खरसिया। पूज्य सिंधी पंचायत ने सिंधी समाज के सच्चे सपूत और आजादी परवाने अमर शहीद हेमू कालानी के 82वें बलिदान दिवस पर उन्हें याद करते हुए पुष्प-मालाओं तथा दीपों से उनकी प्रतिमा का अभिनंदन करते हुए उन्हें शत-शत नमन किया गया। पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष देवानंद धमवानी ने बताया कि क्रांतिकारी हेमू कालानी का जन्म 23 मार्च 1923 को ब्रिटिश भारत के बॉम्बे प्रेसीडेंसी के सिंध डिवीजन के सुक्कुर, जो अब पाकिस्तान में है, वहां के निवासी पेसुमल कालानी और जेठी बाई के परिवार में हुआ था। उनका जन्मदिन उस दिन से मेल खाता है जिस दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को फांसी दी गई थी। वहीं आजादी के परवाने हेमू कालानी को भी अंग्रेजों ने फांसी दे दी थी। ऐसे में प्रत्येक वर्ष 21 जनवरी को उनके बलिदान को याद किया जाता है। सब्जी मंडी स्थित हेमू कालानी चौक पर उनकी प्रतिमा पर पूज्य सिंधी पंचायत के संरक्षक डॉ.श्रवण श्रीवानी, गणेश फोटवानी, अध्यक्ष देवानंद धमवानी, नरेश चंदवानी, शत्रुघन अम्बवानी, गोलू अम्बवानी, मनीष रावलानी, अमित चंदवानी, अमित साहू, अंकित फोटवानी, सनी अमरानी, दीपमाला शर्मा और यशिका शर्मा ने हेमू कालानी अमर रहे के नारे लगाते हुए उन्हें याद किया।