रायगढ़. चलती ट्रेन में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के पांच आरोपियों को जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम ने पकड़ा है। आरोपियों ने शुक्रवार को टिटलागढ़ पैसेंजर में सफर कर रहे एक यात्री के बैग से 6 लाख रुपए के ज्वेलरी को चोरी कर बिहार भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस तत्परता दिखाते हुए माल समेत सभी को गिरफ्तार कर शनिवार को कोर्ट में पेश किया जहां से दो दिन का पुलिस रिमांड पर लिया है। बताया जा रहा है कि पूछताछ में और भी खुलासा हो सकता है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार ओडिशा के झारसुगुड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत झंडा चौक निवासी सौरभ सिंह पिता स्व. राजेंद्र सिंह (38 वर्ष) गुुरुवार को अपनी भांजी की शादी में शामिल होने के लिए अपनी पत्नी के साथ चकरभाठा गए हुए थे, जहां शादी संपन्न होने के बाद शुक्रवार को सुबह बिलासपुर से टिटलागढ़ पैसेंजर में बैठकर झारसुगुड़ा के लिए निकले थे, इस दौरान चांपा व खरसिया के बीच अज्ञात चोरों ने इनके ट्राली बैग का ताला तोडकऱ उसमें रखे करीब 6 लाख रुपए के ज्वेलरी को चोरी कर लिया था, जिससे पीडि़त परिवार ने रायगढ़ पहुंचने के बाद चोरी की शिकायत जीआरपी में दर्ज कराया गया, जहां जीआरपी ने अज्ञात चोरों के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जानकारी रेल एसपी सहित अन्य उच्चाधिकारियों को दिया, ऐसे में अधिकारियों द्वारा तत्काल आरपीएफ को सूचना देते हुए आरोपियों की तलाश शुरू की गई। इस दौरान आरपीएफ के गुप्तचर विभाग के निरीक्षक कर्मपाल सिंह गुर्जर ने तत्काल टीम गठित कर आरोपियों की तालश शुरू की। इस दौरान उन्होंने बिलासपुर स्टेशन से ही जांच शुरू किया और इस बीच स्टेशनों में लगे सीसीटीवी फूटेज जांच कराने लगे। साथ ही इधर जीआरपी के सहायक उपनिरीक्षक बी. पाडिग्राही भी आरोपियों की तलाश में किरोडीमलनगर पहुंच कर जांच कर रहे थे, इसी दौरान जिस ट्रेने गुप्तचर विभाग के निरीक्षक कर्मपाल सिंह गुर्जर आ रहे थे, उसी ट्रेने में कुछ अन्य युवक भी ट्रेन में सवार थे, इस दौरान जब ट्रेन किरोड़ीमलनगर पहुंची और उन युवकों की नजर आरपीएफ जवानों पर पड़ी तो वे तत्काल किरोड़ीमलनगर स्टेशन में उतरकर भागने का प्रयास करने लगे, जिसे आरपीएफ व जीआरपी टीम ने घेराबंदी करते हुए पांच संदिग्ध युवकों को पकडकऱ पूछताछ शुरू किया, जिससे खुलासा हुआ कि ये युवक ट्रेन में यात्रियों के बैग से चोरी करते हैं, ऐसे मेें जब इनकी जांच की गई तो टिटलागढ़ पैसेंजर में चोरी हुए ज्वेलरी भी इनके पास मिली। जिसे जब्त कर सभी आरोपी को गिरफ्तार करते हुए रायगढ़ लाया गया और इनके खिलाफ धारा 305 सी बीएनएस कायम करते हुए शनिवार को रायगढ़ कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दो दिन के लिए पुलिस रिमांड में लिया गया है।
चलती ट्रेन में देते थे घटना को अंजाम
इस संबंध में जीआरपी ने बताया कि ये आरोपी हमेशा पांच लोगों के गु्रप बनाकर ही चोरी को अंजाम देते थे, जिससे ये ज्यादा महिला यात्रियों को अपना निशाना बनाते थे, जिनके पास बच्चे होते थे। बताया जा रहा है कि इसमें से एक युवक यात्री का ध्यान भटकाने के लिए बात करते रहता था, दूसरा खड़ा होकर अन्य यात्रियों पर नजर रखता था, तीसरा साइड से धारदार हथिया व पेंचकस से बैग खोलकर सामान निकालकर पांचवे व्यक्ति को देते हुए चैन बंद करते थे, और अगले ही स्टेशन में उतरकर निकल जाते थे। ऐसे ये सभी आरोपी घटना के बाद बिहार भागने के फिराक में थे, लेकिन आरपीएफ की तत्परता से कुछ ही घंटे में गिरफ्तार हो गए।
इनका रहा योगदान
उक्त कार्रवाई में आरपीएफ के गुप्तचर विभाग के निरीक्षक कर्मपाल सिंह गुर्जर, उप निरीक्षक एसके मिंज, उज्वल किशोर व अन्य स्टाफ के साथ जीआरपी के उप निरीक्षक डीनएन श्रीवास्तव व बी पाणिग्राही की विशेष योगदान रहा।
टिटलागढ़ ट्रेन में यात्री के बैग से ज्वेलरी उड़ाने वाले सपड़ाए
आरपीएफ-जीआरपी के हत्थे चढ़े पांच आरोपी, चोरी किए गए 6 लाख के जेवरात बरामद, वारदात के बाद बिहार भागने के फिराक में थे आरोपी
