रायपुर। विधानसभा का बजट सत्र 26 दिनों तक चला। आखिरी दिन कुछ जनप्रतिनिधि और किसान 40 किलो का कुम्हड़ा (कद्दू) लेकर आए। जिसे विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री अरुण साव को भेंट किया गया। इस खास किस्म की कद्दू को उठाने और फोटो खिंचवाने के लिए व्हीव्हीआईपी आगे आ गए। विधानसभा पहुंची लोगों की भीड़ भी कद्दू के साथ फोटो लेने की जद्दोजहद करती दिखाई दी। दरअसल, यह कद्दू लेकर लोरमी विधानसभा इलाके से कुछ जनप्रतिनिधि और किसान पहुंचे थे। यह अपनी फसल की इस अनूठी पैदावार को दिखाने और भेंट में देने आए थे। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि, कद्दू लेकर पहुंचे ज्यादातर लोग किसान और इलाके में पंचायत स्तरीय चुनाव में चुने गए जनप्रतिनिधि हैं। लोरमी के खुडिय़ा क्षेत्र के खेत में उत्पादित कद्दू और आलू भेंट किया गया। यह कद्दू लेकर नगर पालिका लोरमी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सुजीत वर्मा, उपाध्यक्ष डॉ. अशोक जायसवाल, जनपद पंचायत अध्यक्ष वर्षा सिंह ठाकुर लेकर पहुंचे थे।
विधानसभा के बजट सत्र के अंतिम दिन सदन में भारी हंगामा हुआ। विपक्ष ने धान खरीदी में गड़बड़ी और रायगढ़ जिले में भूमि अधिग्रहण, मुआवजे जैसे कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की।शून्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने धान खरीदी में गड़बड़ी पर चर्चा की मांग की, लेकिन स्थगन मंजूर नहीं होने से नाराज विपक्षी विधायकों ने नारेबाजी की और सदन से वॉकआउट कर दिया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल और अन्य कांग्रेस विधायकों ने धान खरीदी में गड़बड़ी के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल और अन्य कांग्रेस विधायकों ने धान खरीदी में गड़बड़ी के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया। शून्यकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल और अन्य कांग्रेस विधायकों ने धान खरीदी में गड़बड़ी के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने आरोप लगाया कि, उत्पादन से अधिक धान खरीदी दिखाकर भ्रष्टाचार किया गया है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने स्थगन प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, जिससे विपक्ष भडक़ गया।
विधानसभा में 40 किलो का कद्दू
किसान-जनप्रतिनिधि ने विस अध्यक्ष, सीएम साय और डिप्टी सीएम साव को दिया तोहफा
