रायगढ़। शुक्रवार को साख कर्तन कार्यशाला रखा गया था, जिसका वन कर्मचारी संघ के पदाधिकारी और सदस्यों ने बहिष्कार किया था।
जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण का काम किया जाना है। इसके लिए पहले कई प्रक्रिया पूरी की जाती है, लेकिन वन कर्मचारी संघ रायगढ़ शाखा ने कार्यशाला का बहिष्कार कर दिया है। जिला लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित कार्यालय में डायरेक्ट भर्ती का विरोध जता रहे हैं। शुक्रवार को उर्दना स्थित काष्ठागार में तेंदूपत्ता साख कर्तन को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया था। जिसमें रायगढ़ वन मंडल के वन कर्मचारी संघ के पदाधिकारी पहुंचे, लेकिन उन्होंने कार्यशाला का बहिष्कार कर दिया। बताया जा रहा है कि, कार्यशाला के बाद बूटा कटाई का काम किया जाना था। जिससे अच्छी क्वालिटी का पत्ता निकल सके और इसकी मानिटरिंग वनकर्मियों को की जानी थी। लेकिन इसका बहिष्कार कर देने से असर तेंदूपत्ता संग्रहण में देखा जा सकता है। हालांकि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि, तेंदूपत्ता संग्रहण काम पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
प्रमोशन में पदस्थ किया जाए
जिला वन कर्मचारी संघ रायगढ़ शाखा के कोषाध्यक्ष शरद बेक ने बताया कि, रायगढ़ और धरमजयगढ़ वन मंडल में मिलाकर करीब 500 कर्मचारी हैं, जिन्होंने तेंदूपत्ता कार्यशाला का बहिष्कार किया है। जिला लघु वनोपज में डायरेक्ट भर्ती किया जा रहा है। उसका विरोध कर रहे हैं। जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी, तेंदूपत्ता संग्रहण का काम नहीं करेंगे।
कार्यशाला का बहिष्कार
जिला वन कर्मचारी संघ रायगढ़ शाखा के अध्यक्ष कमल सिदार ने बताया कि, तेंदूपत्ता संग्रहण के काम के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया था। जिसका सामूहिक रूप से बहिष्कार किया गया है। बूटा कटाई और इससे संबंधित काम नहीं किए जाएंगे।
कोई काम नहीं हो रहा प्रभावित
जिला वन मंडलाधिकारी स्टायलो मंडावी ने बताया कि, लघु वनोपज के कोई काम प्रभावित नहीं हो रहा है। प्रबंधक, संचालक मंडल और समिति की तरफ से बूटा कटाई के कार्यों की मॉनिटरिंग की जा रही है। 15 मार्च से पहले बूटा कटाई का काम कर लिया जाएगा।
तेंदूपत्ता संग्रहण काम होगा प्रभावित
साख-कर्तन कार्यशाला का वनकर्मियों ने किया बहिष्कार, अधिकारी बोले-15 मार्च से पहले हो जाएगा बूटा कटाई का काम
