रायगढ़। जमीन की भूख इंसानों को इस है तक गिरा देती है, कि सक्षम और साधन संपन्न वर्गअपने निज स्वार्थपूर्ति के लिए गरीब,कमजोर और दलित, आदिवासी भूमि स्वामियों का अमानवीय शोषण कर ने लगा जाते है। दूसरी तरफ ऐसे मामलों की सच्चाई जानने के बावजूद पीडि़त पक्ष को कानूनी रूप से कोई प्रत्यक्ष सहायता नही मिल पाती है। कुछ ऐसा ही घटित हो रहा है ग्राम नवापाली थाना चक्रधर नगर निवासी दलित पीडि़त किसान सहनी राम चौहान के साथ।
सहनी राम अपने साथ घट रही घटना को लेकर कहता है कि शहर के एक नामचीन जमीन माफिया के साथ लड़ते हुए उसके पिता की मौत हो गई। बड़े भाई के शराबी होने के कारण पिता के बाद जमीन की कानूनी लड़ाई सहनी राम के जिम्मे आ गई। एक बार उसके वकील साहब के धोखे से वह केश हारने के बाद पुन: अपनी पूंजी और साहस जुटा कर कानूनी लड़ाई का दूसरा प्रयास शुरू किया है। लड़ाई जैसे ही अंतिम स्टेज में और उसके पक्ष आते दिखने लगी। जमीन माफिया ने सहनी राम के कब्जे की विवादित भूमि को धोखे से किसी प्रतिभा संजय जैन को झूठे दस्तावेज दिखा कर बेच दिया। इसके बाद सहनी राम ने न्यायालय में दूसरे पक्ष जैन के विरुद्ध भी न्यायालय में शरण ली। अभी संबंधित मामले पर न्यायालय ने अपना अंतिम निर्णय दिया ही नहीं था, कि इसी बीच पुन: पूरी ढीठई से जमीन माफिया ने उ प्र निवासी एक दूसरे विवादित और चर्चित जमीन माफिया को उक्त विवादित भूमि का बचत टुकड़ा गलत तरीके से बेच दिया।
अब जब इस बात की जानकारी पीडि़त को तब हुई जब भूमि के इस टुकड़े पर काम करने के दौरान जमीन माफिया महेंद्र जयसवाल के गुर्गे आकर उसे यह कहकर धमकाने लगे कि अब इस जमीन को हमारे मालिक महेंद्र जयसवाल ने खरीद लिया है तुम या तुम्हारा परिवार इसके आसपास भी दिखे तो तुम्हे परिवार सहित मारकर जमीन में दफना देंगे।
घटना की लिखित शिकायत आज से 15 दिन पहले पीडि़त किसान सहनी राम ने थाना चक्रधर नगर में की,यहां से इतने दिनों में कोई मदद नहीं मिल पाई।
इधर जमीन माफिया महेंद्र जयसवाल के गुर्गे बेखौफ होकर उसके शराबी बड़े भाई के साथ उसके घर घुस कर घर में तोड़ फोड़ कर उसे थाने में की गई शिकायत वापस लेने व न्यायालय से प्रकरण वापस लेने के लिए दबाव बनाने लगे। उन्होंने उसे धमकाते हुए कहा कि तुम अगर हमारे हिसाब से काम नही करोगे तो हमारे मालिक महेंद्र जयसवाल पुलिस के बड़े अधिकारियों से दोस्ती है,वो तुम्हारे घर में गांजा रखवाकर तुमको फंसा कर जेल भेज देंगे। जेल में रखकर तुम अपना केस लड़ते रहना।
दूसरी बार घर घुस कर पीडि़त को धमकाने की शिकायत लेकर थाना चक्रधर नगर पहुंचे पीडि़त किसान सहनी राम को पुलिस थाने से शिकायत की पावती नही मिली न ही उसका बयान दर्ज कर जमीन माफिया ,और उसके गुर्गे व अन्य के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नही की गई। अंतत: परेशान होकर पीडि़त ने एस पी साहब के पास न्याय की गुहार लगाई है। पीडि़त का कहना है,कि कुख्यात जमीन माफिया के लोग रोजाना बेखौफ उसके घर आ जाकर उसे परेशान कर रहे है। गांव में उसका रहना दुभर हो गया है। कब किसके साथ कोई अप्रिय घटना घट जाएगी यह कहां नही जा सकता है। एसपी साहब के यहां से भी उसे न्याय नही मिला तो मजबूरन उसे गांधी जयंती 2 अक्तूबर से सपरिवार धरने पर बैठना पड़ेगा।