34 का आंकड़ा लेकर मैदान में उतरी भाजपा ने झटक लिए 39 वोट
दो पार्षदों के क्रास वोटिंग से कांग्रेस की पिटी भद्द
डिग्रीलाल साहू के सर सजा सभापति का ताज
रायगढ़। नगरनिगम के सभापति चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डिग्री लाल साहू प्रचंड मतों ने निर्वाचित घोषित हुए। जहां सभापति पद के भाजपा प्रत्याशी को 39 वोट मिले। वहीं कांग्रेस के सभापति प्रत्याशी को महज 10 वोट ही मिल पाए। खास बात यह रही कि कांग्रेस से दो क्रास वोटिंग का लाभ भाजपा के खाते में गया । इस तरह रायगढ़ नगरनिगम में सभापति पद के चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर कांग्रेस को करारा झटका दिया है।
सोमवार को रायगढ़ नगरनिगम में सभापति निर्वाचन को लेकर गहमा-गहमी रही। आज सभापति पद के लिए चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर इतिहास रच दिया। भाजपा से सभापति प्रत्याशी डिग्री लाल साहू ने 39 वोट प्राप्त कर शानदार जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। जबकि कांग्रेस से सभापति प्रत्याशी लक्ष्मी नारायण साहू को मात्र 10 वोट ही मिल पाए। खास बात यह रही कि कांग्रेस के 12 पार्षदों में दो वोट क्रास हो गया। जिसका यह परिणाम हुआ कि भाजपा 39 वोट के साथ शानदार जीत दर्ज करने में सफलता हासिल की। बताया जाता है कि भाजपा के कुल 33 पार्षद हैं। दो निर्दलीय पार्षदों के अलावा बसपा का एक वोट भाजपा को मिले। एक वोट महापौर जीवर्धन चौहान का जोड़ कर कुल 37 वोट मिलने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन भाजपा ने शानदार रणनीति बनाकर कांग्रेस के दो वोट अपने पाले में कर लिया। इसतरह भाजपा ने जहां महापौर और पार्षद चुनाव में ज्यादातर वार्डों में कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया था। वहीं सभापति पद के लिए हुए चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस के दो वोट पर सेंध लगाकर कांग्रेस को करारा झटका दिया।
सभापति के चयन में भाजपा ने फिर चौकाया
भाजपा हमेशा लीक से हटकर निर्णय लेती है। इस बार भी भाजपा ने नगर निगम सभापति पद के चयन में चौकाने वाला फैसला लिया। राजनीति के जानकारों की मानें तो भाजपा सुर्खियों से दूर रहकर हर फैसला सोच समझकर लेती है। नगर निगम चुनाव में महापौर प्रत्याशी के चयन में भाजपा ने जिस गंभीरता का परिचय दिया। वैसी ही गंभीरता सभापति पद के चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन में देखने को मिला। बताया जाता है कि नगर निगम चुनाव में महापौर सहित 33 वार्डों से पार्षद जीत कर आई, भाजपा में देखते ही देखते सभापति पद के लिए कई संभावित दावेदारों के नाम सुर्खियों में आ गए। सबसे ज्यादा वार्ड क्रमांक 13 से निर्विरोध निर्वाचित पार्षद पूनम सोलंकी का नाम छाया रहा। इसके अलावा पूर्व सभापति एवं वार्ड क्रमांक 19 के पार्षद सुरेश गोयल संभावित दावेदार के तौर पर सुर्खियों में रहे। साथ ही सभापति के संभावित दावेदारों में आशीष ताम्रकार, पंकज कंकरवाल, अशोक यादव, नारायण पटेल, महेश शुक्ला के नामों की खूब चर्चा रही, लेकिन जिला भाजपा ने सभापति पद के प्रत्याशी चयन में सूझ-बूझ से काम लिया। बताया जाता है कि रायगढ़ विधायक एवं प्रदेश के वित्तमंत्री ओपी चौधरी के मार्गदर्शन मेें जिला अध्यक्ष अरुणधर दीवान ने पार्टी नेताओं के साथ मिलकर सभी पार्षदों को विश्वास में लेकर सभापति चुनाव के लिए रणनीति बनाई। बताया जाता है कि भाजपा ने सुर्खियों में रहने वाले नामों पर चर्चा जरूर की, लेकिन पार्टी की रणनीति के तहत डिग्रीलाल साहू के नाम पर फैसला लिया गया। बताया जाता है कि भाजपा अपने हर फैसले पर गंभीरता से विचार करती है और यही इस बार भी हुआ। जातिगत समीकरण को आधार मानकर भाजपा पिछड़ा वर्ग में खास कर साहू समाज को साधने की पूरी तैयारी में थी। हालांकि पिछड़े वर्ग से आनेवाले कई पार्षदों के नाम सुर्खियों में रहे, लेकिन भाजपा ने साहू समाज जो पिछड़ा वर्ग का एक बड़ा समाज है उस पर विश्वास जताया। शुरुआती दिनों में संभावित दावेदार के तौर पर डिग्रीलाल साहू की चर्चा शुरू हुई थी, लेकिन वक्त के साथ कई नाम सामने आ रहे थे, और पार्टी ने अंतत: डिग्रीलाल साहू को सभापति प्रत्याशी बनाकर चौका दिया।
भाजपा में जीत का जश्न
भाजपा ने नगर निगम चुनाव में शानदार जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया है। महापौर प्रत्याशी सहित 33 पार्षदों की जीत के बाद सभापति पद के चुनाव में अतिरिक्त वोट अर्जित कर भाजपा ने कांग्रेस को जबरदस्त झटका दिया है। नगर निगम चुनाव में भाजपा की जीत से पार्टी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। आज सभापति चुनाव में पार्टी प्रत्याशी डिग्रीलाल साहू की जीत की घोषणा के साथ भाजपा में जश्न का माहौल है। जीत के जश्न में डूबे पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रंग-गुलाल की होली खेलकर खुशियां मनाई। जिला भाजपा कार्यालय में जीत का जबरदस्त जश्न नजर आया।
और छलक पड़े आंसू…
भाजपा ने सभापति प्रत्याशी के चयन में बेहद गंभीरता दिखाते हुए जबरदस्त रणनीति बनाई थी। जिसका परिणाम यह हुआ कि पार्टी के सारे पार्षदों के अल.ावा बहुमत समाजपार्टी और दो निर्दलीय पार्षद एकजुट रहे। बताया जाता है सभापति निर्वाचन को लेकर शहर के विजयपुर, विनोबानगर क्षेत्र के एक स्थान पर गुप्त मीटिंग रखी गई। जहां पार्टी ने सभापति पद के प्रत्याशी के तौर पर वार्ड क्रमांक 1 के पार्षद डिग्री लाल साहू के नाम की घोषणा की। बताया जाता है कि सभापति पद के लिए प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा से डिग्रीलाल साहू इतने भावुक हो गए कि उनके आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होंने बैठक में पार्टी नेताओं के सामने उस पर किए गए विश्वास के लिए पार्टी को धन्यवाद दिया और पूरी निष्ठा और ईमानदारी से पार्टी के विश्वास पर खरा उतरने का संकल्प दोहराया। वार्ड क्रमांक एक से दूसरी बार पार्षद निर्वाचित हुए डिग्री लाल साहू वर्तमान में साहू समाज के जिला अध्यक्ष है। वर्ष 2011 से भाजपा की राजनीति में सक्रिय है। भाजपा शहर मंडल में महामंत्री और अध्यक्ष रह चुके हैं। कोसमनारा बाबा धाम में साहू समाज की सक्रिय भागीदारी डिग्रीलाल साहू के सामाजिक सहभागिता का प्रमाण है। वर्ष 2014 में वे वार्ड क्रमांक एक से पहली बार पार्षद निर्वाचित हुए थे।
भाजपा की जबरदस्त रणनीति, कांग्रेस भौचक
महापौर और पार्षद चुनाव में भाजपा ने जिस रणनीति के तहत कांग्रेस को जहां पटखनी दी थी। वैसी ही रणनीति बनाकर भाजपा ने कांग्रेस को सभापति चुनाव में जोर का झटका दिया। बताया जाता है कि नगर निगम सभापति चुनाव में कांग्रेस अपने दो पार्षदों को संभाल नहीं पाए, जिसका खामियाजा क्रास वोटिंग के रूप में सामने आया। भाजपा ने तगड़ी रणनीति तैयार कर अपने पक्ष में ज्यादा से ज्यादा वोट हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। खास बात यह रही कि कांग्रेस के पैरों तले से जमीन खिसकने का अहसास ही नहीं हो पाया और भाजपा ने कांग्रेस के दो पार्षदों को अपने पाले में कर क्रास वोटिंग कराने में सफल हो गई। राजनीति के जानकारों की मानें तो यह कांग्रेस का अतिविश्वास ही रहा कि 12 पार्ष वाली पार्टी के दो पार्षद टूटकर भाजपा के पक्ष पर क्रॉस वोटिंग कर दिए। बताया जाता है कि कांग्रेस अपनी रणनीति पर अति उत्साहित थी। भ्रम यह फैलाने की कोशिश की गई कि भाजपा के वोट में सेंध लग सकती है और उल्टा हो गया उसके ही पार्षद क्रॉस वोट कर कांग्रेस के पैरों तले से जमीन खिसका दी। कांग्रेस सभापति पद के रिजल्ट से भौचक रह गई और जिला कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा पसर गया और समीक्षा बैठक का दौर शुरू हो गया।