रायगढ़। शहर के स्टेडियम रोड़ स्थित जलसा मैरिज गार्डन में रायगढ़ के प्रतिष्ठित गोयल (लोहारीवाला) परिवार द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के दूसरे दिन ब्वासपीठ पर विराजमान देवनगरी वृंदावन से पधारे कथावाचक पं. रमाकांत गोस्वामी जी ने कहा कि प्रभु प्राप्ति का सर्वश्रेष्ठ साधन भागवत कथा है। यह देवताओं के लिये भी दुर्लभ है, जिसके रसपान के लिये वे भी तरसते हैं। उन्होंने श्रोता भक्तों को कथा का रसपान कराते हुए कहा कि ज्ञान, वैराग्य, भक्ति का विवेक के साथ कथा श्रवण करने से संतुलन बनता है। संनातन धर्म में जितने प्रकार के यज्ञ हैं उसमें सर्वश्रेष्ठ भागवत कथा है जिससे प्रभु की प्राप्ति होती है।
कथावाचक पं. गोस्वामी जी ने ये भी कहा कि भागवत कथा श्रवण से पितृश्वर मोक्ष की प्राप्ति होती है। पितृश्वर चाहे जिस गति में क्यों न पहुंच गए हों नीच कर्मो के अनुसार सभी की गति होती है। उन्होंने कहा कि भगवान के 24 अवतार मनुष्य के रहन-सहन में अलग-अलग तरह की सदप्रेरणा देते हैं। श्री नारद जी ने श्री व्यास जी को भागवत पुराण रचने की सद्प्रेरणा प्रदान की थी। भगवान श्री कृष्ण के रूप, गुण, स्वभाव, के बारे में जान कर ही सुखदेव भागवत कथा के प्रवक्ता बने थे। उत्तरा, कुंती, भीष्म सभी भक्तों ने बड़े अधिकार से अपनी पसंद के वरदान मांगे थे। जो प्रभु की भक्ति करते-करते उन्हें प्राप्त हुआ। इसी तरह जो भी भगवान की भक्ति करता है उसकी मनोकामना पूरी होती है।
मनमोहक झांकियों व भजनों की शानदार प्रस्तुती
जलसा मैरिज गार्डन में आयोजित भागवत कथा के दूसरे दिन कथा स्थल पर सुखदेव की झांकी निकाली गई, जो काफी मनमोहक रही। जब यहां झांकी निकली तो सभी श्रद्धालु भक्तों ने पूरे उत्साह के साथ उनका स्वागत किया और आर्शीवाद प्राप्त किये। इस दौरान वृंदावन से आये कलाकारों द्वारा प्रस्तुत की गई भजनों से भी श्रोता भक्त मंत्रमुग्ध हो गए। भजनों की प्रस्तुती से श्रोता भक्तों को पूरे उत्साह के साथ झुमते हुए देखा गया।