रायगढ़। शहर में एक्सीस बैंक डकैती कांड को दस दिन भी नहीं बीते कि आज फिर एसबीआई बैंक से निकलते ही एक क्रेशर उद्योग के सुपरवाईजर के मोटर साइकिल की डिक्की से 9 लाख रुपए की पलक झपकते ही उठाईगिरी होने की घटना प्रकाश में आई है। हमेशा की तरह पुलिस सीसी टीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर आरोपियों की पतासाजी में जुट गई है, लेकिन अब तक पुलिस के हाथ कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चंद्रपुर से लगे टिमरलगा में मनीष अग्रवाल का जय मां नाथल दाई नाम से क्रेशर उद्योग संचालित है। क्रेशर उद्योग संचालक मनीष अग्रवाल ने सुपरवाईजर मनोज कुमार डनसेना को आज 9 लाख रुपए का सेल्फ चेक दिया और कहा कि केवड़ाबाड़ी बस स्टेंड में स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा से इसे कैश कराना है। जिस पर मनोज डनसेना मोटर साइकिल से एसबीआई पहुंचा और 9 लाख के चेक को कैश कराने के बाद सुबह करीब 11 बजे बैंक से बाहर निकला और अपनी मोटर साइकिल की डिक्की में नोटों का बंडल रखकर जैसे ही वह मोटर साइकिल से आगे बढ़ा कि सामने ट्रैफिक जांच में फंस गया और उसका ध्यान जाम की वजह से डिक्की की ओर से हट गया। जिसका फायदा उठाकर अज्ञात बदमाशों ने पलक झपकते ही नोटों के बंडलो को गायब कर दिया और वहां से भाग निकले। जैसे ही मनोज का ट्रैफिक जाम से ध्यान हटा और डिक्की की ओर देखा तो डिक्की खुली थी और नोटो के बंडल गायब थे। अचानक हुई उठाईगिरी की घटना से मनोज के पैरों तले जमीन खिसक गई और तत्काल उसने क्रशर उद्योग संचालक मनीष अग्रवाल को जानकारी दी। जिसके बाद घटना की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और पीडि़त मनोज से पूछताछ कर प्रारंभिक जांच शुरू की गई। साथ ही घटना स्थल के आसपास लगे सीसी टीवी फुटेज को भी जांच के दायरे में लाया गया, जिससे पुलिस को यह ज्ञात हुआ कि दो होंडा यूनिकॉर्न बाइक पर चार अज्ञात बदमाशों द्वारा मनोज डनसेना का पीछा कर उठाईगिरी कि घटना को अंजाम दिए जाने की संभावना है। घटना की जानकारी एसएसपी सदानंद कुमार को जैसे ही मिली, उन्होनें सभी थाना प्रभारियों को नाकेबंदी कर अज्ञात बदमाशेां की पतासाजी के निर्देश देते हुए सीसी टीवी कैमरे के फुटेजों को शेयर किया। जिसके बाद पुलिस अज्ञात बदमाशों की तलाश में जुट गई है।
एक सप्ताह पूर्व ही हुई थी करोड़ों की डगैती
एक सप्ताह पूर्व 19 सितंबर को सुबह करीब 9.30 बजे ढिमरापुर मार्ग पर स्थित एक्सिीस बैंक में पांच करोड़ 62 लाख की सनसनी खेज डकैती हुई थी और इस घटना को बिहार प्रांत के गैंग ने अंजाम दिया था। हालांकि यह गैंग माल-मशरूका के साथ महज 24 घंटे के अंदर रायगढ़ पुलिस के हत्थे चढ़ गया था। जिसके बाद पुलिस लगातार बैंकों पर नजर रखी हुई है, फिर भी बदमाशों के हौसले इतने बुलंद है कि वे पलक झपकते ही वारदात करने से नहीं चुक रहे हैं।