सारंगढ़। जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ जहां 2020 के चुनाव में पांच नपंचायत और एक नगर पालिका में जिला कांग्रेस अध्यक्ष अरुण मालाकार एक तरफा विजय का परचम फहरायें थे उस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। स्थिति बदल चुकी है, अब प्रदेश में भाजपा की सरकार है और भाजपा के जिलाध्यक्ष ज्योति पटेल पिछड़े वर्ग से आते हैं। जिला सारंगढ़ में 6 नपं में चुनाव संपन्न हो चुका है। परिणाम आज आ रहे हैं शहरी सत्ता में किसकी सरकार बनेगी और जनता का जनादेश किसके साथ है, कौन बाजी मारेगा, किसका शनि भारी होगा, इसका फैसला शनिवार को हो जाएगा। जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के नगरीय सत्ता के अध्यक्ष और पार्षद चुनाव में प्रचार प्रसार की गहमागहमी भले ही समाप्त हो चुकी है पर हार जीत की अटकलों का बाजार गर्म है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष अरुण मालाकार नगरीय सरकार में पुन: काबिल होने के लिए एड़ी चोटी का मेहनत कियें है तो वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष ज्योति पटेल भाजपा के सूखा को समाप्त कर वापसी की तैयारी में है। जिले के दोनों विधानसभा में कांग्रेस विधायक काबिज है, तो वही पड़ोसी जिला रायगढ़ के भाजपा विधायक और वित्त मंत्री ओपी चौधरी सारंगढ़ जिला को भगवा मय बनाने के लिए अपने विजन में काम किए हैं।
भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष सुभाष जालान ने कहा कि भाजपा को इस बार बड़ी उम्मीद है, जनता भाजपा के साथ गई है और जिले के 6 नगरीय निकायों में भाजपा के अध्यक्ष बनेंगे। वैसे कहा जा सकता है की इस बार भाजपा की स्थिति ज्यादा मजबूत नजर आ रही है।लेकिन सुबे में किसकी सरकार बनेगी, क्योंकि भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। राजनीतिक चाणक्य के मुताबिक सीटों के लिहाज से पार्षद के लिए कांग्रेस और भाजपा को बराबर माना जा रहा है। वही जिला कांग्रेस अध्यक्ष का कहना है कि जनता इस बार फिर से कांग्रेस की सरकार बनाएगी, फिलहाल दोनों पार्टी के दावों में कितना दम है यह आज सुबह 10 के बाद पता चल जाएगा। सरसींवा नगर पंचायत चुनाव में वार्ड क्रमांक 6 में भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशी कपूर अग्रवाल के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है।कपूर अग्रवाल का मानना है कि वें प्रचंड बहुमत से विजयी हो रहे हैं, लेकिन इस सत्य को झूठलाया नहीं जा सकता की इधर परिणाम को लेकर प्रत्याशियों की धडक़नें तेज होने लगी है। मतगणना शांतिपूर्ण हो और निर्विवाद रूप से हो इसकी पूरी तैयारी जिला प्रशासन द्वारा की जा चुकी है।
अरुण अपने ताज को रख पाते हैं या फिर ज्योति ताज को संभालेंगे
