रायगढ़। जिले में कई कंपनियां और कोल माइंस स्थापित है। इसमें सैकड़ों कुशल, अर्ध कुशल और अन्य कार्य को लेकर जगह-जगह फैक्ट्रियों एवं कोल माइंस में कार्यरत हैं। इनका हमेशा सोशल मीडिया या स्थानीय अखबार के माध्यम से समय-समय पर यह जानकारी मिलती है कि ठेकेदार या कंपनी प्रबंधन के द्वारा उन्हें प्रताडि़त किया जाता है। यही नहीं, उनसे जबरन अधिक समय तक काम भी लिया जाता है। दूसरी ओर शासन का गाइड लाइन यह कहता है कि एक मजदूर को मिनिमम सिर्फ 8 घंटे ही ड्यूटी कराना चाहिए, लेकिन आज रायगढ़ क्षेत्र में कई कंपनियां ऐसी है जो शासन-प्रशासन के इस नियम का पालन नहीं करती। नतीजतन, श्रमिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। और तो और कंपनी प्रबंधन एवं ठेकेदार के द्वारा आज मजदूर को सही से सेफ्टी सुरक्षा प्रदान नहीं किया जाता हैं, जिसके कारणआए दिन दुर्घटनाएं होती है। इन्हीं सभी बातों को देखते हुए रायगढ़ के भारतीय जनता मजदूर ट्रेड यूनियन काउंसिल के जिला अध्यक्ष पिंटू सिंह के मार्गदर्शन में इन सभी मुद्दों पर बैठक रखी गई थी। सर्वसम्मति से तय हुआ कि 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के दिन से अलग-अलग संगठन बनाकर पूरे रायगढ़ जिले में स्थापित छोटी-बड़ी कंपनियों का दौरा कर श्रमिकों से मुलाकात करते हुए वस्तुस्थिति की जानकारी लेकर उनको शासन-प्रशासन की गाइडलाइन के बारे में बताया जाएगा। सरकार नियम के हिसाब से ही ठेकेदार और कंपनी प्रबंधन से उनका मानदेय बेतन दिलाया जाएगा। उनसे यह भी जानकारी ली जाएगी कि क्या उनको ठेकेदार या कंपनी प्रबंधन से कार्य के दौरान कोई समस्या तो नहीं हो रही है। अगर श्रमिकों के द्वारा किसी भी ठेकेदार या कंपनी प्रबंधन की शिकायत संगठन को प्राप्त होती है, तो भारतीय जनता मजदूर ट्रेड यूनियन काउंसिल के द्वारा उस कंपनी या ठेकेदार के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इन्हीं सब बातों को देखते हुए इस बैठक में रायगढ़ जिले में पदस्थ संगठन के पदाधिकारी के बीच यह सहमति बनी।