सारंगढ़ (भरत अग्रवाल)। महामहिम राज्यपाल श्री रेमन डेगा जी आपके सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला आगमन की सूचना शासन प्रशासन की ओर से जारी नहीं की गई, क्योंकि प्रदेश के 33 जिलों में इकलौता सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला है, जहां के दोनों विधानसभा में कांग्रेस विधायक है। जिसके चलते विकास की गंगा रायपुर से ही रोक दी जाती है। यहां की जर्जर सडक़ें, कचरों के अंबार में डूबा शहर, गंदगी और दुर्गंध से बजबजाती नालियां, बेसिर पांव के यातायात विभाग जहां आप अपने मर्जी से वाहन कहीं पर खड़ा करें ? किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता। प्रदेश में सारंगढ़ ऐसा इकलौता ऐतिहासिक नगरीय है जहां स्वतंत्रता पूर्व उच्च न्यायालय की स्थापना थी, जिस समय प्रदेश के राजधानी रायपुर, न्यायधानी बिलासपुर विद्युत से परिचित नहीं थे उस समय इस सारंगढ़ शहर में 1903 में हर चौक चौराहे पर लट्टू जला करता था। स्वागत है आपका ऐतिहासिक हेलीपैड में, जिस हेलीपैड में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद, इससे पूर्व अगर इतिहास को झांके तो इस हेलीपैड पर न जाने कितने गवर्नर जनरल आए और आकर चले गए, यहां तक की दोनों विश्व युद्ध के दौरान सारंगढ़ हरदी हवाई पट्टी जहां अंग्रेज अपने हवाई जहाज में राशन के साथ तेल डलवाया करते थे। इस नगर में आपका अभिनन्दन है। अपने भीतर इतिहास को समेटी यह ऐतिहासिक नगरीय अपने दूर्दिन की कहानी को देख और सुन रहा है। आपका वंदन है राज्यपाल जी, इस पान पानी और पालगी की पावन धरा पर, जिसने 19 वीं शताब्दी में एक तरफ मुख्यमंत्री के रूप में नरेश चंद्र सिंह को दिया, तो वही दूसरी ओर मध्यप्रदेश शासन को दो चीफ सेक्रेटरी इसी सारंगढ़ शहर ने दिया था। आरआर आई, आईपीएस, आई एफ एस जैसे अधिकारीयों को जन्म दी, जो आज प्रशासन तंत्र के निक्कमापन, कत्तर्व्य विमुखता व जनप्रतिनिधियों की कमजोरी के चलते खून का आंसू रो रही है। चारों तरफ अतिक्रमण का शिकार हो गया है शहर की ऐतिहासिक तालाबें, नगर की वे महत्वपूर्ण सडक़ें जहां राजा जवाहर सिंह के कार्य काल में लोग अपने चरण पादुका को हाथ में लेकर चलते थे उसी नगरीय में आज जूता और चप्पल पहन कर जाने में भी मन दुखता है। हमने सुना है कि आप प्रदेश के प्रथम नागरिक है तो इस हैसियत से आपसे विनती करते हैं कि आप एक बार मेरे इस बीमार शहर का अवलोकन करें।
आज सारंगढ़ आएंगे राज्यपाल

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lochan Gupta
