रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री राजेश मूणत की कथित सेक्स सीडी कांड केस में 7 साल बाद रायपुर कोर्ट में सुनवाई थी, लेकिन आरोपी कोर्ट नहीं पहुंचे। आरोपियों ने वकील के माध्यम से जानकारी दी है कि चुनाव और अन्य कारणों से उपस्थित नहीं हो पाएंगे। अब अगली सुनवाई 25 फरवरी को होगी। कथित सेक्स सीडी कांड केस में कोर्ट ने मुख्य आरोपी कैलाश मुरारका, पूर्व सीएम के मीडिया सलाहाकार रहे विनोद वर्मा, भूपेश बघेल, विजय पांड्या, विजय भाटिया को समन जारी किया था। इस केस के एक आरोपी रिंकू खनूजा की मौत हो चुकी है। मामले में सीबीआई ने 2018 में चार्जशीट पेश की थी, लेकिन इस पर आगे कोई सुनवाई नहीं हुई थी। अब रायपुर कोर्ट में सीबीआई की चार्जशीट पर बहस होगी। इसके पहले पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा था कि मेरा न्याय जनता कर चुकी है।
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित सेक्स सीडी कांड की सुनवाई दूसरे राज्य में ट्रांसफर करने सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। सीबीआई का कहना था कि निचली अदालत में चल रहे ट्रायल में गवाहों को धमकाने और झूठे केस में फंसाने की बात कही गई। सीबीआई ने कोर्ट से मांग की गई कि थी इस केस के दिल्ली या फिर किसी दूसरे राज्य में ट्रांसफर कर देना चाहिए, जिसके बाद याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने निचली अदालत में चल रही सुनवाई पर रोक लगा दी। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर इस सिलसिले में जवाब मांगा था।
अक्टूबर 2017 में छत्तीसगढ़ में एक सेक्स सीडी सामने आई थी। इसे कथित रूप से तत्कालीन भाजपा सरकार के लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत का बताया जा रहा था। रायपुर के सिविल लाइन थाने में इसका मुकदमा दर्ज हुआ। बाद में पुलिस दिल्ली से पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार कर लाई थी। कांग्रेस इसे तत्कालीन सरकार की साजिश बताती रही। सितंबर 2018 में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल को भी गिरफ्तार किया गया था। उन पर साजिश रचने का आरोप था। भूपेश बघेल ने जमानत लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद कांग्रेस प्रदेश भर में भाजपा सरकार के खिलाफ सडक़ों पर उतर गई। इस गिरफ्तारी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नया जोश दिया। नवंबर 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में जीतकर भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने थे।
सीडी कांड को लेकर छत्तीसगढ़ में जमकर राजनीति हुई। इस मामले में सबसे अहम कड़ी श्याम नगर निवासी रिंकू खनूजा था। 6 जून 2018 को रिंकू ने खुदकुशी कर ली। उसकी मौत के बाद सीबीआई ने उसे आरोपी बनाया है। सीबीआई का दावा है कि अगस्त में रिंकू खनूजा और विजय पांड्या ने सीडी बनवाई। 14 अगस्त 2017 को रिंकू और विजय के साथ कैलाश मुरारका खुद फ्लाइट से मुंबई गए। वहां दो दिनों तीनों होटल में ठहरे। इस बीच तीनों मुंबई में मानस साहू के स्टूडियो गए। सीबीआई का दावा है कि मुंबई में सीडी देखी। सीडी कांड के सरकारी गवाह कारोबारी लवली खनूजा ने भी सीबीआई को बताया है कि 23 अगस्त को रिंकू ने इस संबंध में उनसे संपर्क किया था। वहीं इस केस पर पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की थी। अब सीडी कांड की सुनवाई छत्तीसगढ़ में होगी, क्या राजेश मूणत को न्याय मिल पाएगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा था मेरा न्याय जनता कर चुकी है और जो दोषी हैं उन्हें सजा मिले। किसी पर उंगली उठाने से पहले यह देख लेना चाहिए कि तीन उंगली अपनी तरफ भी आती है। वे विश्लेषण करते रहें लेकिन ऊपर वाला बैठा है न्याय जरूर मिलेगा।