पखांजुर। कर्ज में डूबे किसानों को धान बेचने के बाद भी राहत नही,किसान बैंक से कर्ज लेकर धान की फसल तो किया धान शासन के पास(उपार्जन केंद्र में)बीते माह दिसंबर के 10 तारीख को बेच भी दिया पर सैकड़ो ऐसे किसान है जो रोजना हाथ मे धान की पर्ची लेकर दफ्तर की चक्कर लगा रहे है, बता दें किसान अपनी धान की राशि के लिए कभी लैम्प्स तो कभी तहसील ऑफिस की चक्कर लगा रहे है पर किसानों को कही से भी किसी भी प्रकार की राहत नही मिल रहा है वही किसान बैंक तथा लोगो से ब्याज में पैसे लेकर फसल किया है,अब कर्जदार रोजना परेशान कर रहे है,जबकि किसान की धान बिक्री के एक महीने से अधिक समय हो चुका है,परंतु कई किसानों के खाते में अब तक पैसा नही आया जिससे किसान भारी परेशान नजर आ रहा हैं,कियोकि अभी परलकोट क्षेत्र में ज्यादातर शादी का सीजन चल रहा है किसी के घर मे शादी तो किसी के घर मे बीमार को ईलाज के लिए पैसा चाहिए,करे तो किसान क्या करे ऐसे में एक महीने से अधिक समय से धान की पैसा ना मिलने से परेशान किसान रोजना भटक रहे हैं,आखिर किसानों की सुनने वाला कौन है।
किसान अपनी हक की पैसा के लिए धान की पर्ची लेकर दफ्तर की चक्कर लगा रहे
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lochan Gupta