रायगढ़। पावरग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए एक दिवसीय हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में मोतीलाल नेहरू महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से प्रो. सौरभ सराफ विषय विशेषज्ञ के रूप में शामिल हुए। कार्यशाला में हिन्दी भाषा के सिद्धांत एवं व्यवहार, कार्यालयीन हिन्दी के स्वरूप तथा पत्र लेखन पर विस्तृत व्याख्यान हुआ। पावरग्रिड एचवीडीसी रायगढ़ के सम्मेलन कक्ष में आयोजित इस कार्यक्रम में उप महाप्रबंधक शिवराम मीणा व प्रबंधक विमल कुमार व तीनों उपकेंद्रों एचवीडीसी रायगढ़, 765/400 के. वी कोतरा पी एस एवं 400 के.वी रायगढ़ उपकेंद्र के अधिकारी एवं स्टाफ सदस्य सम्मिलित हुए।
कार्यशाला में सर्वप्रथम विषय विशेषज्ञ के रूप में पधारे प्रो सौरभ सराफ को शिवराम मीणा जी ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका विधिवत स्वागत किया। प्रबंधक विमल कुमार ने संचालन करते हुए विषय विशेषज्ञ का परिचय दिया एवं कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पावरग्रिड संस्थान में कार्यरत विभागीय सदस्यों के लिए समय समय पर कार्यशाला का आयोजन किया जाता रहा है उसी कड़ी में आज का यह महत्वपूर्ण आयोजन किया गया है। इसका उद्देश्य विभाग के सदस्यों को कार्यालयीन हिन्दी के विविध स्वरूपों से परिचित कराना है। तदोपरांत प्रो. सौरभ सराफ को व्याख्यान हेतु आमन्त्रित किया। सौरभ ने अपने व्याख्यान में भाषा का परिचय देते हुए उसके प्रकारों को रेखांकित किया व हिन्दी भाषा के विविध रूपों पर प्रकाश डाला। उन्होंने भाषा को भावनाओं एवं विचारों के आदान प्रदान का माध्यम बताते हुए उसके सैद्धांतिक एवं व्यवहारिक रूपों की चर्चा की। परिभाषिक शब्दावली एवं हिन्दी में पदनाम से जुड़े विभिन्न पहलुओं को स्पष्ट किया। विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से हिन्दी की शब्द शक्ति अभिधा, लक्षणा एवं व्यंजना पर भी विस्तार से बातें रखी। बोलचाल की भाषा, मानक भाषा, राजभाषा, राष्ट्रभाषा, संपर्क भाषा एवं संचार भाषा, मीडिया की भाषा, कार्यालयीन भाषा इत्यादि के रूप में हिंदी के महत्व को रेखांकित लिया। उन्होंने वर्तमान में प्रचलित हिन्दी के सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक पक्षों पर अपना विस्तृत व्याख्यान किया एवं कार्यालयीन पत्रों जैसे आदेश, परिपत्र, अधिसूचना, अनुस्मारक, ज्ञापन और पृष्ठांकन तथा प्रारूपण, टिप्पण, सार लेखन और अनुवाद पर क्रमवार अपनी बातें रखीं। विभिन्न कार्यालयीन पत्रों को लिखने की शैली एवं पारिभाषिक शब्दों का प्रयोग के विषय में अपनी बात रखी। विभिन्न कार्यालयीन आदेशों का अर्थ, स्वरूप, सरकारी आदेशों एवं अन्य आदेशों में अंतर, अधिसूचना का प्रारूप उसका आशय, परिपत्र का महत्व उसका प्रारूप, अनुस्मारक से जुड़े विभिन्न विषय एवं प्रतिलिपि के महत्व भी विस्तृत चर्चा की। उन्होंने अपने व्याख्यान के अंत में संस्थान के विभिन्न अधिकारियों, सदस्यों को व्याख्यान हेतु बुलाये जाने पर उनका धन्यवाद ज्ञापित किया। तत्पश्चात संस्थान के सदस्यों ने विभिन्न प्रश्न पूछकर अपनी शंकाओं का समाधान किया। इस अवसर पर उप महाप्रबंधक शिवराम मीणा जी ने आभार व्यक्त करते हुए प्रो सौरभ सराफ को स्मृति चिह्न देकर उनका सम्मान किया। इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए अंचल के प्रसिद्ध शिक्षाविद डॉ. मीनकेतन प्रधान ने सौरभ को अपनी शुभकामनाएं संप्रेषित की। इस कार्यशाला में पॉवरग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड रायगढ़ के उप महाप्रबंधक, प्रबंधक, हिन्दी नोडल अधिकारी एवं संस्था के विभिन्न सदस्यों की सक्रिय सहभागिता रही।
पावरग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में हिन्दी कार्यशाला आयोजित
दिल्ली वि.वि. से प्रो. सौरभ सराफ हुए विषय विशेषज्ञ के रूप में शामिल
