रायपुर। प्रदेश के सभी नगर निगमों में सभापति चुनने के लिए भाजपा ने 10 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। इनमें इनमें बीजेपी सांसद संतोष पांडे, धरमलाल कौशिक, नारायण चंदेल जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं। इन सबके बीच सभापति के दावेदारों के नाम भी सामने आने लगे हैं, जो दावेदारी कर रहे हैं।
सभापति के दावेदारों में कोरबा से मंत्री लखनलाल देवांगन के भाई का नाम भी शामिल है। इसके 5 बार के पार्षद और सीनियर नेता टॉप पर हैं। इनमें बिलासपुर से महिला पार्षद को सभापति बनाने की भी चर्चा है। वहीं पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पर सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि संगठन की ओर से मिलने वाली गाइडलाइन के तहत सभापति चुने जाएंगे। पार्टी कार्यालय में बैठक होगी। जल्द ही प्रक्रिया की शुरुआत करेंगे। सभापति के नामों पर स्थानीय स्तर पर चर्चा की जाएगी। योग्य पार्षदों को जवाबदारी दी जाएगी।
इन पर्वेक्षकों की हुई नियुक्ति
नगरपालिक निगम बिलासपुर से संतोष पांडेय, नगरपालिक निगम कोरबा से पुरंदर मिश्रा, नगरपालिक निगम रायगढ़ से ललित चंद्राकर, नगरपालिक निगम अंबिकापुर से शिवरतन शर्मा, नगरपालिक निगम चिरमिरी से गोमती साय, नगरपालिक निगम रायपुर से धरमलाल कौशिक, नगरपालिक निगम धमतरी से मोतीलाल साहू, नगरपालिक निगम दुर्ग से संजय श्रीवास्तव, नगरपालिक निगम राजनांदगांव से रूपकुमारी चौधरी तथा नगरपालिक निगम जगदलपुर से नारायण चंदेल को नियुक्त किया गया है।
रायगढ़ नगर निगम में पूनम, सरेश, डिग्री, पंकज व आशीष के नामों की चर्चा
रायगढ़ में सभापति को लेकर पूनम सोलंकी, सुरेश गोयल, डिग्रीलाल साहू, पंकज कंकरवाल व आशीष ताम्रकार के नाम की चर्चा है। इसके अलावा 18 नंबर वार्ड की पार्षद पूनम सोलंकी, जो इस बार निर्विरोध निर्वाचित हो चुकी हैं। उनका नाम भी सभापति की रेस में है। पिछले कांग्रेस की सरकार में पूनम सोलंकी नेताप्रतिपक्ष थी और उन्होंने पुरजोर तरीके से विपक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया था।
इसके अलावा निर्विरोध चुने जाने के बाद पूनम ने शहर के शत-प्रतिशत वार्डों में जाकर भाजपा के पार्षद प्रत्याशियों के लिए जमकर चुनाव प्रचार किया। जहां कई अधिकांश जगह बीजेपी प्रत्याशी को सफलता हासिल हुई। साथ ही महापौर प्रत्याशी जीवर्धन चौहान के साथ भी चुनाव प्रचार प्रतिदिन में जुटी रहीं। वहीं सुरेश गोयल भी सभापति के दौड़ में शामिल है। पिछले करीब 45 साल से राजनीति में सक्रिय हैं। वे तीन बार पार्षद और एक बार सभापति का प्रभार भी संभाल चुके हैं। सुरेश नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं। इसके अलावा वरिष्ठ पार्षद पंकज कंकरवाल का भी नाम चल रहा है। वे पिछले करीब 27 सालों से भाजपा की सक्रिय राजनीति में हैं और वे 5वीं बार पार्षद बने है। एक बार नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं। डिग्रीलाल साहू दूसरी बार के पार्षद हैं, साथ ही वे सीधे-सरल स्वभाव के लिए जाने जाते हैं, साहू समाज से आने वाले डिग्रीलाल साहू का पक्ष भी मजबूत बताया जा रहा है, वहीं वरिष्ठ पार्षद आशीष ताम्रकार भी सभापति के रेस में हैं। डिग्रीलाल साहू व आशीष ताम्रकार निगम की राजनीति के लिए कोई नया नाम नहीं है, इतना जरूर है कि वे ना तो कभी सभापति रहे और न ही नेता प्रतिपक्ष। माना जा रहा है कि संगठन अगर नए नामों पर चर्चा करती है तो इन दोनों नामों पर विचार हो सकता है।
निगमों में सभापति चुनने 10 पर्यवेक्षक नियुक्त
