रायगढ़। मदर एण्ड चाइल्ड अस्पताल में विगत चार-पांच दिनों से लगातार जहरीले सर्प निकले से मरीज व कर्मचारियों में दहशत का माहौल बन गया था, जिसके चलते 48 घंटा बाद मंगलवार को फिर से अस्पताल का ओटी शुरू हुआ है, जिससे अस्पताल आने वाले मरीजों का उपचार शुरू हो सका।
उल्लेखनीय है कि शहर से करीब पांच किमी दूर एकताल रोड में पहाड़ के नजदीक स्थित मदर एण्ड चाइल्ड अस्पताल के ओटी कक्ष में विगत पांच दिनों से लगातार जहरीले सर्प निकल रहे थे, जिसको लेकर वहां काम करने वाले कर्मचारियों इसक दर दहशत का माहौल बन गया था, कि ओटी को ही बंद करना पड़ गया था। जिसकी जानकारी होते ही अस्पताल प्रबंधन द्वारा सर्प को पकडऩे के लिए सर्प मित्र का सहारा लिया गया, जिससे लगातार तीन दिनों तक सर्प मित्र के सदस्यों ने जहरीले सर्प को पकडकऱ जंगल में छोड़ा गया, लेकिन जब चौथे दिन भी एक सर्प निकला तो ओटी कक्ष में जाने से यहां के स्टाफ भी कतराने लगे थे, जिसको लेकर शनिवार, रविवार और सोमवार को एमसीएच का ओटी व उससे लगे वार्ड को ही बंद करना पड़ा, जिससे इन दिनों में अस्पताल आने वाले मरीजों को बगैर इलाज के ही लौटना पड़ा, लेकिन गनिमत यह थी कि पास में ही मेडिकल कालेज अस्पताल होने के कारण ज्यादा दिक्कत नहीं हुई।
लगातार हो रहा दवा छिडक़ाव
इस संबंध में अस्पताल के अधिकारियों की मानें तो जब से यहां सर्प निकल रहा है, तब से लगातार फोर-8 दवा का छिडक़ाव किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस दवा के गंध से सर्प भाग जाते हैं, ऐसे में सोमवार को सर्प दिखाई नहंीं देने से मंगलवार से ओटी और वार्ड को शुरू किया गया है, लेकिन फिर भी स्टाप व मरीज के परिजनों को एहतियात बरतने की हिदायत दी गई है।
ंजंगल से लगे होने से आ रहे सर्प
बताया जाता है कि जिस समय यहां अस्पताल नहीं बना था, उस समय इस क्षेत्र में शहर से निकलने वाले सर्पों को छोड़ा जाता था, जिससे यहां बड़ी संख्या में जहरीले सर्प है, साथ ही इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी के चलते पहाड़ व जंगल से निकल सर्प अस्पताल में घुस जा रहे हैं, जिसके चलते समस्या बढ़ गई है।
कर्मचारियों में भय का माहौल
अस्पताल में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि दिन के समय काम करने वाले कर्मचारी तो एहतियात बरते हुए काम कर ले रहे हैं, लेकिन जिनकी रात में ड्यूटी है, उनके लिए समस्या बढ़ गई है,साथ ही मरीज के परिजन भी अस्पताल में पर्स पर ही आराम करते हैं, जिससे इनके लिए भी खतरा बना हुआ है। साथ ही अभी तक जितने भी सर्प देखे गए हैं, सभी जहरीले हैं, जिससे अगर किसी को काट लेते हैं तो उनका बचना भी मुश्किल है।
वॉश बेसिन, पाइप लाइन को बंद किया गया
आए दिन सांप निकलने से परेशान यहां के कर्मचारियों ने सांप के स्थायी ठिकानों को भी खोजने की कोशिश की। अस्पताल के आसपास ऐसा कुछ नहीं मिला। इस वजह से यहां जितने वॉश बेसिन, पाइप लाइन वाले बाकी जो भी छेद हैं उन्हें ढंक दिया गया है। साथ ही खिड़कियों को भी बंद रखा जा रहा है।
ओटी थिएटर में सीएमएचओ पहुंचे
सांप निकलने से डिलवरी बंद हो जाने की जानकारी स्टाफ नर्सों ने अपने अधिकारियों को दी। इसके बाद जिला एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अनिल कुमार जगत अपनी टीम के साथ एमसीएच पहुंचे। यहां के ऑपरेशन थिएटर को देखने के साथ ही आसपास का मुआयना भी किया। फिलहाल उन्होंने खिड़कियों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं।
सांपों की ऐसी दहशत की 48 घंटे बंद रहा एमसीएच का ओटी
दवा छिडक़ाव के बाद मंगलवार से शुरू हुआ अस्पताल, स्टाफ के साथ मरीजों में भी बनी थी दहशत का माहौल
