रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को चि_ी लिखी है। उन्होंने निकाय चुनाव की प्रक्रिया को लेकर आयोग से 4 सवाल पूछे हैं। जिसमें व्हीव्हीपैट मशीनों के इस्तेमाल नहीं किए जाने, एक ही ईव्हीएम में दो पदों के लिए वोटिंग और मशीनों की प्रोग्रामिंग और एजेंसी समेत नतीजों की घोषणा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। हालांकि, यह लेटर भेजे जाने के बाद सीएम विष्णुदेव साय ने चुनाव निष्पक्ष कराए जाने का दावा किया है।
बघेल ने चुनावों में इस्तेमाल होने वाली ईव्हीएम और व्हीव्हीपैट मशीन के इस्तेमाल की पूरी प्रक्रिया स्पष्ट करने को कहा है। उन्होंने कहा कि व्हीव्हीपैट का इस्तेमाल इस चुनाव में नहीं किया जा रहा है। जो चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता को प्रभावित करेगा। चुनावी प्रक्रिया में व्हीव्हीपैट का उपयोग यह सुनिश्चित करता है कि मतदाता का मत सही तरीके से दर्ज हुआ है, और इसके बिना चुनाव कराए जाने की बात कही जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री ने मतदाताओं को एक ही ईव्हीएम पर 2 मत डालने की योजना पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि महापौर और पार्षदों के लिए एक ही मशीन का इस्तेमाल करना मतदाताओं के लिए भ्रम पैदा कर सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रयोग बिना जागरूकता या प्रशिक्षण के शुरू किया गया है, जो मतदाताओं के अधिकारों को प्रभावित कर सकता है। चुनावों में इस्तेमाल की जाने वाली ईव्हीएम की प्रोग्रामिंग और मेंटेनेंस का जिम्मा किस एजेंसी को दिया गया है, इस पर भी बघेल ने शक जाहिर किया है। उन्होंने पूछा कि क्या यह एजेंसी केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त है और क्या इसकी प्रोग्रामिंग निष्पक्ष है। बघेल ने भारत के चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि एक साथ हो रहे चुनावों के दौरान सभी परिणाम अंतिम चरण के बाद घोषित किए जाने चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि अलग-अलग में परिणाम घोषित करने का फैसला चुनावी निष्पक्षता को प्रभावित कर सकता है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के लेटर को लेकर ष्टरू विष्णुदेव साय ने कहा कि चुनाव निष्पक्ष होने वाला है। अगर उन्हें लगता है कि चुनाव निष्पक्ष नहीं होगा। तो आपत्ति करने के लिए पहले ही जगह है।