धरमजयगढ़। धरमजयगढ के जीवनदायनी मांड नदी से कुछ लोग भरपूर अपना स्वार्थ साध रहे हैं। स्थिति यह है कि स्थानीय प्रशासन की ख़ौफ़ से परे हटकर अवैध रेत उत्खनन व परिवहन में लीन हैं। मांडनदी से लगातार अवैध रेत उत्खनन व परिवहन का कार्य बेख़ौफ़ देखा जा रहा है। जो पर्यावरण संरक्षण को लेकर कहीं न कहीं चिंता का विषय है।
धरमजयगढ मांड नदी के डोंगा घाट में दिन के किसी भी समय बड़ी आसानी से रेत से भरा दर्जनों ट्रैक्टर को चलते फिरते देखा जा सकता है। रेत लिए यह ट्रेक्टर गांव की ओर, तो कुछ नगर के अंदर बड़े आराम से परिवहन कर रहें हैं। जिससे ऐसा प्रतीत होता है शायद इन्हें रेत परिवहन की लीगल परमिशन मिल गई है।इन मायनो में कह सकते हैं मांड नदी से बिंदास तरीके से किए जा रहे इस कार्य पर स्थानीय प्रशासन की नजर नही पड़ रही है। उनकी पैनी नजऱों से ये बचे हुए हैं या फिर स्थानीय प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर निकल जा रहे हैं इसे समझना आसान है। खैर, ये जांच का विषय है। अब आगे देखने वाली बात होगी कि क्या स्थानीय प्रशासन रेत के अवैध कार्य मे लीन लोगों पर कार्यवाई करती है या फिर मामला पहले की भांति ठंडे बस्ते में रह जाता है।