रायगढ़। शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ रासेयो प्रकोष्ठ द्वारा विश्वविद्यालय गोद ग्राम रायगढ़ जिला के एकताल, नंदेली, भेलवांटिकरा,और जांजगीर चांपा जिला के धनपुर व पीपारदा गोद ग्राम के निकट महाविद्यालय व विद्यालय के रासेयो कार्यक्रम अधिकारियों की बैठक विगत 22 सितंबर को विश्वविद्यालय के सभाकक्ष में आहूत की गई। उक्त बैठक शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ के कुलपति प्रो (डॉ)ललित प्रकाश पटैरिया के संरक्षण,मार्गदर्शन दिशा निर्देशन व अध्यक्षता में एवं कुल सचिव श्री सौरभ शर्मा जी के विशिष्ट उपस्थिति में तथा रासेयो प्रकोष्ठ के कार्यक्रम समन्वयक डॉ सुशील कुमार एक्का के कुशल नेतृत्व में सम्पन्न हुई।
रासेयो बैज लगाकर किया गया अभिनंदन
सर्वप्रथम कुलपति प्रो (डॉ) ललित प्रकाश पटैरिया जी का स्वागत जानकी कॉलेज ऑफ एजुकेशन रायगढ़ के प्राचार्य डॉ. गजेंद्र चक्रधारी ने रासेयो परंपरा अनुरूप रासेयो बैज लगाकर किया। वही कुल सचिव सौरभ शर्मा का स्वागत सारंगढ़ बिलाईगढ़ के जिला संगठक लोकेश पटेल ने रासेयो बैज लगाकर किया।इस अवसर पर विश्वविद्यालय रासेयो कार्यक्रम समन्वयक डॉ सुशील कुमार एक्का ने बैठक में उपस्थित अतिथियों का स्वागत अभिनंदन करते हुए कहा कि आज की बैठक विश्वविद्यालय सलाहकार समिति के निर्णय के आधार पर विश्वविद्यालय के गोद ग्राम में जागरूकता गतिविधियों आयोजित करने हेतु कार्य योजना बनाने के लिए आयोजित की गई है।
गोद ग्राम में विविध जन चेतना के कार्यक्रमों का आयोजन करें
बैठक में कुलपति प्रो (डॉ)ललित प्रकाश पटैरिया ने जरूरी दिशा निर्देश देते हुए विश्वविद्यालय गोद ग्राम के विषय में कहा कि संबंधित गोद ग्राम में 4से 15 वर्ष के बच्चों को सौ फीसदी स्कूल में प्रवेश कराना लक्ष्य रखें,सुरक्षित मातृत्व (प्रसव), निराश्रित बुजुर्ग,उपयोगी पुष्प वाटिका निर्माण, टीकाकरण, स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता, ओडीएफ जन जागरूकता,नशामुक्ति, विधिक साक्षरता, साइबर जागरुकता कार्यक्रम जनचेतना अभियान स्वरूप संचालित करने हेतु कहा। उन्होंने गोद ग्राम के निकट के रासेयो कार्यक्रम अधिकारियों से 30 सितंबर तक कार्य योजना की रूप रेखा तैयार कर उसे विश्वविद्यालय में जमा सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया। कहा कि यह कार्य, निर्धारित योजना के अनुसार अक्टूबर से फरवरी तक कार्यक्रम आयोजित किए जाए कहा। गोद ग्राम की समस्या पर फोकस कर उसका निराकरण भी करें- कुलपति नेआगे कहा कि गोद ग्राम के किसी एक समस्या पर फोकस कर उसका पूर्णता निदान करें तथाअपने गोद ग्राम में ही दीवा शिविर,सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन करें।
निर्धारित मापदण्ड के अनुरूप इकाई द्वारा गोद ग्राम चयन करें
कुलपति प्रो (डॉ) ललित प्रकाश पटैरिया ने बैठक में कहा कि रासेयो कार्यक्रम अधिकारी अपने इकाई का गोद ग्राम लेने के लिए ऐसे क्षेत्रों का चयन करें जहां जनजातियों की संख्या अधिक हो, पिछड़े हुए क्षेत्र हों, सामाजिक आर्थिक व शैक्षणिक विकास नगण्य हो। जहां जनजागरूकता का अभाव हो।ऐसे ही क्षेत्रों को किसी भी रासेयो इकाई का गोद ग्राम हेतु चयनित किया जाए।
गोद ग्राम में सामाजिक सरोकार से संबंधित कार्य करें
बैठक में विशेष रूप से उपस्थित कुल सचिव सौरभ शर्मा ने कहा कि गोद ग्राम में सामाजिक सरोकार से संबंधित कार्य करने की आवश्यकता है इसके लिए रासेयो स्वयं सेवक सामाजिक सरोकार के प्रति स्वयं जागरुक बने और ग्रामीणों को जागरूक बनाएं। जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन होगा। सारंगढ़ बिलाईगढ़ एवं शक्ति जिले हेतु गोद ग्राम का लिया गया निर्णय- उल्लेखनीय है कि बैठक में रायगढ़ जिला से पृथक होकर सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला एवं जांजगीर चांपा से पृथक होकर शक्ति जिला बना है इसलिए नवगठित दोनों जिलों में भी गोद ग्राम लिए जाने हेतु निर्णय लिया गया।
बैठक में इनकी रही उपस्थिति
इस विशेष बैठक में विश्वविद्यालय गोद ग्राम के निकट महाविद्यालय विद्यालय के रासेयो कार्यक्रम अधिकारियों जिनमें जिला संगठक लोकेश्वर पटेल जिला संगठक नया जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ , प्राचार्य डॉ गजेंद्र चक्रधारी जानकी कॉलेज ऑफ एजुकेशन धनुहारडेरा रायगढ़, टी. एस. पैकरा शासकीय पी डी वाणिज्य एवं कला महाविद्यालय रायगढ़, राजेंद्र कुमार पांडेय, राजेंद्र कुमार सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय अकलतरा , जिला जांजगीर चांपा, सोमेश कुमार घिटोडे शासकीय क्रांति कुमार भारतीय महाविद्यालय शक्ति, नवीन दुबे महेंद्र सिंह मेमोरियल स्कूल नंदेली आदि तथा रासेयो प्रकोष्ठ से संदीप पटेल व नारायण यादव की भी उपस्थिति रही।बैठक चर्चा का संचालन शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ रासेयो प्रकोष्ठ के कार्यक्रम समन्वयक डॉ सुशील कुमार एक्का ने किया तथा आभार व्यक्त डॉ गजेंद्र चक्रधारी प्राचार्य जानकी कॉलेज ऑफ एजुकेशन धनुहारडेरा रायगढ़ द्वारा किया गया।
शहीद नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रासेयो प्रकोष्ठ का बैठक सम्पन्न
कुलपति ने गोद ग्राम के लिए विशेष कार्य योजना बनाने के लिए किया निर्देशित
