खरसिया। नगर में 18 वार्ड है सभी वार्डों की अपनी-अपनी मूलभूत आवश्यकताएं ज़रूरतें समस्याएं होने के साथ ही चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों की एक कहानी होती है। वार्ड नंबर 15 में भी वार्ड की समस्याओं से ज्यादा यहां के प्रत्याशियों को लेकर ज्यादा चर्चा रही।
विगत चुनाव में भाजपा की टिकट पर चुनाव जीते और वर्तमान में कांग्रेस के प्रत्याशी पांच बार के अजेय योद्धा सोनू पार्षद के नाम से खरसिया शहर में मशहूर संजय अग्रवाल और उन्हीं की सरपरस्ती में रहकर राजनीति का ककाहारा सीखने वाले उनके शिष्य साहिल चीनू शर्मा को लेकर रही। नगर में चर्चा होती थी कि संजय अग्रवाल ‘सोनू को हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है’ को उनके ही युवा शिष्य साहिल शर्मा ने करारी शिकस्त देकर शहर में हलचल मचा दी लोगों को सहसा सोनू पार्षद के हारने का विश्वास नहीं हो रहा था। इसका कारण भी था सोनू अग्रवाल ने विगत चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों से पार्षद का चुनाव लड़ा है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों के बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं को पराजित करने का दमखम दिखाया है सोनू पार्षद की वार्ड में युवाओं एवं महिला कार्यकर्ताओं की एक अच्छी खासी फौज है जो उनकी एक आवाज पर कुछ भी कर जाने को तैयार रहते हैं वहीं सोनू पार्षद भी वार्ड वासी किसी भी व्यक्ति को जरूरत पडऩे पर आधी रात उनके दरवाजे पर तैयार खड़े नजर आते हैं ऐसे व्यक्ति को साहिल शर्मा द्वारा अपने पहले ही चुनाव में हराना निश्चय ही एक बड़ी उपलब्धि है।
वही हमारे संवाददाता कैलाश शर्मा इसी वार्ड के निवासी हैं और उनकी विशेष दिलचस्पी भी इसी वार्ड में रही इस संबंध में उनके द्वारा बात करने पर वार्ड वासियों एवं नगर वासियों ने बताया कि सोनू पार्षद ने किसी व्यक्ति विशेष के बहकावे में आकर कांग्रेस में जाकर खुद अपने पैरों में कुल्हाड़ी मार ली है और अपनी स्वयं की राजनीतिक आत्महत्या कर ली है अब उन्हें अपनी खोई हुई जमीन हासिल करने में बहुत मेहनत करनी पड़ेगी। बताते चलें कि विगत विधानसभा चुनाव से पूर्व सोनू अग्रवाल भाजपा के एक बड़े चेहरे माने जाते थे परंतु अपनी दिक्कतों और अपनी अपेक्षाओं के चलते उन्होंने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी उमेश पटेल का खुलकर साथ दिया जिसकी वजह से उन्हें भाजपा से निष्कासित कर दिया गया और कांग्रेस ने उन्हें वार्ड 15 से अपना प्रत्याशी बना दिया। वही उनके शिष्य साहिल शर्मा ने राष्ट्रवादी पार्टी हिंदू हित में काम करने वाली सबका साथ सबका विश्वास सब का विकास करने वाली अपने छोटे से छोटे कार्यकर्ता का ध्यान रखने वाली कार्यकर्ताओं का सम्मान करने वाली भाजपा का साथ छोडऩे से इनकार कर दिया। यहां बताना लाजिमी होगा कि सोनू अग्रवाल के विगत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खुलकर साथ देने के बावजूद भाजपा वार्ड 15 में 200 से ज्यादा मतों की लीड लेने में सफल रही।
वही साहिल शर्मा ने भाजपा प्रत्याशी महेश साहू के पक्ष में पार्टी लाइन पर चलते हुए वार्ड में दिन रात जमकर मेहनत करते हुए भाजपा में अपनी खुद की जमीन तैयार की विगत डेढ़ वर्षो से वह वार्ड 15 के वासियों के हर सुख दुख में खड़े रहे और उनकी परेशानियों को दूर करने के लिए तत्पर नजर आए। साहिल शर्मा की व्यवहार कुशलता और मिलनसार व्यवहार को देखते हुए उन्हें भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं और विशेष कर युवा कार्यकर्ताओं का भरपूर सहयोग मिला युवा साथियों की मांग पर उन्हें वार्ड 15 से भाजपा प्रत्याशी बनाया गया साहिल शर्मा अशोक अग्रवाल मंडी एवं अपने युवा साथियों मंडल अध्यक्ष विजय शर्मा रूपेश सराफ, मोंटी गर्ग, रिंकू मोलिया, संदीप अग्रवाल, नीलेश अग्रवाल, संदेश शर्मा, उमाशंकर शर्मा, मनीष रावलानी, जय अम्बवानी, ललित शर्मा, जेपी श्रीवास, ननकी एवं अन्य युवा साथियों के तन मन और ‘धन’ से भी 24 घंटे दिए गए सहयोग से वार्ड 15 का बेहद संघर्ष पूर्ण मुकाबला 18 मतों से जितने में सफल रहे।
शिष्य साहिल ने गुरु सोनू को दी करारी शिकस्त
पांच बार के अजेय योद्धा सोनू के हारने से आवाक है खरसिया नगर
