रायपुर। नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर है। रायपुर पुलिस गुरुवार तडक़े सुबह से ही जिले के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले 2.5 हजार से अधिक लोगों उठाकर पुलिस लाइन लेकर आई। ज्यादा लोग दूसरे राज्य के रहने वाले हैं। इनमें अधिक संख्या पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड जैसे राज्यों के लोगों की थी। सभी लोगों को पुलिस ने आधार कार्ड और वेरिफिकेशन किया है। सभी से एक-एक कर पूछताछ कर उनके रायपुर में रहने, काम करने और बाकी पहलुओं को लेकर पूछताछ की गई। साथ ही लोगों से वेरिफिकेशन फॉर्म भरवाया गया है। डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि, अवैधानिक रूप से रह रहे लोग और उनके कारण कानून-व्यवस्था की स्थिति निर्मित हो सकता है। इनके कारण शहर में प्रदेश में अन्य बहुत तरह की समस्याएं पैदा होती है। कानून व्यवस्था के लिए भी खतरा है। आम लोगों के लिए भी खतरा है। जिनकी कोई आइडेंटिटी नहीं है। कहां से आए हैं? कौन है, क्या करते हैं। इन सब बातों को ध्यान में रखकर प्रशासन ने इस पर बहुत गंभीरता से ध्यान दिया है। जो भी अवैध रूप से रह रहे होंगे। उन पर कार्रवाई निश्चित रूप से होनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी का रटा रटाया आरोप है। बांग्लादेशी और रोहिणी के खिलाफ कार्रवाई लंबे समय से चल रही है। हर चीज को चुनाव के साथ जोडक़र देखना। यह कांग्रेस पार्टी की आदत है। वास्तविकता यह है कि कानूनी व्यवस्था का मामला है। राज्य की सुरक्षा का मामला है। आम लोगों की सुरक्षा का मामला है। इसलिए प्रशासन इस तरह की कार्रवाई कर रही है। जो बांग्लादेशी और रोहिंग्या लोग हैं, जो यहां रह रहे हैं। निश्चित रूप से उन पर कार्रवाई कानून सम्मत होगी।
रायपुर एडिशनल एसपी लखन पटले ने बताया कि, कई माध्यम से जानकारी मिल रही थी कि रायपुर जिले के थाने क्षेत्र में दूसरे राज्यों से आकर लोग रहे हैं। लेकिन उनकी जानकारी थाने में नहीं थी। हमें जानकारी मिली थी कि कई लोग संदिग्ध गतिविधियों में शामिल थे। जिसके बाद हमने यह अभियान छेड़ा है। ढाई हजार लोगों को लाकर उनसे जानकारियां एकत्र की जा रही है। यह ऐसे लोग है जिन्होंने थानों में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है। उनसे फॉर्म भरवाया जा रहा है। आधार का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। जिनका आधार वेरिफिकेशन नहीं हुआ है, उनकी जानकारियां संबंधित राज्यों से मंगवाई जा रही है। अगर आधार कार्ड सही नहीं मिले, तो उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी। एडिशनल एसपी ने बताया कि, दूसरे राज्य के लोग गार्ड के रूप में यहां काम कर रहे हैं। अन्य प्रतिष्ठानों में काम कर रहे हैं। रायपुर में पहले जो अपराध और लूट जैसी गतिविधियां हुई है। उनमें पाया गया है कि वे लोग अपराध में शामिल रहे हैं। उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
दूसरे राज्य से रहने वाले लोगों की जानकारी संबंधित राज्यों में भेजी जाएगी। मुसाफिर रोल भेजा जाएगा। क्रिमिनल रिकॉर्ड या उनकी कोई हिस्ट्री वहां रही है या नहीं जानकारी मांगी जाएगी। कोई संदेही गतिविधियों में पाया जाता है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, बुधवार रात से यह अभियान छेड़ा गया था, क्योंकि फेरी वाले और अन्य काम करने वाले लोग सुबह जल्दी निकल जाते हैं। तो आधी रात से लोगों को संबंधित थाने ले आए और थाने से बस में बैठाकर उन्हें पुलिस लाइन लाया गया और यहां सभी का वेरिफिकेशन चल रहा है। कुछ लोग संदिग्ध पाए गए हैं, उनकी जांच की जा रही है। उनके राज्यों से भी संपर्क किया जा रहा है। उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक धाराओं के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। पुलिस तडक़े सुबह से ही लोगों को अलग-अलग इलाकों से पकड़ लाई थी। वेरिफिकेशन के काम में हो रही देरी को देखते हुए पुलिस ने सभी लोगों के लिए नाश्ते की व्यवस्था की। सभी लोगों को पोहा खिलाया गया है।