बिहार के शेराघाटी डकैत गैंग पर छत्तीसगढ़ पुलिस का कहर
रायगढ़। छत्तीसगढ के इतिहास में एक्सिस बैंक मे साढ़े पांच करोड़ की डकैती मामले मे पुलिस ने 24 घंटे पहले पांच आरोपियों को सरगुजा संभाग के झारखंड बार्डर से गिरिफ्तार कर इनके पास से नोटो से भरे बैग के साथ साथ बैंक के गिरवी रखे गहने भी जप्त किया है। इस बड़ी वारदात में जिले की साइबर सेल की टीम की बड़ी भूमिका रही है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह पौने 9 बजे के बीच हथियार बंद डकैतो ने बैंक मैनेजर से मारपीट कर सभी कर्मचारियों को बंधक बनाकर 52 करोड़ 62 लाख रुपए की लूट कर फरार हो गए थे। बताया जाता है कि एक्सिस बैंक मे इस डकैती की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी गया के शेरावाटी गैंग से संबंधित है। लूट की वारदात के बाद आरोपी ट्रक और कार के अलावा मोटर साइकिल से भाग रहे थे, सीसीटीवी कैमरे की जांच में इनकी सभी लोकेशन साझा करने के बाद नाकेबंदी की गई थी तब देर रात चार आरोपी बलरामपुर के पास झारखंड बार्डर से ट्रक और कार में सवार होकर भागते समय पकड़ में आ गए। इनके पास से सात बैग भी मिले हैं जिसमे लूटी गई रकम और सोने के गहने हैं। साथ ही साथ एक देशी मेड राइफल, एक कट्टा, 08 कारतूस, क्रेटा वाहन, ट्रक और आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किया गया मास्क, कई चाबियां जब्त की गई है।
छत्तीसगढ़ की झारखण्ड सीमा पर देर रात पकड़े गए डकैतों के मामले में पुलिस पूछताछ लगातार जारी है। इस संबंध में बिलासपुर रेंज के आईजी अजय यादव ने बताया कि कल सुबह एक्सिस बैंक में डकैती की घटना हुई थी जिसमें सात आरोपियों के द्वारा बैंक खुलते ही घुसकर वहां के कर्मचारियों को लेकर इस घटना को अंजाम दिया गया था और वहां से 4 करोड़, 19 लाख 46 हजार से अधिक नगद रकम एवं लोन लेने के लिये बैंक में रखे गए 2917 ग्राम के गहने जिसका मूल्य 1 करोड़ 43 लाख रूपये है। कुल 5 करोड़ 62 लाख की डकैती डालकर फरार हो गए थे। उसके बाद पुलिस की पूरी टीम आरोपियों की पतासाजी में लगी हुई थी। झारखण्ड, बिहार और ओडिसा की पुलिस से संपर्क के दौरान कुछ क्यू पुलिस के हाथ लगे। साथ ही साथ सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कुछ सबूत सामने आये। इस बीच एक सस्पेक्टेड कार के बारे में पता चला और जब उसे टेऊक किया गया तो कुछ लोगों के बारे में पता चला जो बिहार के रहने वाले थे। जिसके बाद बिहार के कुछ लोगों के पुलिस के साथ लगातार संपर्क में बने हुए थे और उनसे संबंध में जानकारी भी मंगाए इस बीच कुछ लोगों ने आरोपियों की पहचान भी जिसके बाद पुलिस इसी दिशा में कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए आसपास के सभी सरहदी जिलों में नाकेबंदी करके बाहर जाने से सभी रास्तों में खासकर करके अंबिकापुर डिवीजन के बलरामपुर जिला में पुलिस बल तैनात किया गया। इसी दौरान 24 घंटे के भीतर यहां से आरोपियों को पकडऩे में पुलिस की सफलता मिली है। पुलिस अभी तक पांच आरोपियों के साथ डकैती की पूरी राशि बरामद कर ली है लेकिन इस घटना में पांच और आरोपियों की संलिप्ता होनें की आशंका है।
बिलासपुर संभाग के आईजी अजय यादव ने यह भी बताया कि कुछ आरोपी झारखण्ड और कुछ ओडिसा में छिपे होनें की आशंका जताई जा रही है इसलिये पुलिस की दो टीमें आरोपियों की तलाश के लिये झारखण्ड रवाना हो गई है। दो टीमें ओडिसा भेजा जा रहा है। आरोपियों ने शातिरआना अंदाज में चोरी की वाहनों से डकैती की वारदात को अंजाम दिया था।
बहरहाल पुलिस की जांच में अभी तक यह बात भी सामने आई है कि पकड़ा गया डकैत गैंग बिहार के गया जिले के शेरघाटी गैंग से ताल्लुक रखता है और इन डकैतों में से अधिकांश के उपर कई मामले दर्ज है। पांच डकैतों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की टीम इनके अन्य साथियों को दबोचने के लिये बिहार, झारखण्ड ओडिसा भी निकली है।
चोरी के वाहनों से मिले अहम सुराग
एक संदिग्ध क्रेटा कार जे.एच. 01 एफ.ई 8641 की जानकारी मिली जो कि आरोपियों को पकडऩे में महत्वपूर्ण कड़ी साबित हुई। जिसकी पुष्टि ग्राम बनहर नहर में लावारिस हालत में मिले मोटरसाइकिल से हुई। मोटर सायकल में फर्जी नंबर का स्टिकर लगा हुआ था, चेचिस नंबर के आधार पर लावारिस मोटरसाइकिल के झारखंड सिमडेगा थाना क्षेत्र का होना पाया गया जिसके वाहन स्वामी से संपर्क करने पर वाहन स्वामी द्वारा वाहन की पहचान की गई। बनहर नहर से आगे आरोपियों के भागने के संभावित रास्तों का पता लगाते हुए टीम पीछा कर रही थी।
रातभर चला आपरेशन
इस ऑपरेशन के दौरान मध्य रात्रि को स्वयं आईजीपी श्री अजय यादव, डीआईजी रामगोपाल गर्ग द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम रायगढ़ को “वार रूम” बनाकर अधिकारियों व टीमों को लगातार दिशा निर्देश दिया जा रहा था जिसमें एसएसपी सदानंद कुमार, एसडीओपी दीपक मिश्रा, सीएसपी रायगढ़ अभिनव उपाध्याय, डीएसपी सुशांतो बनर्जी, डीएसपी निकिता तिवारी एवं रेंज से आये अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। आईजी अजय यादव के नेतृत्व में ब्रेन स्ट्रार्मिंग कर आरोपियों के द्वारा इस्तेमाल किये जाने वाले सम्भावित सभी मार्गों की मैपिंग की गई जो टोल प्लाजा में उनके मूव्हमेंट के संबंध में मिली जानकारी पर आधारित थी।
एसपी बलरामपुर लाल उमेद सिंह की कड़ी नाकेबंदी से दबोचे गए डकैत
संबंधित जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सघन चेकिंग और नाकेबंदी के लिये सूचित किया गया। रायगढ़ एसएसपी श्री सदानंद कुमार के द्वारा अपने पूर्व के स्थानीय आसूचना तंत्र को क्रियान्वित करते हुये संदिग्ध आरोपियों के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी एकत्रित की जिसके परिणाम स्वरूप संदिग्ध क्रेटा वाहन के रामानुजगंज क्षेत्र में स्पॉट होने की जानकारी मिली। तत्काल बलरामपुर पुलिस से जानकारी साझा किया गया। एसपी बलरामपुर श्री लाल उमेद सिंह स्वयं नाकेबंदी की कमान संभाले हुए थे जिनकी सूझबूझ से संदिग्ध क्रेटा वाहन को कब्जे में लिया गया जिसमें 02 संदेही मौजूद थे। हिरासत में लेने के पश्चात संदेहियों से पूछताछ में अन्य आरोपियों की जानकारी मिली जो पीछे एक ट्रक ओडी 09 बी 3677 में आ रहे थे, जैसे ही ट्रक को रोकने के लिये पुलिस ने घेराबंदी की उसमें बैठे 02 संदेही भाग निकले। ट्रक चालक को पुलिस द्वारा फौरन हिरासत में लिया गया। आरोपी वाहन चालक से फरार हुये अन्य दो आरोपियों के संबंध में जानकारी ली गई जिसे अंबिकापुर साइबर सेल की टीम को साझा किया गया, टीम ने आगे रंका (पलामू) क्षेत्र में तैनात अपनी टीम को डिटेल शेयर किये, 02 आरोपियों को टीम ने बस में भागते हुए पकड़ा। हिरासत में लिये गये 05 आरोपियों से पूछताछ पश्चात विधिवत तलाशी ली गई, आरोपियों के पास से – एक देसी मेड राइफल, एक कट्टा, 08 कारतूस, क्रेटा वाहन जेएच 01 – एफ ई 8641, एक ट्रक ओडी 09 बी 3677 और आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किया गया मास्क, कई चाबियां की जप्ती तथा बैंक से लूट किए गए रूपयों आभूषणों की रिकवरी की गई है। आरोपियों द्वारा ट्रक के अंदर बोरियों में बैग से भरा रूपयों को छिपा कर रखा गया था। मामले में रायगढ़ पुलिस द्वारा शत प्रतिशत रिकवरी किया गया, बरामद रकम को स्थानीय एक्सिस बैंक मैनेजर के साथ बलरामपुर और रायगढ़ पुलिस के निरीक्षकों द्वारा गणना की गई। हिरासत में लिये गये गया बिहार के शेरघाटी इलाके के 05 डकैतों को रायगढ़ लाया गया है जिनसे उनके अन्य साथियों की डिटेल प्राप्त की गई है। पुलिस की टीम लगातार फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी कर रही है। बिहार के गया शेरघाटी डकैत गिरोह के आरोपी अमरजीत कुमार और राजेश दास के संबंध में बिहार के कई जिलों में अपहरण, चोरी, लूट आदि के कई मामले सामने आये हैं। अन्य आरोपियों के भी कई राज्यों में लूट, डकैती जैसे वारदातों को अंजाम देने की जानकारी मिली है, रायगढ़ पुलिस द्वारा सभी राज्यों को जानकारी साझा कर आरोपियों के अपराधिक रिकार्ड भी प्राप्त किए जा रहे हैं। थाना कोतवाली रायगढ़ में आरोपियों पर डकैती व आर्म्स एक्ट की सुसंगत धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।
गैंग ने भी कोरबा में भी की थी डकैती
एक्सिस बैंक में डकैती करने वाले आरोपी बिहार-गया के शेरघाटी गैंग के होने की जानकारी प्राप्त हुई। इस गैंग के द्वारा कोरबा जिले में सीएसईबी स्थित केनरा बैंक में डकैती मामले में भी शामिल होने की जानकारी की पुष्टि हुई। आरोपियों की पहचान होते ही नाकाबंदी और तगड़ी की गई। एसएसपी सदानंद कुमार ने सोनभद्र और रामानुजगंज के इलाके में नाकेबंदी हेतु संभाग के अधिकारियों से बात की। इस बीच एक टीम झारखंड और उड़ीसा तथा अन्य राज्यों में लगातार बनी हुई थी जहां अपने स्तर पर इंटेलिजेंस कलेक्शन किया जा रहा था।
आरोपियों पर कई मामले हैं दर्ज
पुलिस की टीम लगातार फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी कर रही है। बिहार के गया शेरघाटी डकैत गिरोह के आरोपी अमरजीत कुमार और राजेश दास के संबंध में बिहार के कई जिलों में अपहरण, चोरी, लूट आदि के कई मामले सामने आये हैं। अन्य आरोपियों के भी कई राज्यों में लूट, डकैती जैसे वारदातों को अंजाम देने की जानकारी मिली है, रायगढ़ पुलिस द्वारा सभी राज्यों को जानकारी साझा कर आरोपियों के अपराधिक रिकार्ड भी प्राप्त किए जा रहे हैं। थाना कोतवाली रायगढ़ में आरोपियों पर डकैती व आर्म्स एक्ट की सुसंगत धाराओं में अपराध पंजीबद्ध कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।
हमे पता था आरोपी यहां आएंगे – ञ्जढ्ढ अयाम
इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले टी आई संतलाल आयाम ने बताया कि जिस तरह से हमे लीड मिल रही थी उससे पक्का हो गया था कि वे बलरामपुर से ही बॉर्डर क्रॉस करके गया जायेंगे। बॉर्डर को सख्ती से सील किया गया और एक एक वाहन को चेकिंग की जाने लगी जिसमे आरोपी पकड़ में आ ही गए। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपियों को शेरघाटी में एक जगह मिलना था लेकिन उससे पहले ही वे पकड़े गए।
सिपाहियों ने उतारा सारा पैसा
ट्रक में जब आरोपी और पैसा मिल गया तो सभी पुलिस वालों ने एक दूसरे को गले लगाकर खुशी मनाई। उप निरीक्षक वंश नारायण शर्मा ने बताया कि यह हमारे लिए सबसे बड़ी उपलब्धि की तरह था। इसके बाद सिपाहियों ने अपने कंधे पर बैग को लादकर उतारा।
आरोपियों को पकडऩे में इनकी रही प्रमुख भूमिका
आईजी बिलासपुर अजय यादव तथा डीआईजी रामगोपाल गर्ग के मार्गदर्शन एवं एसएसपी सदानंद कुमार के नेतृत्व में एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा, एएसपी संदीप मित्तल, एसडीओपी खरसिया निमिषा पांडेय, एसडीओपी धरमजयगढ़ दीपक मिश्रा, नगर पुलिस अधीक्षक अभिनव उपाध्याय, डीएसपी सुशांतो बनर्जी, डीएसपी निकिता तिवारी, डीएसपी के.के. वासनिक, निरीक्षक शनिप रात्रे, प्रशांत राव आहेर, शरद चन्द्रा, आर्शीवाद राहटगांवकर, हर्ष वर्धन सिंह बैस, सुखनंदन पटेल, रामकिंकर यादव, कृष्णकांत सिंह, राकेश मिश्रा, अभिनवकांत सिंह, विजय चेलक, एस.आई. संजय नाग, कमल किशोर पटेल, सागर पाठक, दीपिका निर्मलकर, ए.एस.आई. इगेश्वर यादव, दिलीप बेहरा, रमेश शर्मा, प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, दुर्गेश सिंह, बृजलाल गुर्जर, सतीश पाठक, लोमश राजपूत, रेणु मंडावी, आरक्षक जगमोहन ओग्रे, उत्तम सारथी, मनोज पटनायक, जगन्नाथ साहू, संतोष जायसवाल, कोमल तिवारी, धर्नुजय बेहरा, विनय तिवारी, बालचंद राव, धर्मेंद्र प्रताप सिंह, प्रशांत पडां, महेश पंडा, विक्रम सिंह, विकास प्रधान, सुरेश सिदार, नरेश रजक, रविन्द्र गुप्ता, नवीन शुक्ला, धनंजय कश्यप, पुष्पेन्द्र जाटवर, नंदू पैंकरा, सुरेन्द्र पोर्त, डेमन ओग्रे और प्रमोद सागर आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
पकड़े गए आरोपियो में राकेश कुमार गुप्ता पिता गणेश साव 22 साल निवासी बार थाना शेरघाटी जिला गया बिहार। उपेंद्र सिंह पिता सुंदरिका सिंह राजपूत 50 साल निवासी गुरुवा जिला गया बिहार। निशांत उर्फ पंकज कुमार महतो उर्फ राजेश दास पिता जयदेव प्रसाद 32 साल निवासी खरसरी थाना मधुबन जिला धनबाद बिहार, राहुल कुमार सिंह पिता उपेंद्र लाल 22 साल निवासी ग्राम डोभी थाना डोभी जिला गया बिहार व अमरजीत कुमार पिता शंकर 24 साल निवासी भरारी थाना शेरघाटी जिला गया बिहार शामिल हैं।
करोड़ों की रकम, ज्वेलरी व हथियार जब्त
डकैतों से नगद लगभग 4.19 करोड़, सोना 78 पैकेट कीमती लगभग – 1.43 करोड़ – कुल 5 करोड़ 62 लाख। एक देशी मेड राइफल, एक कट्टा, 08 कारतूस, क्रेटा वाहन, ट्रक और आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किया गया मास्क, कई चाबियां बरामद की गई है।