रायगढ़। शहर के रेड क्वीन परिसर में प्रतिष्ठित जिंदल परिवार के श्रद्धालुओं द्वारा अपने पूर्वजों के मोक्ष कल्याण की पवित्र भावना व श्रद्धा से सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। व्यासपीठ पर विराजित अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण शास्त्री जी निसदिन अपने दिव्य प्रवचनों से कथा स्थल में उपस्थित श्रद्धालुओं को मुग्ध कर रहे हैं।
हर जीव का प्रभु करते हैं उद्धार
व्यासपीठ पर विराजित आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण शास्त्री ने बालकृष्ण लीला, माखन चोरी, श्री गिरिराज महात्म्य की कथा सुनाने के बाद आज कथा स्थल में उपस्थित सैकड़ों श्रद्धालुओं को महारास की कथा श्रवण कराते हुए कहा कि। श्रीराधे के लिए हर जीव एक समान है। वे सभी का समानरुप से कल्याण ही करते हैं। इसी तरह कंस वध प्रसंग के अंतर्गत उन्होंने कहा कि परमात्मा मधुसूदन की महिमा अनंत है जब दुराचारी कंस का अत्याचार और पाप अत्यधिक बढ़ गया तब उन्होंने उसका अंत करके मथुरा वालों को खुशी दिए। वहीं प्रभु श्रीराधे बांके बिहारी सृष्टि के प्रारंभ से हमेशा आसुरी शक्ति को मिटाकर मनुष्य का भला किए हैं। इसलिए उनका ही आस करना चाहिए। एक वहीं जीवन के मुक्तिदाता हैं।
जीवंत झांकी के साथ रुक्मिणी विवाह
वहीं आज कथा स्थल में श्री कृष्ण रुक्मिणी विवाह को श्रद्धालुओं ने मनभावन जीवंत झांकियों के साथ मनाया। जिसे देखकर सभी हर्षित हो गए और कथा स्थल श्रीराधे के जयघोष से गुंजायमान हो गया। कथा स्थल में गीत – संगीत टीम के कलाकार कथा प्रसंग के अंतर्गत मधुर भजन गीत सुनाकर उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं। जिसे सुन भक्तगण भाव विभोर होकर झूम रहे हैं। वहीं आज कथा के सातवें दिन सुदामा चरित्र, परीक्षित मोक्ष के पश्चात कथा की विश्रांति होगी। सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के आयोजन को भव्यता देने में श्री जिंदल परिवार के सभी श्रद्धालुगण जुटे हैं।