रायगढ़। कूड़े के ढेर में बैठा है इन दिनों रायगढ़ शहर। घातक बिमारी डेंगू इन दिनों सर्वत्र पैर पसार चुका। रोग की चपेट में आकर तीन युवा असमय काल के ग्रास में समा चुके। अपनी जिम्मेदारियों से विमुख निगम की सरकार का अमानवीय चेहरा उजागर हो चुका है। आशंका यह है कि समय रहते महामारी को वश मे नही किया गया तो इस शहर में कभी भी मौत का नंगा नाच देखा जा सकता है।यह कहना है यूथ आइकॉन,भारतीय जनता पार्टी के उर्जावान युवा नेता ओपी चौधरी का। रायगढ़ में सर्वत्र पसरी गंदगी और डेंगू के भयावह प्रकोप को देखते हुए श्री चौधरी ने अपने वक्तव्य में जिम्मेदार प्रशासन के प्रति गहन आक्रोश का इजहार किया है। महिला बाल विकास अधिकारी दीपक डनसेना चिकित्सा पेशे से जुड़े राम नारायण पटेल एवं शहर के युवा सूरज बेरीवाल की डेंगू की वजह से मौत पर दुख व्यक्त कर श्रद्धांजलि देते हुए भाजपा नेता ने शहर सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा अविश्वास प्रस्ताव के जीत के जश्न में डूबी शहर सरकार अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोडे बैठी है। डेंगू की वजह से हर दिन शहर का कोई न कोई युवा जिंदगी की जंग हार रहा है। ओपी ने आरोप लगाते हुए कहा ठेके पर चल रही सफाई व्यवस्था का जनाजा निकला हुआ है। सत्ता धारी दल से जुड़े पार्षद साफ सफाई का काम ठेके लेकर केवल कागजों में काम कर रहे यही वजह है चारो ओर गंदगी का ढेर लगा हुआ है। इस वजह से डेंगू आसानी से पैर पसार रहा है। शहर सरकार की अकर्मण्यता की कीमत शहरवासी जान दे कर चुका रहे है। दवा का कागजी छिडक़ाव डेंगू महामारी से निजात नही दिला सकता। सरकार बचाने के नाम पर स्थानीय विधायक सहित महापौर पार्षदों के साथ फोटो खिंचाने में व्यस्त है। कांग्रेस की आपसी खींचतान की वजह से निगम में कामकाज ठप्प है। जिला प्रशासन तत्काल सफाई के तमाम ठेके निरस्त कर सफाई व्यवस्था अपने हाथो मे लेवे साथ ही दवा का नियमित छिडक़ाव व्यवस्था की मानीटरिंग भी करे।ताकि जानलेवा हो रहे डेंगू से आम जनता के जीवन की रक्षा की जा सके। डेंगू वाले क्षेत्र चिन्हित कर विशेष सफाई अभियान चलाया जाए एवम डेंगू की जांच हेतु कैंप लगा डेंगू के मरीजों को चिन्हित करे जिससे समय पर इलाज मुहैया कराया जा सके। भाजपा के कार्यकाल का स्मरण कराते हुए ओपी ने कहा भाजपा कार्यकाल के दौरान भाजपा के नेता समेत कार्यकर्ता कर्मचारियों के साथ मिलकर साफ सफाई की कमान अपने हाथों में ली थी और समय रहते डेंगू पर काबू भी पा लिया गया था। श्री चौधरी ने कड़े शब्दो में चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस के सुस्त जन प्रतिनिधि और उदासीन जिला प्रशासन जनता के संयम की परीक्षा न ले जिस दिन धैर्य का बांध टूट गया उस दिन उपजने वाला जनाक्रोश समूची व्यवस्था को बहा ले जाने के लिए काफी होगा।