिटाई कर दी गई और उसे बंधक बनाकर ले जाया गया। देर शाम इस बालक को बुरी तरह घायल अवस्था में बावलीकुंआ बैकुंठपुर के पास से बरामद किया गया। इसी तरह गणेश विसर्जन के दौरान पिछले दिनों जमुना इन चैक पर नशे की पिनक में विसर्जन करने निकले सोनियानगर कोतरा रोड के कुछ युवकों ने एक स्कूली छात्र की महज इस कारण से बेदम पिटाई कर दी क्योंकि वह विसर्जन का वीडियो बनाने लगा था। यही नही शहर के भीतर अलग-अलग थाना क्षेत्रों में गणेश विसर्जन के दौरान लगातार लडाई झगडा व मारपीट की घटनाएं सामने आयी है। जो कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन की कमजोरी की ओर ईशारा करती है। पुलिस कप्तान को इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आवश्यक पहल करने की जरूरत है।
विसर्जन के दौरान फिल्मी गानों पर प्रतिबंध जरूरी
यहां यह बताना लाजमी होगा कि इससे पूर्व के वर्षो में किसी भी तरह के विसर्जन के कार्यक्रम के दौरान पुलिस व जिला प्रशासन की ओर से कान फोडु डीजे संगीत व तेज आवाज वाले फिल्मी गानों पर प्रतिबंध लगाया गया था और विसर्जन के दौरान केवल जसगीत और भजन कीर्तन की अनुमति दी गई थी। जिसके चलते गत वर्ष इस तरह की घटनाएं काफी कम हुई थी। पुलिस व जिला प्रशासन को इस पहल पर अमल करने की जरूरत है। वहीं जरूरत पड़े तो ऐसे दिनों में शराब की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगाना न्याय संगत और वक्त की जरूरत जान पड़ती है। चाहे तो इसके लिये माननीय न्यायालय की भी अनुमती ली जा सकती है। जरूरत है तो केवल इच्छा शक्ति की।
हम शहरवासी भी इसमें कम दोषी नही
पिछले कुछ दिनों के दौरान शहर के भीतर भीड़भाड वाली सडक़ों तथा रिहायशी क्षेत्रों में सरेराह हुई गुंडागर्दी के पीछे दरअसल हम शहरवासियों का भी कम दोष नही है। एक दिन पहले सत्तीगुडी चैक में हुई घटना के दौरान 8 से 10 युवक मिलकर बीच चैराहे पर करीब दस मिनट तक एक युवक की बेदम पिटाई करते रहे इस दौरान वहां से पैदल, दुपहिया व चार पहिया वाहनों में दर्जनो लोग गुजरे होंगे मगर किसी ने भी रूककर इस मारपीट को रोकने का प्रयास नही किया और नही तो कम से कम किसी शहरवासी के द्वारा अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कोतवाली पुलिस व पुलिस कंट्रोल रूम को तत्काल इसकी सूचना देकर इस तरह की घटनाओं पर कारगर अंकुश लगाया जा सकता है। दरअसल ऐसे मामलों में हम शहरवासियों को भी बेहतर शहरी होनें का परिचय देने की जरूरत है।