रायपुर। राजधानी के व्हीआईपी रोड पर रशियन युवती के हंगामे के बाद सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ है। विदेश और अलग-अलग राज्यों से लड़कियों को देह व्यापार के लिए रायपुर बुलाया जाता था। पुलिस ने पश्चिम बंगाल से एक दलाल समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों की सेक्स रैकेट में भूमिका थी। पुलिस ने बताया कि, हादसा और हंगामा के बाद रशियन युवती और भावेश आचार्य (लोक अभियोजक डीआरआई) से पूछताछ की गई। जांच में पता चला कि लड़कियों से तेलीबांधा, सरस्वती नगर स्थित होटलों में देह व्यापार कराया जाता था। लोकेन्टो ऐप के जरिए ग्राहकों को लड़कियों की तस्वीरें और रेट भेजते थे।
उज्बेकिस्तान की लडक़ी ने पुलिस को बताया कि, जुगल कुमार के बुलाने पर वो मुंबई से रायपुर आई थी। रायपुर में भावेश आचार्य से मिली, जिसके बदले 27 हजार दिया गया। पुलिस ने रवि ठाकरे और जागेंद्र उके उर्फ मोहन को पकड़ा। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी जुगल कुमार भागकर पश्चिम बंगाल में छिप गया था, जिसे रायपुर पुलिस की टीम ने 24 परगना पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ तेलीबांधा थाने में केस दर्ज किया गया है।
5-6 फरवरी की रात करीब 12:30 बजे व्हीआईपी रोड पर बिलासपुर पासिंग एक कार स्कूटी सवार तीन युवकों को जोरदार ठोकर मार दी। इस हादसे में तीनों युवक बुरी तरह घायल हो गए, जिसमें एक की मौत हो गई है। हादसे के बाद आस-पास के लोगों ने कार को घेर लिया। कार के नंबर प्लेट के ऊपर एक और प्लेट लगी हुई थी। इस पर भारत सरकार लिखा हुआ था। कार में विदेशी युवती नोरा (बदला हुआ नाम) के साथ युवक जो सरकारी वकील भी है, वह सवार थे। युवती देखने में विदेशी नागरिक लग रही थी। ऐसे में आस-पास खड़े लोग उसे रशियन-रशियन पुकारने लगे। हंगामे के चलते थोड़ी ही देर में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने इन दोनों को थाने चलने कहा, लेकिन विदेशी युवती अपना फोन मांगने लगी। युवती मौके पर मौजूद एक पुलिस के जवान पर आरोप लगाती है कि उसने उसका फोन लिया है।
पुलिस ने समझाने की कोशिश की, लेकिन युवती नहीं मानी। मौके पर कोई महिला कॉन्स्टेबल भी नहीं थी। इस चक्कर में विवाद सुलझने में देर होने लगी। युवती के साथी से उसे समझाने को कहा गया। लेकिन युवती नशे में थी और अपना फोन लिए बिना जाने को तैयार नहीं थी। करीब 45 मिनट तक बीच सडक़ तमाशा चलता रहा। इसके बाद जबरदस्ती पुलिस की गाड़ी में बैठाकर दोनों को थाने लाया गया।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नोरा जब 8 साल की थी, तब उसके पिता की मौत हो गई थी। 14 साल की उम्र में उसने अपनी मां को खो दिया। उसके दो भाई हैं, जिनमें से एक भाई उज्बेकिस्तान में ही काम करता है। वहीं दूसरा भाई हत्या के मामले में वहां की जेल में बंद है। बताया जा रहा है कि नोरा के पति की मौत हो चुकी है। उसका एक 4 साल का बच्चा भी है। भारत आने से पहले उसने बच्चे को अपनी दादी के पास छोड़ा है। नोरा के गिरफ्तार होने के बाद उसके घरवालों को सूचना दी गई। फिलहाल वह पुलिस पूछताछ में आर्थिक मजबूरी की वजह से देह व्यापार से जुडऩे की बात कह रही है।
पुलिस को इंटेरोगेशन में पता चला कि नोरा 20 जनवरी को टूरिस्ट वीजा पर उज्बेकिस्तान से मुंबई आई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नोरा 30 जनवरी को रायपुर पहुंची थी। इसके बाद 31 जनवरी को उसकी वकील के साथ दलाल के माध्यम से पहली मुलाकात हुई। वे दोनों साथ में वीआईपी रोड स्थित एक होटल में रुके थे।
इसके बाद वकील ने फिर एक बार 5 और 6 फरवरी की दरमियानी रात नोरा से होटल में मुलाकात की। बताया जा रहा है कि पुलिस को कुछ ऐसे सबूत भी मिले हैं, जिसमें वकील के बैंक अकाउंट से दो बार 27-27 हजार का पेमेंट किया गया है। 5-6 फरवरी की रात एक्सीडेंट के बाद हुए बवाल के बाद पुलिस जांच-पड़ताल के लिए सरस्वती नगर स्थित उस होटल पर पहुंची, जहां नोरा ठहरी हुई थी। यहां पता चला कि उसका सामान पुलिस के आने से पहले ही उसकी एक सहेली लेकर जाकर चुकी है।
पुलिस ने इसके बाद नोरा की सहेली का पता लगाया। पता चला कि वह व्हीआईपी रोड स्थित एक होटल में रुकी हुई है। पुलिस बिना देर किए इस होटल में पहुंची। होटल के कमरा नंबर 506 से पुलिस ने नोरा की सहेली सोफिया (बदला हुआ नाम) को हिरासत में लिया। पता चला कि, नोरा को स्पेशल डिमांड पर उज्बेकिस्तान से रायपुर बुलाया गया था। इतना ही नहीं नोरा के साथ उसकी सहेली सोफिया दोनों के लिंक प्रॉस्टिट्यूशन से जुड़े हुए हैं। दोनों रायपुर के अलग-अलग होटल्स में ठहरी हुई थीं। इस मामले की जांच के दौरान एक यह बात भी सामने आ रही है कि इन रशियन युवतियों को 7 और 9 हजार रुपए एक दिन के दिए जाते थे, जबकि दलाल ग्राहकों से 25 से लेकर 40 हजार रुपए तक वसूल करते थे। युवतियों के आने जाने और होटल में ठहरने का खर्च दलाल करता है। इसका मतलब साफ है कि इस धंधे से जुड़े दलाल चार से पांच गुना रकम वसूलकर एक छोटा हिस्सा युवतियों को देते हैं।
रशियन सेक्स-रैकेट का भांडाफोड़, बंगाल के दलाल समेत 11 आरोपी गिरफ्तार
कई राज्यों से आती थीं लड़कियां, ऐप से ग्राहकों को भेजते थे फोटो और रेट
