रायगढ़. विगत सप्ताहभर से लगातार हाथियों की संख्या में इजाफा हो रहा है, जिससे इन दिनों जिले के जंगलों में 169 गजराज अलग-अलग दल में विचरण करते हुए किसानों के फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिसको लेकर वन अमल पूरी सतर्कता से निगरानी करते हुए ग्रामीणों को दूरी बनाकर रहने की समझाई दी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि रायगढ़ जिले में दो वन मंडल है, जिससे धरमजयगढ़ वन मंडल कोरबा, अंबिकापुर व जशपुर से लगे होने के कारण यहां लगातार हाथियों का आना-जाना लगा रहता है,जिसके चलते धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों की संख्या अधिक रहती है। ऐसे में बीती रात भी कोरबा वन मंडल से 33 हाथियों का एक दल पहुंचा है, जो जंगल के अलावा रात होते ही बस्ती की तरफ भी रूख कर दे रहे हैं, जिसके चलते किसानों के फसल को भी नुकसान हो रहा है। वहीं अधिकारियों की मानें तो विगत माह हाथियों की संख्या बहुत कम हो गई थी, लेकिन अब मौसम में बदलाव होने के साथ इनका लगातार आना-जाना लगा हुआ है। ऐसे में देखा जाए तो सिर्फ धरमजयगढ़ वन मंडल में ही 122 हाथी अलग-अलग दल में विचरण कर रहे हैं। इसके साथ ही रायगढ़ वन मंडल के घरघोड़ा क्षेत्र में करीब 47 हाथी है, लेकिन ये फिलहाल घरघोड़ा व और रायगढ़ परिक्षण में ही विचरण कर रहे हैं, साथ ही अभी वर्तमान में ये हाथी बस्ती की तरफ नहीं आ रहे हैं, लेकिन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लगातार निगरानी की जा रही है। वहीं विभागीय अधिकारियों की मानें तो अब गर्मी की शुरूआत हो रही है, जिसके चलते अब लगातार हाथियों का आना-जाना लगे रहेगा, जिससे अभी और इनकी संख्या में इजाफा हो सकता है। वहीं यह भी बताया जा रहा है कि जहां इनको खाने पीने को मिलता है, वहां इनकी मौजूदगी बनी रहती है, जिसको लेकर धरमजयगढ़ वन मंडल में हमेशा इनकी संख्या ज्यादा रहती है।
मक्का व फल्ली को पहुंचाया नुकसान
उल्लेखनीय है कि अभी दो दिन पहले ही 11 किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाए थे, इसके बाद बीती रात धरमजयगढ़ वन मंडल में 33 हाथियों का दल आने से वन मंडल के शेरबंद, ओंगना, तराईमार, प्रेमनगर सहित अन्य क्षेत्रों में लगाना विचरण कर रहे हैं। ऐसे में बीती रात शेरबंद में तीन किसानों के मक्का, फल्ली व धान फसल को नुकसान पहुंचाए हैं। जिसको लेकर अब ग्रामीण रतजगा भी शुरू कर दिए हैं, लेकिन इनकी ये हाथी झुंड में पहुंच रहे हैं, तो जब तक इनको भगाया जाता है तब तक काफी नुकसान हो जाता है, इसको लेकर अब किसानों की चिंता बढऩे लगी है।
लगातार हो रही मानिटरिंग
इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाथियों के निगरानी के लिए हाथी ट्रेकर टीम व स्टाफ द्वारा निगरानी की जा रही है, साथ ही ग्रामीणों को जंगल की तरफ जाने से मना किया जा रहा है, ताकि कोई जनहानि न हो सके। साथ ही जहां तक बात फसल नुकसान की है तो उसका भी आकलन किया जा रहा है। साथ ही हाथी जब झुंड में निकलते हैं तो जिस रास्ते गुजरते हैं, वहां नुकसान होता है, लेकिन फिलहाल कुछ खास नुकसान नहीं हो रहा है। ऐसे में ग्रामीणों को भी जागरूक रहने की जरूरत है।
जिले के दोनों वन मंडल में 169 गजराज कर रहे विचरण
लगातार किसानों के फसल को भी पहुंचा रहे हैं नुकसान, हाथी ट्रेकर दल द्वारा निगरानी के साथ ग्रामीणों को कर रहे जागरूक
