खरसिया। खरसिया नगरीय निकाय चुनाव छुटपुट घटनाओं को छोडक़र शांतिपूर्वक संपन्न हो गया शांतिपूर्ण मतदान में प्रशासन से ज्यादा राजनीतिक दलों का योगदान रहा मतदाताओं तक प्रलोभन की राशि एवं उपहार पहुंचने में दोनों ही दलों द्वारा किसी भी प्रकार की अड़चन नहीं डाली गई ना ही एक दूसरे की किसी भी प्रकार की शिकायत शासन प्रशासन से की गई खरसिया नगर के लगभग सभी 18 वार्डों में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला रहा। सूत्रों के अनुसार सभी 18 वार्डों में मतदाताओं की चांदी हो गई कुछ वार्डों में एक-एक वोट की कीमत पांच अंकों तक में भी पहुंच गई खर्च सीमा की जमकर धज्जियां उड़ाई गई एक राजनीतिक विश्लेषक ने बताया कि पहले प्रत्याशी लाखों में खर्च करता था अब करोड़ों में खर्च कर रहा है चुनाव आयोग में जब तक शिकायत नहीं की जाएगी तब तक कार्यवाही कैसे होगी प्रश्न यह उठता है कि चुनाव आयोग में शिकायत आखिर करेगा कौन बहरहाल शासन प्रशासन चुनाव आयोग को दिखाई तो देता है की खर्च सीमा से अधिक हो रहा है और वह शिकायत का इंतजार करते रह जाता है इधर चुनाव संपन्न भी हो जाते हैं चुनाव आयोग को स्वयं संज्ञान लेकर घूम-घूम कर मतदाताओं तक पहुंचकर खर्च का हिसाब बनाना चाहिए इस बार के इतने महंगे नगरीय निकाय चुनाव को देखकर एक सामान्य आम आदमी चुनाव मैदान में उतरने की सोच भी नहीं सकता भविष्य में दोनों ही पार्टियों से टिकट लेने वाले दावेदारों की कमी आने की संभावना है बहरहाल जन चर्चा के अनुसार यह चुनाव खरसिया नगर के इतिहास का सबसे महंगा चुनाव माना जा रहा है यही हाल रहा तो नगर विकास की बात प्रत्याशियों के लिए कोई मायने नहीं रखेगी प्रत्याशी की पहली प्राथमिकता चुनाव में किए गए करोड़ों रुपए का खर्च वापस निकालने की होगी इसे देखते हुए निर्वाचित परिषद से विकास की उम्मीद रखना बेमानी सिद्ध होगा। समय आ गया है अब मतदाताओं को भी जागरूक होना पड़ेगा कभी शराब कभी पैसे कभी उपहार के नाम पर मतदाताओं की नैतिकता को खरीदा जाता है मतदाताओं की देश के प्रति लोकतंत्र के प्रति क्या जिम्मेदारी है इसे मतदाताओं को समझना होगा मतदाता लोकतंत्र की मूल भावना को अपने हाथों से अपवित्र कर रहे हैं मतदाता यदि लापरवाह हुए तो इस नगर का बिखरना लगभग तय है मतदाताओं में सुधार नहीं हुआ तो भविष्य की कठिनाइयों के लिए कोई और नहीं स्वयं मतदाता ही जिम्मेदार और उत्तरदाई होगा मतदाताओं को सोचना होगा प्रत्याशी आपको बहलाते हैं, भ्रमित करते हैं और आपकी मंशा को अपनी महत्वाकांक्षा की सीढ़ी बना लेते हैं। हे देश के मतदाता आप ज्ञानी हैं! आप विवेकशील हैं! क्या आप सच में यह नहीं समझते कि जिनके हाथों में आप सत्ता सौंपते हैं, वे ही आपके भविष्य के निर्माता हैं। जब गलियां अंधेरे में डूबतीं हैं। सडक़ें गड्डों से भरी होती हैं। पानी की किल्लत होती है। रोजगार नहीं मिलता, तब क्या आप उन क्षणों को याद नहीं करते, जब आपने एक कंबल या एक बोतल शराब या थोड़े से रुपए के लिए के लिए अपने मत को गिरवी रख दिया था। बहरहाल चुनाव संपन्न होने के बाद हमारे प्रतिनिधि द्वारा सभी 18 वार्डों में घूम घूम कर मतदाताओं की राय ली गई जिसमें या निष्कर्ष निकलकर सामने आया कि सभी वार्डों में दोनों ही तरफ से पैसे बांटे गए थे ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं ने खुलकर बताया कि हमारे परिवार के सदस्यों ने आधे आधे वोट दोनों पार्टियों को दिए हैं वही दोनों पार्टियों के अध्यक्ष के रिश्तेदार एवं परिवार के सदस्य शहरी वार्डों में है उन्होंने अपने-अपने परिवार के अध्यक्ष को वोट दिया है जिससे मुकाबला कांटे का हो गया है अध्यक्ष प्रत्याशी की जीत वही बुद्धिजीवी मतदाता वर्ग तय करेगा जो किसी पार्टी या किसी प्रलोभन में नहीं आकर नगर विकास और नगर के उत्थान की सोचेगा हमारे प्रतिनिधि के निष्कर्ष के अनुसार कांग्रेस वार्ड क्रमांक 2 4 8 14 15 एवं 17 में मजबूत नजर आ रही है एवं अन्य वार्ड में भाजपा प्रत्याशियों की जीत की संभावना है एक से दो वार्डो में जीत का अंतर 20 से 30 वोटो के अंदर रहने की संभावना है भाजपा के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी की तीन अंको के अंदर जीत की संभावना है।