रायगढ़। रेलवे विभाग द्वारा बुधवार को यात्री ट्रेनों को स्टेशन के बाहर आउटर में घंटों खड़ाकर एक-एक कर चार मालगाडिय़ों को निकाल दिया, उसके बाद करीब दो घंटा बाद उसे प्लेटफार्म पर लाया गया, लेकिन उसके बाद भी 20 मिनट तक खड़ा किया गया, जिससे इस भीषण गर्मी में सफर करने वाले यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि इन दिनों बिलासपुर डिविजन के कोतरलिया स्टेशन व रायगढ़ में तीसरी व चौथी लाईन का काम चल रहा है, जिसके चलते दर्जनों यात्री ट्रेनों को विगत 10 दिनों से परिचालन रद्द किया गया, लेकिन इस दौरान जो इक्का-दुक्का ट्रेने चल रही है, उसे भी समय पर न चलाते हुए स्टेशन के आउटर में खड़ी कर सिगनल दिखाकर मालगाडिय़ों का परिचालन किया जा रहा है, जिसके चलते सफर करने वाले यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। ऐसे में बुधवार को राय$गढ़ आने वाली बिलासपुर की तरफ से आने वाली साउथ बिहार, उत्कल व कामाख्या एक्सप्र्रेस पहले से ही विलंब से चल रही थी, लेकिन जब ये ट्रेने रायगढ़ पहुंचने वाली थी, उस समय एक के पीछे एक ट्रेन को रायगढ़ के आउटर में खड़ा कर दिया गया था, साथ ही एक-एक कर चार मालगाडिय़ों को पार किया गया, उसके बाद इन ट्रेनों को स्टेशन में एंट्री मिली जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं जब कामाख्या एक्सप्रेस रायगढ़ प्लेटफार्म में पहुंची तो उसमें सफर करने वाले यात्रियों ने बताया कि यह ट्रेने सुबह 11.28 बजे रायगढ़ स्टेशन के आउटर में खड़ी हो गई थी, जो प्लेटफार्म से मात्र डेढ़ किमी की दूरी पर थी, साथ ही एक नंबर प्लेटफार्म में उसका एंडिकेटर भी जला दिया गया था और अनाउंस भी किया जा रहा था, लेकिन फिर भी एक-एक कर चार मालगाडिय़ों को एक नंबर पर ही लिया गया और यह ट्रेने आउटर में करीब दो घंटे तक खड़ी रही, ऐसे में जब सभी मालगाडिय़ां पार हो गइ तब दोपहर करीब 1.20 में इसे प्लेटफार्म नंबर एक पर लिया गया, ऐसे में ट्रेने रुकते ही उसमें सवार यात्री गर्मी से बेहाल होकर हाथों में बोतल लिए पानी के लिए दौड़ लगा दिया, साथ ही इस ट्रेन को करीब 20 मिनट तक प्लेटफार्म में खड़ा किया था, उसके बाद आगे के लिए रवाना किया गया, इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
एक के पीछे एक खड़ी रही ट्रेने
बुधवार को कामाख्या एक्सप्रेस जब स्टेशन पहुंची तो उसके पीछे ऋषिकेश-पुरी उत्कल एक्सप्रेस को आउटर में दोपहर करीब एक बजे खड़ा कर दिया गया, साथ ही रायगढ़ और किरोड़ीमल के बीच साउथ बिहार को खड़ा किया गया था, ऐसे में जब कामाख्या एक्सप्रेस 1.45 बजे स्टेशन निकली तो 1.55 बजे बजे उत्कल को लाया गया, फिर उस ट्रेने को करीब 10 मिनट बाद रवाना होने के बाद साउथ बिहार एक्सप्रेस को लाया गया, इससे इन ट्रेनों में सफर करने वाले भरी दोपहरी में काफी परेशान हुए।
यात्रियों ने बताई अपनी व्यथा
इस संबंध में कामाख्या एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्रियों ने बताया कि जहां इन दिनों प्रदेश में भीषण गर्मी के चलते लू का प्रकोप चालू हो गया है वहीं रेलवे विभाग यात्री ट्रेनों को दरकिनार कर मालगाडिय़ों को समय पर चला रहा है, जिसके चलते काफी दिक्कत हो रही है। साथ ही अन्य यात्रियों का कहना था कि इन दिनों स्कूलों में छुट्टी लगने वाली है, और शादी का भी मौसम चल रहा है, जिसके चलते बड़ी संख्या में लोग अपने घर लौट रहे हैं,इससे ट्रेनों में इन दिनों पैर रखने की जगह नहीं मिल रही है, इसके बाद भी यात्री ट्रेनों को प्राथमिकता न देना समझ से परे हैं। साथ ही इस भीषण गर्मी में ट्रेनों को आउटर में खड़ा कर देने से बच्चे, बुजुर्ग व महिलाओं को काफी दिक्कत हो रही है। जिससे गर्मी के चलते तबीयत भी बिगड़ जा रही है।
रेलवे विभाग 44 डिग्री तापमान में यात्री ट्रेने घंटों खड़ी रही आउटर में
कामाख्या एक्सप्रेस का एंडिकेटर दिखाकर चार मालगाडिय़ों को किया पार, भीषण गर्मी में यात्री हुए हलाकान
