रायपुर। कांग्रेस के पूर्व पार्षद कामरान अंसारी और राधेश्याम विभार ने पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा के निष्कासन की मांग की है। हाल ही में हुए निकाय चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ काम करने का आरोप जुनेजा पर लगाया गया है। कामरान और विभार बुधवार दोपहर जुनेजा के खिलाफ शिकायत लेकर राजीव भवन पहुंचे। यहां उन्होंने प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू से जुनेजा को पार्टी से निकालने की मांग की है। इससे पहले मीडिया में बयानबाजी को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने शो-कॉज नोटिस जारी कर कुलदीप जुनेजा को 3 दिन के भीतर जवाब देने कहा है।
कामरान अंसारी ने बताया कि, वे रायपुर नगर निगम के वार्ड-34 पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड से कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी थे। लेकिन उत्तर विधानसभा के पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने पार्टी से बागी होकर चुनाव लड़ रहे आकाश तिवारी के पक्ष में प्रचार किया। जिसका नुकसान उन्हें चुनाव में हुआ। इसलिए हार का सामना करना पड़ा। जबकि बागी प्रत्याशी आकाश तिवारी को जीत मिली। इसलिए पार्टी के खिलाफ काम करने वाले दोनों नेताओं को 6 साल के लिए निष्कासित किया जाए। 5 बार के पार्षद रहे राधेश्याम विभार का कहना है कि, इस चुनाव में कांग्रेस के संजय सोनी ने उनके खिलाफ काम किया। जिसे पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा का संरक्षण मिला हुआ था। विभार ने बताया कि सोनी ने शिवसेना और बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में काम किया। उन्होंने अपनी शिकायत में संजय सोनी की वॉट्सऐप चैट और सोशल मीडिया पोस्ट के स्क्रीनशॉट भी जमा किए हैं। विभार ने कहा कि, इससे साबित होता है कि सोनी ने खुले तौर पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में हिस्सा लिया। कामरान अंसारी और राधेश्याम विभार दोनों ने कांग्रेस नेतृत्व से मांग की है कि, पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त नेताओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। उनका कहना है कि यदि ऐसे मामलों में सख्ती नहीं बरती गई, तो भविष्य में अनुशासनहीनता और गुटबाजी को बढ़ावा मिलेगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी अब इस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही कोई निर्णय लिया जा सकता है। इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भी नजर है, क्योंकि यह मामला पार्टी की आंतरिक राजनीति और अनुशासन पर सीधा असर डाल सकता है।
इससे पहले पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा को पीसीसी ने शो-कॉज नोटिस भेजा है। पार्टी ने उन्हें सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर पार्टी विरोधी बयान देने के लिए यह नोटिस भेजा गया था। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नोटिस के मुताबिक, पार्टी के आंतरिक मामलों पर चर्चा के लिए उचित मंच होने के बावजूद जुनेजा बार-बार सोशल मीडिया और अन्य सार्वजनिक मंचों पर अपनी राय व्यक्त कर रहे थे। इससे पार्टी संगठन की छवि को नुकसान पहुंचा है। नोटिस में कहा गया है कि, प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। कुलदीप जुनेजा को 3 दिनों के भीतर लिखित में अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा को निष्कासित करने की मांग
शिकायत लेकर राजीव भवन पहुंचे 2 पूर्व पार्षद, बोले- चुनाव में हमारे खिलाफ किया काम
