रायपुर। राजधानी में दो दिन पहले पुलिस थाने के भीतर विवाद हुआ है। करीब आधे दर्जन लडक़ों ने पुलिसवालों के साथ धक्का मुक्की की। जिसके बाद पुलिस ने सरकारी काम में बाधा के मामले में एफआईआर दर्ज किया। मामले में कई युवकों को आरोपी बनाया, लेकिन इनमें से एक युवक का कहना है कि वो निर्दोष है। वो केवल सूचना देने थाने आया था। अब युवक के पक्ष में हृस्ढ्ढ ने थाने का घेराव कर दिया। एनएसयूआई जिलाध्यक्ष शांतनु झा का कहना है कि प्रवीण सरोज सडक़ से गुजर रहा था। इस दौरान दो पक्ष आपस में लड़ाई कर रहे थे। इसकी सूचना देने के लिए वह पुलिस थाने गया था। तो वहां पर पुलिसकर्मियों ने थाने के भीतर धक्का-मुक्की में उसे भी आरोपी बना लिया। हृस्ढ्ढ ने इस मामले में थाना प्रभारी को जांच कर स्नढ्ढक्र रद्द करने की मांग की है। वहीं थाना प्रभारी सुनील दास का कहना है कि इस मामले में सीसीटीवी देखकर जांच की जाएगी।
यह पूरी घटना शुक्रवार रात 12-1 बजे के आसपास बजे की है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हर्षदीप, आकाश जांगड़े, राधे यदु और अन्य लोग आमानाका इलाके के एक ढाबे में गए थे। जहां का ढाबा संचालक के साथ विवाद हुआ। इसके बाद ढाबा संचालक थाने पहुंचा। तो उनके साथ सभी युवक भी पहुंच गए। दोनों पक्षों ने एक दूसरे की गलती बताते हुए पुलिस से शिकायत की। इस दौरान ड्यूटी में मौजूद एएसआई रमेश चंद्र यादव और नाइट पेट्रोलिंग स्टाफ थाने में ड्यूटी कर रहा था। ढाबे के विवाद में पुलिस की कार्रवाई को लेकर आरोपी नाराज हो गए। उन्होंने थाने में बदसलूकी शुरू कर दी। जब पुलिस वालों ने रोकने की कोशिश की तो वह उनके साथ धक्का मुक्की करने लगे। इस दौरान एएसआई का कॉलर भी पकड़ लिया गया। धक्का मुक्की में एएसआई यादव जमीन पर गिर गए। इस मामले में पुलिस ने सरकारी काम में बाधा के मामले में आरोपियों के खिलाफ एक्शन लिया है।
पुलिसवाले से धक्का-मुक्की, एनएसयूआई ने घेरा थाना
जिलाध्यक्ष बोले- निर्दोष युवक पर जबरन एफआईआर दर्ज
