दुर्ग। ब्राह्मण सामाजिक संगठन समग्र ब्राह्मण मातृशक्ति परिषद् दुर्ग की संगठन सहयोगी बहनों एवं सनातनी बांधवों द्वारा आज नव-संवत्सर आरंभ का उत्सव मनाया। इस आयोजन के विषय में जानकारी देते हुये संगठन के प्रदेश संयोजक पं.रामानुज तिवारी ने बताया कि विक्रम संवत 2082 एवं चैत्र नवरात्रि के आरंभ के सुअवसर पर छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलो सहित दुर्ग के बोरसी स्थित मंदिरों एवं घरों के मुख्य द्वार में आमपत्र-पुष्प से बने बंदनवार को पंचोपचार पूजन लगाया गया. सायंकाल इन सभी जगहों में ?नववर्ष के स्वागत में दीपक प्रज्वलित किये गये।
समग्र ब्राह्मण मातृशक्ति परिषद् छत्तीसगढ़ की प्रदेश संगठन विस्तार प्रमुख श्रीमती अनुसुईया झा द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सनातन संस्कृति एवं परंपरानुसार भारतीय नववर्ष मनाने के लिये विगत एक माह से पूरे देश में संगठन द्वारा ‘घर-मंदिर बंदनवार सजायेंगे, हिन्दू नववर्ष नूतन संवत्सर मनायेंगे’ अभियान का आव्हान किया था. आज के इस आयोजन में उपस्थित सभी बहनों ने एक दूसरे के मस्तक पर कुमकुम तिलक लगाकर हिन्दू नववर्ष की बधाई दी. विक्रम संवत भारतीय संस्कृति में बहुत महत्वपूर्ण है और हिंदू धर्म के त्योहारों एवं शुभ कार्यों की तिथियों का निर्धारण इसी आधार पर होता है. विक्रम संवत अंग्रेजी कैलेंडर से 57 साल आगे है। आज विक्रम संवत 2082 के आरंभ एवं चैत्र नवरात्रि के पहले दिन संगठन की सहयोगी बहनों द्वारा प्रात:काल अपने-अपने घरों एवं मंदिरों में पहुँचकर पंचोपचार से पूजित बंदनवार लगाया गया और सायंकाल दीपक जलाकर नववर्ष की खुशियाँ मनाई गयी। इस आयोजन में श्रीमती उषा रानी शुक्ला, श्रीमती प्रीति तिवारी, श्रीमती नुपूर तिवारी, श्रीमती अनिता सिंह, श्रीमती ममता शुक्ला, श्रीमती अनामिका तिवारी, श्रीमति प्रिति तिवारी, श्रीमती कुसुम शर्मा सहित दुर्ग निवासी अधिकांश संगठन सहयोगी बहनों ने सहभागिता की।
मंदिरों सहित घरों में बंदनवार और दीप सजाकर चैत्र नवरात्रि एवं हिन्दू नववर्ष का स्वागत
