रायगढ़। जिले के छाल एसईसीएल उप क्षेत्रीय प्रबंधन की मनमानी का सिलसिला जारी है। कोयला घोटाला से लेकर कई अन्य अनियमिताओं को लेकर प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। हाल ही में सौ एकड़ से अधिक वन भूमि के लिए ग्राम सभा की अनापत्ति नहीं लिए जाने का खुलासा हुआ है। अब प्रबंधन की लापरवाही से जुड़ा एक और मामला सामने आया है। जिसमें कई वर्षों से प्रभावितों को पुनर्वास मुआवजा नहीं दिया गया है। प्रभावितों में ग्राम पंचायत खेदापाली और बांधापाली के लोग शामिल हैं। ऐसे में अब इस मामले को लेकर प्रभावितों ने नाराजग़ी जाहिर करते हुए बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। छाल एसईसीएल सब एरिया के प्रभावित ग्रामीणों ने इस आशय को लेकर ज्ञापन सौंपा है। उप क्षेत्र प्रबंधक को संबोधित इस ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा है कि ग्राम पंचायत ख़ेदापाली और बांधापाली की प्रभावित भूमि का अधिग्रहण 6 – 7 साल पहले हो चुका है लेकिन प्रबंधन की मनमानी के चलते अब तक लोगों को मुआवजा नहीं दिया गया है। ग्रामीणों ने कहा है कि भू अर्जन अधिकारी की लापरवाही के कारण लोगों को मुआवजा से वंचित होना पड़ा है। ज्ञापन में अल्टीमेटम देते हुए कहा गया है कि यदि आगामी 10 मार्च तक मुआवजा राशि प्रदान नहीं किया जाता है तो रेलवे साइडिंग धरम माइंस और छाल खुली खदान के सभी डिस्पैच को बेमियादी हड़ताल कर बंद कर दिया जाएगा। इसके अलावा एसईसीएल महाप्रबंधक मुख्यालय में भू अर्जन अधिकारी कार्यालय बिलासपुर के सामने भी प्रदर्शन किया जाएगा।